मणिपुर में हिंसा से पहले 2023 में 2,480 अवैध प्रवासियों को चिह्नित किया गया था: मुख्यमंत्री

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि 2023 में राज्य में 2,480 अवैध प्रवासियों का पता चला था, लेकिन पिछले साल 3 मई को हिंसा भड़कने के बाद निर्वासित करने का अभियान बंद कर दिया गया था. इन आंकड़ों में म्यांमार से कामजोंग ज़िले में प्रवेश करने वाले अतिरिक्त 5,457 अवैध प्रवासियों को शामिल नहीं किया गया है.

पंजाब: कनाडा गए 700 भारतीय छात्रों पर निर्वासन का ख़तरा, मंत्री ने केंद्र से हस्तक्षेप की मांग की

700 से अधिक भारतीय छात्र कनाडा से निर्वासन होने की कगार पर हैं, क्योंकि कनाडा के अधिकारियों ने शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों के ‘प्रवेश प्रस्ताव पत्र’ को नकली पाया है. इनमें से ज़्यादातर पंजाब से हैं. पंजाब के प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने केंद्रीय विदेश मंत्री को पत्र लिखकर समस्या सुलझाने की मांग की है.

म्यांमार शरणार्थियों को सज़ा पूरी होने पर भी मणिपुर की जेलों में रखा गया है: मानवाधिकार आयोग

मणिपुर मानवाधिकार आयोग ने एक आदेश में कहा है कि हिरासत अवधि समाप्त होने के बाद भी राज्य की जेलों में रखे गए म्यांमार के शरणार्थियों को तत्काल रिहा किया जाए और राज्य सरकार उन्हें उनके देश निर्वासित करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री के समक्ष यह मामला उठाए.

ब्रिटिश मानवविज्ञानी के निर्वासन पर केंद्र ने कहा- जाति और धर्म पर शोध संवेदनशील मुद्दा

पिछले साल 23 मार्च को ब्रिटेन के मानवविज्ञानी फिलिपो ओसेला को तिरुवनंतपुरम में एक सम्मेलन में भाग लेना था, हालांकि बिना कोई स्पष्ट कारण बताए हवाई अड्डे पर पहुंचने पर उन्हें वापस उनके देश भेज दिया गया था. केंद्र सरकार के निर्वासन आदेश को उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी थी.

भारत पहुंचने के कुछ घंटों के अंदर अमेरिकी पत्रकार को दिल्ली एयरपोर्ट से वापस भेजा गया

अमेरिकी मीडिया कंपनी वाइस के पत्रकार अंगद सिंह को बुधवार रात दिल्ली में उतरने के तीन घंटे के अंदर वापस भेज दिया गया. उनके परिजनों के अनुसार, वे एक पारिवारिक समारोह में शामिल होने आए थे, न कि काम के सिलसिले में.

विदेशी नागरिक होने का आरोपी 19 महीनों से हिरासत में, कोर्ट ने कहा- न्याय के सिद्धांत की अवहेलना

गुजरात हाईकोर्ट ने साल 2020 में स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप द्वारा बांग्लादेशी नागरिक होने के संदेह में हिरासत में लिए गए आमिर सिदिकभाई शेख़ की सशर्त रिहाई के निर्देश दिए हैं. आमिर की हिरासत के बाद उनकी मां ने मतदाता पहचान-पत्र, आधार कार्ड और राशन कार्ड जैसे पहचान और नागरिकता के कई साक्ष्य पेश किए थे, लेकिन इन पर ग़ौर नहीं किया गया.

असम ने रोहिंग्या लड़की को प्रत्यर्पित करने की कोशिश की, म्यांमार ने इनकार कर दिया

साल 2019 में 14 वर्षीय लड़की कछार ज़िले के सिलचर के रंगपुर इलाके में संदिग्ध परिस्थितियों में एक घर के अंदर बेहोशी की हालत में मिली थी. बाद में पता चला था कि उसके माता-पिता बांग्लादेश में कॉक्स बाज़ार के शरणार्थी शिविर में हैं.