गुजरात दंगों के मुस्लिम गवाहों का कहना है कि कैसे अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के निकट आने के साथ उनकी सुरक्षा वापस ले लेने की कार्रवाई ने उनके डर को फिर से जगा दिया है. उनका कहना है कि राम मंदिर की मांग ने ही इस पूरे अध्याय को जन्म दिया था और बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी.
गुजरात दंगों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष जांच दल (एसआईटी) ने आठ दंगा प्रभावित ज़िलों में ज़किया जाफरी को छोड़कर 159 लोगों को प्राप्त सुरक्षा वापस लेने का निर्णय लिया है. इनमें नरोदा पाटिया नरसंहार केस में माया कोडनानी और बाबू बजरंगी को सज़ा सुनाने वालीं रिटायर्ड जज ज्योत्सना याज्ञनिक भी शामिल हैं.
वीडियो: 28 फरवरी 2002 को नरोदा पाटिया, अहमदाबाद में कौसर बानो की बस्ती पर हमला हुआ था. वह गर्भवती थीं. हत्यारों ने पेट चीरकर गर्भस्थ शिशु को आग के हवाले कर दिया था. इस दर्दनाक वाक़ये पर कवि अंशु मालवीय की कविता.
भाजपा ने गुजरात की नरोदा सीट से मौजूदा विधायक बलराम थवानी को एक और मौका देने के बजाय पायल कुकरानी को मैदान में उतारा है. पायल नरोदा पाटिया दंगा मामले में दोषी क़रार दिए गए 16 व्यक्तियों में से एक मनोज कुकरानी की बेटी हैं. पार्टी ने बिलकीस बानो के बलात्कारियों को ‘संस्कारी’ बताने वाले विधायक चंद्रसिंह राउलजी को भी गोधरा से टिकट दिया है.