मोदी-शाह की जोड़ी ‘अजेय चुनावी मशीन’ है, यह मीडिया का फुलाया गुब्बारा है

पिछले वर्षों में मीडिया के ज़रिये जनता के दिमाग में यह बात घुसाने की कोशिश की गई कि मोदी-शाह की जोड़ी ऐसी अजेय चुनावी मशीन है, जिसे कोई पार्टी हरा नहीं सकती, लेकिन हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक की आम जनता ने साबित किया कि लोकतंत्र में एक व्यक्ति का चेहरा नहीं, बल्कि आम जनता का हित सबसे बड़ा है.

कर्नाटक में कांग्रेस की जीत; ‘पिछड़ों’ की राजनीति में पार्टी भाजपा से आगे निकली

वीडियो: कर्नाटक में भाजपा के ख़िलाफ़ कांग्रेस की जीत के मुद्दे पर दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर लक्ष्मण यादव से याक़ूत अली की बातचीत.

कर्नाटक: सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार ने उप-मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सिद्धारमैया दूसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए हैं. उनके और डीके शिवकुमार के अलावा आठ मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली. कर्नाटक की कांग्रेस सरकार द्वारा अपने घोषणा-पत्र में किए गए 5 गारंटियों के वादे को पहली कैबिनेट मीटिंग में मंज़ूरी दे दी गई.

लोगों को ट्विटर चलाना छोड़ देना चाहिए: राजनीतिक विश्लेषक मनीषा प्रियम

वीडियो: हाल ही में संपन्न हुए कर्नाटक ​विधानसभा चुनाव और ट्विटर पर झूठ परोसे जाने के संबंध में राजनीतिक विश्लेषक म​नीषा प्रियम का नज़रिया.

‘कर्नाटक ने अमित शाह का घमंड तोड़ दिया’, मोदी सरकार की उल्टी गिनती की शुरुआत?

वीडियो: कर्नाटक ​में भाजपा की हार के बाद क्या ये कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है? क्या हिंदुत्व की राजनीति हारती हुई नज़र आ रही है. ऐसे ही सवालों को लेकर इतिहासकार और राजनीतिक टिप्पणीकार रामचंद्र गुहा से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.

बीजेपी में 4 ब्राह्मण बैठकर लिंगायत को कर्नाटक से ही बाहर कर रहे थे: सबा नक़वी

वीडियो: कर्नाटक ​चुनाव में भाजपा के ख़िलाफ़ कांग्रेस को मिली जीत पर वरिष्ठ पत्रकार सबा नक़वी से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.

कर्नाटक की जीत से मिला हौसला; 2024 में मोदी को हराने के लिए तैयार हुआ विपक्ष

वीडियो: कर्नाटक ​चुनाव में भाजपा के ख़िलाफ़ कांग्रेस को मिली जीत पर वरिष्ठ पत्रकार सबा नक़वी, राजनीतिक विश्लेषक मनीषा प्रियम और लंदन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सुबीर सिन्हा से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.

कर्नाटक में कांग्रेस की जीत और भाजपा की हार के बीच ये दस बातें याद रखनी चाहिए

कर्नाटक में कांग्रेस की जीत ने 2015 के दिल्ली और 2020 पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की याद दिलाई है, जहां किसी एक दल ने मोदी-शाह के रुतबे को चुनावी मैदान में पछाड़ दिया था. लेकिन फिर भी ऐसा नहीं है कि ऐसी जीत के साथ भारत के लोकतंत्र में अचानक सब ठीक हो गया हो.

कर्नाटक चुनाव: भाजपा के हिंदुत्व की गुदगुदी अब हंसाने के बजाय रुलाने लगी है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह कर्नाटक विधानसभा चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़कर समूचे प्रचार में अपने पद की गरिमा तक से समझौता किए रखा और मतदाताओं ने जिस तरह उनकी बातों की अनसुनी की, उसका साफ़ संदेश है कि भाजपा के ‘मोदी नाम केवलम्’ वाले सुनहरे दिन बीत गए हैं.

कर्नाटक में मोदी की क़रारी हार, ब्रांड-मोदी नहीं, अब ब्रांड-राहुल?

वीडियो: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बहुमत के साथ जीत हासिल की है. कांग्रेस को जहां 224 सीटों में 135 सीटें मिलीं हैं, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यापक प्रचार-प्रसार के बावजूद भाजपा के खाते में सिर्फ़ 66 सीटें ही आई हैं. ​पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 104 सीटों को अपने नाम किया था.

कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता बोले- कर्नाटक में लड़ाई भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ थी, जिसे हमने जीत लिया

वीडियो: कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस को मिली जीत के बाद दिल्ली स्थिति पार्टी मुख्यालय पर जश्न का माहौल नज़र आया. द वायर की टीम ने यहां मौजूद पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से इस संबंध में बातचीत की.

द कर्नाटक स्टोरी: पीएम मोदी के प्रचंड प्रचार के बावजूद भाजपा की हार, कांग्रेस की सरकार

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 135 सीटे हासिल कर पूर्ण बहुमत के साथ जीत दर्ज की है. पिछले विधानसभा चुनाव की अपेक्षा कांग्रेस 55 सीटों के फायदे में रही, वहीं भारतीय जनता पार्टी को 38 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है. जनता दल (सेकुलर) के लिए भी चुनावी नतीजे निराशाजनक रहे हैं.

तेलंगाना: के. चंद्रशेखर राव ने टीआरएस का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति किया

के. चंद्रशेखर राव ने अगले साल होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में यह क़दम उठाया है. इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस ने राव की आलोचना करते हुए कहा कि यह राजनीतिक लोभ का परिणाम है.

कर्नाटक सीएम ने कहा- हलाल मीट के ख़िलाफ़ लोगों की आपत्तियों पर सरकार विचार करेगी

कर्नाटक में कई दक्षिणपंथी समूहों ने हलाल मीट के बहिष्कार की अपील की है. ‘उगादी’ के बाद राज्य के विभिन्न समुदाय मांसाहारी भोज का आयोजन करते हैं. उगादी को हिंदू नववर्ष माना जाता है, इसके अगले दिन मांस चढ़ाने की परंपरा है. लेकिन, सोशल मीडिया पर कुछ दक्षिणपंथी संगठनों की तरफ से हलाल मीट न खरीदने की अपील की जा रही है.

कर्नाटक: पूर्व मंत्री ने कहा- भाजपा में शामिल होने के लिए 2019 में पैसे की पेशकश की गई थी

कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कागवाड़ से विधायक श्रीमंत पाटिल उन 16 विधायकों मे शामिल थे, जो 2019 में कांग्रेस पार्टी से भाजपा में शामिल हो गए थे, जिसके बाद राज्य की एचडी कुमारस्वामी की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार गिर गई थी. पाटिल का कहना है कि पैसे की यह पेशकश ‘ऑपरेशन लोटस’ के दौरान की गई थी, जब येदियुरप्पा सरकार सत्ता में आई थी.

1 2 3 4