अमेरिका ने कहा कि खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साज़िश की जांच के लिए नई दिल्ली द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति से लगातार अपडेट मांगे हैं और इस मुद्दे को सीधे भारत सरकार के उच्चतम स्तर पर उठाया गया है.
भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर खालिस्तानी समर्थक नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साज़िश रचने का आरोप है. चेक गणराज्य के न्याय मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया है कि अमेरिका को उनका प्रत्यर्पण शुक्रवार को प्राग-रूज़िने हवाई अड्डे पर किया गया.
चेक गणराज्य की सर्वोच्च अदालत ने खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की कथित साज़िश रचने के लिए अमेरिका द्वारा दोषी ठहराए गए भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के प्रत्यर्पण को यह कहते हुए रोक लगा दी कि इस कार्रवाई में देरी होने पर जनहित को कोई ख़ास नुकसान नहीं होने वाला है.
भारत में कनाडा के उच्चायोग ने कहा कि देश में सुचारु संचालन के लिए उपलब्ध कनाडाई कर्मचारियों की कमी को देखते हुए यह कठिन लेकिन ज़रूरी निर्णय था. बयान के मुताबिक, स्थानीय कर्मचारियों की संख्या भारत में बचे लगभग 20 राजनयिकों से अधिक है.
अमेरिकी अभियोजकों ने अमेरिकी नागरिक और खालिस्तान समर्थक नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साज़िश के मामले में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को आरोपी बनाते हुए चेक गणराज्य को प्रत्यर्पण का अनुरोध भेजा है. बीते महीने चेक हाईकोर्ट गुप्ता की अपील ख़ारिज करते हुए प्रत्यर्पण की इजाज़त दे चुका है.
अमेरिका ने अगस्त 2023 में चेक गणराज्य को भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक अनुरोध भेजा था. नवंबर 2023 में अमेरिकी नागरिक और खालिस्तान अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साज़िश रचने के मामले में अमेरिकी अभियोजकों ने गुप्ता और भारत सरकार के एक कर्मचारी को आरोपी बनाया था.