मणिपुर में और झड़पें, मोरेह निवासियों ने स्कूल खोलने, राज्य बलों को हटाने की मांग उठाई

मणिपुर में बीते 27 जनवरी को कुकी समुदाय के कम से कम दो लोगों की हत्या कर दी गई और खमेनलोक क्षेत्र में कई घर और चर्च जला दिए गए. इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम ने आरोप लगाया कि दोनों मृतक अपने गांव की सुरक्षा कर रहे थे और कथित तौर पर असम राइफल्स द्वारा उन पर गोलीबारी की गई.

मणिपुर हिंसा: विधायकों ने उग्रवादियों से समझौते रद्द करने, असम राइफल्स को हटाने की मांग उठाई

मणिपुर में हिंसा की हालिया घटनाओं के बाद राज्य के कुल 60 में से 32 विधायकों ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि राज्य में असम राइफल्स के बदले कोई और बल तैनात किया जाए, साथ ही कुकी उग्रवादी समूहों के साथ जारी समझौते (सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस) को विस्तार न दिया जाए. 

मणिपुर हिंसा: मोरेह में दो पुलिसकर्मियों की हत्या, थौबल में पुलिस मुख्यालय पर भीड़ का हमला

बीते 17 जनवरी को पुलिस मुख्यालय पर हमला करने के अलावा भीड़ ने थौबल के खंगाबोक इलाके में थर्ड इंडियन रिजर्व बटालियन के परिसर को भी निशाना बनाया था. म्यांमार से लगे तेंगनौपाल ज़िले के मोरेह शहर में दो पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद यह घटना सामने आई है. इन स्थितियों को लेकर राज्य के गृह विभाग के आयुक्त ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है.

मणिपुर: मोरेह में पुलिसकर्मी की हत्या का आरोपी भाजपा नेता निकला, निष्कासित किया गया

म्यांमार की सीमा से लगे तेंगनौपाल ज़िले के मोरेह में एक हेलीपैड पर तैनात मणिपुर पुलिस के जवान चिंगथम आनंद कुमार की 31 अक्टूबर, 2023 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मामले में पुलिस ने अब भाजपा ज़िला इकाई के एक नेता हेमखोलाल मटे को एक अन्य आरोपी के साथ गिरफ़्तार किया है.

मणिपुर: थौबल गोलीबारी में मृतकों की संख्या 5 हुई, राज्य सरकार ने जांच के लिए एसआईटी गठित की

बीते 1 जनवरी को मणिपुर के घाटी ज़िले थौबल के लिलोंग इलाके में हथियारबंद लोगों ने चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना के संबंध में मेईतेई पंगलों (मेईतेई मुसलमानों) द्वारा गठित संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) की मांगें सरकार ने मान ली हैं, जिसके बाद समिति शवों के अंतिम संस्कार करने पर सहमत हो गई है.

मणिपुर: थौबल में ताज़ा ​​हिंसा में चार लोगों की हत्या, घाटी के 4 ज़िलों में कर्फ्यू लगाया गया

मणिपुर के घाटी क्षेत्र में स्थित थौबल ज़िले के लिलोंग इलाके में 1 जनवरी को यह हिंसा हुई. अज्ञात बंदूकधारियों छद्मवेश में पहुंचे और स्थानीय लोगों को निशाना बनाते हुए गोलीबारी शुरू कर दी थी. इसके बाद राज्य सरकार ने थौबल, इंफाल पूर्व, काकचिंग और बिष्णुपुर ज़िलों में फिर से कर्फ्यू लगा दिया है.

मणिपुर हिंसा: सशस्त्र उपद्रवियों और पुलिस के बीच गोलीबारी के बाद मोरेह में कर्फ्यू लगाया गया

मोरेह कुकी प्रभुत्व वले तेंगनौपाल ज़िले में है, जो 3 मई को राज्य में कुकी-ज़ो और मेईतेई समुदायों के बीच भड़के जातीय संघर्ष से प्रभावित ज़िलों में से एक है. शनिवार दोपहर वहां तब हिंसा भड़क उठी, जब सशस्त्र उपद्रवियों ने पुलिस जवानों की एक टीम पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें एक जवान घायल हो गया.

मणिपुर: गोलीबारी में युवक की मौत; भड़काऊ ख़बरों के प्रकाशन के आरोप में संपादक गिरफ़्तार

इंफाल पुलिस ने भड़काऊ समाचार प्रकाशित करने के आरोप में स्थानीय दैनिक ‘कांगलेइपाकी मीरा’ के संपादक वांगखेमचा श्यामजई को गिरफ्तार कर लिया है. उन पर दंगा भड़काने का इरादा रखने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है. वे 31 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिए गए हैं.

मणिपुर हिंसा: आदिवासियों ने सीमावर्ती शहर में ‘अतिरिक्त’ पुलिस कमांडो की तैनाती का विरोध किया

म्यांमार सीमा से लगे मणिपुर के तेंगनौपाल ज़िले के मोरेह शहर में आदिवासी महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है. कई आदिवासी संगठनों ने दावा किया कि शहर में इंफाल घाटी से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात करने के प्रयास चल रहे हैं, इससे शांति भंग हो सकती है. उनके अनुसार, अतिरिक्त मेइतेई पुलिस की तैनाती गंभीर चिंता का विषय है.