घटना फेज़-3 क्षेत्र के सेक्टर 121 की अजनारा सोसाइटी की है, जहां शनिवार देर रात एक निजी सुरक्षा गार्ड से मारपीट करने के आरोप में तीन महिलाओं पर मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने बताया कि महिलाएं एक कार में थीं, जिस पर सोसाइटी का स्टिकर नहीं था, जिसके कारण गार्ड ने उन्हें पूछताछ के लिए रोक दिया था.
घटना सेक्टर 121 स्थित क्लो काउंटी सोसाइटी की है, जहां प्रोफेसर के तौर पर कार्यरत एक महिला ने गाड़ी के लिए गेट खोलने में हुई देरी के बाद गार्ड से दुर्व्यवहार किया और गालियां दीं. पुलिस के अनुसार, सिक्योरिटी एजेंसी द्वारा महिला पर केस दर्ज करवाने पर उन्हें गिरफ़्तार किया गया था, बाद में उन्हें ज़मानत मिल गई.
शीर्ष अदालत ने यौनकर्मियों के पुनर्वास के लिए गठित एक समिति की सिफ़ारिशों पर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पुलिस बलों को यौनकर्मियों और उनके बच्चों के साथ सम्मान के साथ व्यवहार और मौखिक या शारीरिक रूप से दुर्व्यवहार न करने का निर्देश दिया है.
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न से संबंधित शिकायतें दर्ज करने के लिए ऑनलाइन शिकायत प्रबंधन तंत्र विकसित किया है, जिसे शी-बॉक्स कहा जाता है. राज्यसभा में पेश आंकड़ों के अनुसार इसमें विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों से ऐसी 391 शिकायतें मिली हैं, जिनमें से 150 एक जनवरी 2020 से अब तक की हैं.
गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल मध्य प्रदेश के दमोह में एक युवक के बीमार मां के लिए ऑक्सीजन की मांग करने पर उसे 'दो थप्पड़ मारने' की बात कहते नज़र आए थे. इस युवक की कोरोना संक्रमित मां अस्पताल में भर्ती थीं.
घटना जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल की है. महिला का कहना है कि वह गर्भवती थीं और अचानक शुरू हुई ब्लीडिंग के बाद अस्पताल पहुंची थीं, जहां फर्श पर ख़ून गिर जाने पर स्टाफ ने मारपीट की. इसके बाद वह एक निजी अस्पताल गईं, जहां बताया गया कि गर्भस्थ शिशु की मौत हो गई है.