तेलंगाना से भाजपा विधायक टी. राजा सिंह ने गोवा में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मंच पर बांग्लादेश का झंडा फाड़ते हुए कहा कि 'जो भी भारत के ख़िलाफ़ आएगा, उसका यही हश्र होगा.' उन्होंने तलवार भी लहराई और कहा कि यह हर हिंदू के घर में होनी चाहिए.
उत्तरकाशी में रविवार को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच दक्षिणपंथी समूहों द्वारा आयोजित महापंचायत में शहर में दशकों पुरानी मस्जिद के ख़िलाफ़ जिले भर में विरोध प्रदर्शन की योजना की घोषणा की गई, साथ ही 'लैंड जिहाद' से निपटने के लिए 'बुलडोज़र' के इस्तेमाल की सलाह दी गई.
इंदौर के भवरकुआ क्षेत्र में पिछले 35 वर्षों से शिखर गरबा मंडल द्वारा गरबा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. हालांकि, इस वर्ष बजरंग दल के सदस्यों ने कार्यक्रम के मुस्लिम आयोजक फ़िरोज़ ख़ान पर 'लव जिहाद' को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.
घटना सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय की है. पुलिस के मुताबिक, पीड़ित छात्र दो छात्राओं के साथ कहीं से लौट रहा था, जब परिसर में मोटरसाइकिल सवार चार-पांच अज्ञात लोगों ने उसे रोका और आईडी कार्ड मांगा. इसे देखने के बाद उसे 'लव जिहाद' का आरोप लगाते हुए पीटा गया.
राजस्थान के कोटा ज़िले के खजूरी ओडपुर सरकारी स्कूल का मामला. शिक्षकों के ख़िलाफ़ कार्रवाई सांगोद ब्लॉक के सर्व हिंदू समाज द्वारा राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को शिकायत भेजने के बाद हुई. छात्रों ने निलंबन के ख़िलाफ़ एसडीएम कार्यालय तक मार्च किया. इनका कहना है उनके स्कूल में धर्म परिवर्तन की कोई घटना नहीं हुई है.
अमेरिका स्थित संगठन ‘इंडिया हेट लैब’ द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, जहां साल 2023 की पहली छमाही में हेट स्पीच 255 घटनाएं हुईं, वहीं दूसरी छमाही में यह संख्या बढ़कर 413 हो गई यानी इनमें 62% की वृद्धि’ दर्ज की गई. 36% यानी 239 घटनाओं में ‘मुसलमानों के ख़िलाफ़ हिंसा का प्रत्यक्ष आह्वान शामिल था.
वीडियो: विश्व हिंदू परिषद ने 'हिंदुओं को जगाने' के लिए 30 सितंबर से 15 अक्टूबर तक 'शौर्य जागरण यात्रा' निकालने का ऐलान किया है. इसे सांप्रदायिक माहौल बनाए रखने की कवायद बताया जा रहा है. इस बारे में वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान का नज़रिया.
असम के गोलाघाट के हुए तिहरे हत्याकांड को असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने ‘लव जिहाद’ का मामला बताया था. इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा ने कृष्ण और रुक्मिणी की शादी को इससे जोड़ दिया था. इसके बाद उनके खिलाफ भाजयुमो ने कई एफ़आईआर दर्ज कराई है.
बीते 26 मई को मुस्लिम समुदाय के एक युवक सहित दो लोगों द्वारा एक हिंदू लड़की के कथित अपहरण के प्रयास के बाद से उत्तराखंड के पुरोला में तनाव व्याप्त हो गया था. उसके बाद कई मुस्लिम परिवारों ने शहर छोड़ दिया था. अब वापस लौटे परिवारों से कहा गया है कि वे घर के अंदर भी सभा में नमाज़ का आयोजन न करें, इससे शांति भंग हो सकती है.
वीडियो: एक हिंदू लड़की के कथित अपहरण के प्रयास के बाद से उत्तराखंड के पुरोला क़स्बे में तनाव व्याप्त है. दक्षिणपंथी हिंदू समूह घटना को ‘लव जिहाद’ बता रहे हैं, वहीं, इससे इनकार करते हुए लड़की के परिजनों ने कहा कि पूरा मामला कुछ हिंदुत्ववादी संगठनों, नेताओं और एक पत्रकार की साज़िश का नतीजा है. इस बारे में देहरादून के लोगों से बातचीत.
उत्तरकाशी ज़िले के पुरोला में हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा मुस्लिम और उनकी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाए जाने के बाद कई मुस्लिम परिवार क़स्बे से जा चुके हैं. इनमें भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे से जुड़े नेता भी हैं. उनका मानना है कि अगर राज्य सरकार मुसलमानों की मदद की इच्छा रखती, तो ऐसा नहीं होता.
दो युवकों द्वारा एक हिंदू लड़की के कथित अपहरण के प्रयास के बाद से उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के पुरोला क़स्बे में तनाव व्याप्त है. दक्षिणपंथी हिंदू समूह घटना को ‘लव जिहाद’ बता रहे हैं, वहीं, इससे इनकार करते हुए लड़की के मामा ने बताया है कि पूरा मामला कुछ हिंदुत्ववादी संगठनों, नेताओं और एक पत्रकार की साज़िश का नतीजा है.
उत्तरकाशी ज़िले के पुरोला में बीते 26 मई से सांप्रदायिक तनाव व्याप्त है. इस बीच, उत्तरकाशी ज़िला प्रशासन ने राज्य अल्पसंख्यक आयोग को सौंपी पहली आधिकारिक रिपोर्ट में अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले 11 दुकानदारों के शहर छोड़ने की पुष्टि की है.
उत्तराखंड में किस मज़हब के लोग कहां व्यवसाय करें, इसका फैसला संविधान या क़ानून नहीं बल्कि कट्टरपंथी करेंगे! नफ़रत के बीज बोने वाले जिन लोगों को जेल की सलाखों के पीछे होना चाहिए वे युगपुरुष बनकर क़ानून को ठेंगा दिखा रहे हैं और संविधान की शपथ लेने वाले उनके आगे दंडवत हैं.
वीडियो: उत्तराखंड के पुरोला में दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा प्रस्तावित 'महापंचायत' स्थगित होने के अगले दिन स्थानीय बाज़ार खुले दिखे. द वायर से बातचीत में दुकानदारों ने कहा कि क्षेत्र ने हिंदू-मुस्लिम समुदायों में विद्वेष पहले देखने को नहीं मिला और अब मीडिया के माध्यम से कुछ लोगों ने ऐसे जताया कि यहां कुछ ग़लत हो रहा है.