मंदसौर ज़िले के सुरजानी गांव में पुलिस को दो गुटों के आपसी विवाद के बाद गरबा पंडाल में पथराव की घटना संबंधी सूचना मिली थी, जिसको लेकर 19 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया और तीन आरोपियों के 4.5 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के निर्माण को अवैध बताकर ढहा दिया गया.
मामला गुजरात के खेड़ा ज़िले का है. आरोप है कि मुस्लिम समुदाय मस्जिद के पास गरबा आयोजित करने का विरोध कर रहा था, जिसके चलते उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर पथराव कर दिया. बाद में पुलिस ने तीन संदिग्ध हमलावरों को गांव के चौराहे पर खड़ा करके सबके सामने लाठियों से पीटा. वहीं, सूरत में गरबा पंडाल के आयोजकों को इसलिए पीटा गया क्योंकि उन्होंने ग़ैर-हिंदुओं को काम पर रखा था.
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में अहमदाबाद के कुछ गरबा स्थलों पर बजरंग दल के कार्यकर्ता मुस्लिम युवकों के साथ मारपीट और गली-गलौज करते दिख रहे हैं. कार्यकर्ताओं द्वारा मारपीट की बात स्वीकारने और ऐसे वीडियो जारी करने के बावजूद पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित ऑक्सफोर्ड कॉलेज का मामला. बीते रविवार को हिरासत में लिए जाने के दो दिन बाद मंगलवार को 50-50 रुपये के निजी मुचलके पर इन्हें रिहा कर दिया गया. बजरंग दल ने कॉलेज पर आरोप लगाया है कि युवतियों को इकट्ठा कर ‘लव जिहाद’ को बढ़ावा दिया गया और आयोजन की शुद्धता को विकृत किया गया. वहीं प्रदेश के रतलाम ज़िले में विश्व हिंदू परिषद ने गरबा पंडालों में ग़ैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने वाले