अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा की 60 सीटें हैं, इनमें से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के खाते में 46 सीटें गई हैं. वहीं, 32 सदस्यीय सिक्किम विधानसभा की 31 सीटें सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने जीती हैं.
ढाई महीने तक चले सात चरणों के चुनाव में भारत के चुनाव आयोग को पश्चिम बंगाल से रैलियों के क़रीब 1,19,276 आवेदन मिले थे, जिनमें से 94,975 स्वीकार हुए.
कुशीनगर संसदीय क्षेत्र काफ़ी समय से भाजपा का मज़बूत गढ़ है, जहां सफलता की चाह में सपा ने इस बार अजय सिंह उर्फ पिंटू सैंथवार को उतारा है. हालांकि, सपा को भाजपा की तरफ से दोबारा उतारे गए विजय दुबे से ज़्यादा चुनौती स्वामी प्रसाद मौर्य से मिल सकती है, जो इस बार अपने बूते अपनी नई पार्टी को खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं.
इस राज्य को भगवा बनाना चाहती भाजपा नहीं जानती कि देवदार के जंगल स्थानीय देवियों से अपनी प्राण-ऊर्जा हासिल करते हैं और बर्फ़ीले पर्वतों पर इस पृथ्वी के कुछ सबसे विलक्षण और प्राचीन बौद्ध विहार ठंडी धूप में चमकते हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान से पहले जारी एक पत्र में कहा कि नरेंद्र मोदी पहले पीएम हैं जिन्होंने सार्वजनिक चर्चा की गरिमा को कम किया है. इससे पहले किसी प्रधानमंत्री ने किसी ख़ास वर्ग या विपक्ष को निशाना बनाने के लिए इतने नफ़रत भरे और असभ्य शब्द नहीं कहे.
मुख्यमंत्री का गृह-ज़िला होने की वजह से चौराहों, पार्कों, ताल व नदी घाटों का सौंदर्यीकरण हुआ है. लगभग हर सड़क फोर लेन हो रही है. पूरे शहर का दृश्य बदलता दिख रहा है. लेकिन इन निर्माण कार्यों के कारण बड़े पैमाने पर विस्थापन हुआ है और विस्थापित हुए लोगों की पीड़ा को सुनने वाला कोई नहीं है.
नरेंद्र मोदी ने एक साक्षात्कार में कहा कि दुनिया को महात्मा गांधी के बारे में रिचर्ड एटनबरो की 1982 की फिल्म 'गांधी' के रिलीज़ होने तक पता नहीं था, इस पर राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस की शाखाओं में सिखाया जाने वाला दृष्टिकोण महात्मा गांधी को समझने की अनुमति नहीं देता है क्योंकि संघ उनके हत्यारे गोडसे के रास्ते पर चलता है.
पूरे भारत से आई ख़बरें बता रही हैं कि 2014 और 2019 का 'मोदी मैजिक' इस बार ग़ायब है क्योंकि चुनाव लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र और राज्य स्तर पर लड़े गए हैं, जहां बेरोजगारी, महंगाई और ग्रामीण संकट पूरे भारत में आम विषय हैं.
भारतीय जनता पार्टी ने बलिया से वीरेंद्र सिंह मस्त का टिकट काटकर पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर को टिकट दिया है. नीरज शेखर 2014 का लोकसभा चुनाव सपा के टिकट पर लड़े थे, पर भाजपा प्रत्याशी भरत सिंह से हार गए थे. उनका सामना इस बार सपा के सनातन पांडेय से है.
घटना गोंडा ज़िले में हुई, जहां कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी करण भूषण सिंह का काफ़िला कैसरगंज से हुजूरपुर की तरफ जा रहा था. बताया गया है कि गाड़ी ने बाइक सवार दो युवकों को टक्कर मारी, जिनकी मौक़े पर ही मौत हो गई. घटना में एक बुजुर्ग महिला भी घायल हुई हैं.
उत्तर प्रदेश के आखिरी चरण में 1 जून को 13 लोकसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. ये सभी सीटें पूर्वांचल क्षेत्र की हैं, जहां पिछले चुनाव में भाजपा की स्थिति मज़बूत थी. हालांकि, इस बार तस्वीर थोड़ी अलग नज़र आ रही है.
उत्तर प्रदेश की राजनीति में सपा का ‘पीडीए’ आज उसी तरह केंद्र में है, जैसे कभी बसपा की ‘सोशल इंजीनियरिंग’ हुआ करती थी. सभी जातियों को एक साथ लाने की सपा की रणनीति लोकसभा चुनाव को नया समीकरण देती दिख रही है.
उत्तर प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से कोई साल ऐसा नहीं गुज़रा जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक न हुए हों. शुरूआत 2017 में यूपी आरक्षी परीक्षा का पेपर लीक होने से हुई थी, जिसमें 1.20 लाख आवेदक शामिल हुए थे.
लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के दिन सुबह से ही राज्य पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों ने गुरदासपुर, जालंधर, अमृतसर, कपूरथला, नवांशहर और फरीदकोट जिलों में संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मज़दूर मोर्चा के किसान नेताओं के घरों पर पहुंचना शुरू कर दिया था.
2019 के पिछले आम चुनावों के दौरान कुल मतों की पूर्ण संख्या एक मुद्दा थी. इस बार भी प्रत्येक चरण के मतदान प्रतिशत के अंतिम आंकड़े उपलब्ध नहीं कराने के कारण चुनाव आयोग को आलोचना का सामना करना पड़ा है.