वीडियो: हिजाब, मांस और रामनवमी के नाम पर मुसलमानों पर लगातार हो रहे हमलों के ख़िलाफ़ बीते दिनों दिल्ली के जंतर मंतर पर छात्र, कलाकार, शिक्षक और विभिन्न वर्गों के आम नागरिक एकत्रित हुए. उन्होंने मुस्लिमों का समर्थन करने की अपील की.
मुस्लिमों की लानत-मलामत करना चुनाव जीतने का फॉर्मूला बन चुका है. और देश के हालात देखकर लगता नहीं है कि ये आने वाले समय में असफल होगा.
कर्नाटक के दक्षिणपंथी समूह भारत रक्षा वेदिके ने बेंगलुरु सहित राज्य के कई हिस्सों में घर-घर जाकर लोगों से मुस्लिम कैब ड्राइवरों की सेवाएं नहीं लेने को कहा है, विशेष रूप से हिंदू मंदिर या तीर्थयात्रा के दौरान ऐसा नहीं करने की अपील की गई है. राज्य में बीते कुछ हफ्तों में दक्षिणपंथी समूहों ने मुस्लिमों और उनकी आजीविका को निशाना बनाया है.
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु की हिंदू जनजागृति समिति के समन्वयक चंद्रू मोगर ने तीन दिन पहले हिंदुओं को सिर्फ हिंदू विक्रेताओं से ही फल खरीदने का आग्रह किया था ताकि फल कारोबार में मुस्लिमों का एकाधिकार समाप्त किया जा सके. इसके बाद से चार सामाजिक कार्यकर्ता सांप्रदायिक घृणा और हिंसा को बढ़ावा देने के लिए मोगर के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज कराने के प्रयास में लगे हैं.
कर्नाटक में हिजाब और ‘हलाल’ मांस विरोधी अभियान के बाद बजरंग दल और श्रीराम सेना के नेतृत्व वाले दक्षिणपंथी संगठनों ने अब मस्ज़िदों में लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. श्रीराम सेना के संयोजक प्रमोद मुतालिक ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाया जाए और ध्वनि प्रदूषण के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन किया जाए.
कर्नाटक के पशुपालन एवं पशु चिकित्सा सेवा के सहायक निदेशक की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि बूचड़खानों के लिए लाइसेंस जारी किए जाने की शिकायतें मिलीं हैं. अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जानवरों को मारने से पहले उन्हें बेहोश करने की प्रक्रिया का पालन हो. मीट कारोबारियों को डर है कि आदेश का इस्तेमाल उन्हें परेशान करने के लिए हो सकता है.
कर्नाटक में हिजाब विवाद के बाद अब हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा हलाल मीट बेचने वाले मुस्लिम विक्रेताओं के बहिष्कार का मसला विवादों में है. इसी हफ्ते भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने हलाल मीट को 'आर्थिक जिहाद' बताया था, वहीं मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा था कि सरकार हलाल मीट के ख़िलाफ़ लोगों की आपत्तियों पर विचार करेगी.
कर्नाटक में बढ़ रही सांप्रदायिक घटनाओं जैसे- हिजाब मुद्दा, हिंदू धर्म स्थलों पर मुसलमानों को व्यवसाय न करने देना या हलाल मीट विवाद, को देखते हुए बायोकॉन कंपनी की प्रमुख किरण मजूमदार शॉ ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वे धर्म के आधार पर विभाजन के मुद्दे का निपटारा करें. इस पर मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा है कि ऐसे मुद्दे पर सार्वजनिक मंच पर जाने से पहले हर किसी को संयम बरतना चाहिए.
कर्नाटक में कई दक्षिणपंथी समूहों ने हलाल मीट के बहिष्कार की अपील की है. ‘उगादी’ के बाद राज्य के विभिन्न समुदाय मांसाहारी भोज का आयोजन करते हैं. उगादी को हिंदू नववर्ष माना जाता है, इसके अगले दिन मांस चढ़ाने की परंपरा है. लेकिन, सोशल मीडिया पर कुछ दक्षिणपंथी संगठनों की तरफ से हलाल मीट न खरीदने की अपील की जा रही है.
देहरादून के एक बोर्डिंग स्कूल प्रशासन पर मेस के लिए हलाल मीट के टेंडर जारी करने को लेकर बजरंग दल के सदस्यों की शिकायत पर विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्य फैलाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है. स्कूल प्रशासन ने माफ़ी मांगते हुए टेंडर के लिए नया विज्ञापन जारी किया है.