साल 2018 में हापुड़ में क़ासिम नाम के बकरी व्यापारी को हिंदू भीड़ द्वारा गोहत्या का आरोप लगाते हुए बेरहमी से पीटा गया था, जिनकी बाद में मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिसकर्मियों द्वारा बेहद संवेदनहीनता दिखाते हुए घायल क़ासिम को सड़क पर घसीटते हुए अस्पताल पहुंचाया गया था.
यूपी भाजपा ने बीते हफ्ते सचिन अहलावत को बुलंदशहर में पार्टी का मंडल अध्यक्ष नियुक्त किया है. अहलावत दिसंबर 2018 में कथित गोकशी को लेकर बुलंदशहर के स्याना में भड़की हिंसा के मामले में आरोपी हैं. इस हिंसा में यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या हुई थी.
घटना बारगढ़ ज़िले के साहूटिकरा गांव में तब हुई, जब चार युवकों ने घर लौट रहे कॉलेज छात्रों से कथित तौर पर मोबाइल फोन छीनने की कोशिश की. पुलिस ने बताया कि एक युवक भागने में सफल रहा, जबकि बाकी तीन को भीड़ ने बेरहमी से पीटा. एक की मौक़े पर ही मौत हो गई और दूसरे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया.
बिहार के रोहतास ज़िले के सूर्यपुरा थाना क्षेत्र का मामला. सेना के पूर्व जवान विजेंद्र सिंह अपने निर्माणाधीन घर का निरीक्षण करने गए थे, जब मोटरसाइकिल पर आए तीन लोगों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद भीड़ ने हमलावरों का पीछा कर दो लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी और एक अन्य को घायल कर दिया.
घटना उत्तर प्रदेश के हापुड़ ज़िले के लुहारी गांव में बीते 24 अक्टूबर को हुई. मृतक की पहचान इरशाद मोहम्मद के रूप में हुई है. रामलीला मैदान के पास उनकी बाइक से एक व्यक्ति को टक्कर लग गई थी, जिसके बाद भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था. इलाके में तनाव को देखते हुए पीएसी तैनात की गई है.
पुलिस ने बताया कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सुंदर नगरी में एक पूजा पांडाल से प्रसाद चोरी करने के संदेह में एक 26 वर्षीय मानसिक रूप से कमज़ोर युवक को बिजली के खंभे से बांधकर कई घंटों तक लाठियों से पीटा गया, जिससे उनकी मौत हो गई. युवक की पहचान इसार मोहम्मद के रूप में हुई है.
मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि कैबिनेट ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद इस फैसले को मंज़ूरी दे दी है. वर्ष 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने लिंचिंग और भीड़ द्वारा हिंसा से निपटने के लिए व्यापक दिशानिर्देश जारी करते हुए निर्देश दिया था कि राज्य सरकारें ‘लिंचिंग/भीड़ द्वारा हिंसा पीड़ित मुआवज़ा योजना’ तैयार करेंगी.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि घटना ओखला फेज़-2 स्थित संजय कॉलोनी इलाके की है. मृतक की पहचान मोहम्मद हनीफ़ के रूप में हुई है, जो कुली का काम करते थे. झड़प में उनके दो नाबालिग बेटे भी घायल हुए हैं. पुलिस केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है.
यह घटना झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 25 किलोमीटर दूर झांझी टोला गांव में हुई. पुलिस ने कहा कि कुछ दिन पहले एक परिवार के सूअरों ने उनके रिश्तेदारों के खेत में फसल को कथित तौर पर नष्ट कर दिया था. इस बात पर लाठी और कृषि उपकरणों से लैस कई लोगों ने दूसरे परिवार के सदस्यों पर हमला किया था.
उत्तर प्रदेश के सीतापुर ज़िले का मामला. हरगांव थाना क्षेत्र के राजेपुर गांव में बीते 18 अगस्त को यह घटना हुई. मृतकों की पहचान अब्बास और उनकी पत्नी कमरुल निशा के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि अब्बास का बेटा शौकत पड़ोस के हिंदू परिवार की बेटी के साथ कुछ साल पहले भाग गया था, जिसके कारण दोनों परिवारों के बीच विवाद चल रहा था.
बीते 17 अगस्त को असम के दरांग और तामुलपुर ज़िलों में चोरी के संदह में दो लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. मृतकों की पहचान 45 वर्षीय मजीबुल हक़ और 27 वर्षीय बिनोद ब्रह्मा के रूप में हुई. इससे पहले बीते 12 अगस्त और 24 जुलाई को होजई और मोरीगांव ज़िलों में भी ऐसी घटनाएं हुई थीं.
सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका पर केंद्र और छह राज्यों - महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश तथा हरियाणा - से जवाब मांगा है. याचिका में दावा किया गया है कि शीर्ष अदालत के 2018 के फैसले में राज्यों को लिंचिंग सहित घृणा अपराधों के ख़िलाफ़ निर्णायक कार्रवाई करने का निर्देश देने के बावजूद मुसलमानों के ख़िलाफ़ ऐसे मामलों में चिंताजनक वृद्धि हुई है.
जुलाई 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को भीड़ द्वारा हिंसा और लिंचिंग की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कई दिशानिर्देश दिए थे. अब अदालत ने 2018 से ऐसी हिंसक घटनाओं के संबंध में दर्ज की गई शिकायतों, एफआईआर और अदालतों में पेश किए गए चालान से संबंधित वर्षवार डेटा दाखिल करने का निर्देश दिया है.
झारखंड के सरायकेला खरसावां ज़िले के एक गांव में 18 जून 2019 को चोरी के आरोप में तबरेज़ अंसारी नाम के युवक को भीड़ ने एक खंभे से बांधकर बेरहमी से कई घंटों तक पीटा था, जिसके कुछ दिनों हिरासत के दौरान उनकी मौत हो गई थी.
महाराष्ट्र के नासिक ज़िले का मामला. मुंबई के कुर्ला निवासी 32 वर्षीय अफ़ान अंसारी अपने सहयोगी नासिर शेख़ के साथ एक कार में मांस ले जा रहे थे, जब उन्हें कथित गोरक्षकों ने रोककर बर्बरतापूर्वक पीटा था. नासिक में ही इस महीने की शुरुआत में मवेशी तस्करी के संदेह में एक अन्य मुस्लिम युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी.