उत्तर प्रदेश: अगर विपक्षी गठबंधन ‘मंडल-2’ है तो इसे ‘कमंडल-2’ से सचेत रहना होगा

सामाजिक अन्याय झेलते आ रहे कई वंचित तबके सपा-कांग्रेस एकता की बिना पर आए लोकसभा चुनाव के नतीजों को ‘मंडल-2’ की संज्ञा दे रहे और भविष्य को लेकर बहुत आशावान हैं. हालांकि, इस एकता की संभावनाओं और सीमाओं की गंभीर व वस्तुनिष्ठ पड़ताल की ज़रूरत है.

टीडीपी-जदयू अपने घोषणापत्र के मुताबिक भाजपा के विभाजनकारी एजेंडे का विरोध करें: जमात

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दल तेलुगु देशम पार्टी के नेता और एन. चंद्रबाबू नायडू के बेटे एन. लोकेश नायडू ने कहा है कि परिसीमन और समान नागरिक संहिता जैसे विवादास्पद मुद्दों पर निर्णय एकतरफा न लिए जाएं. साथ ही, उन्होंने आश्वासन दिया है कि किसी भी समुदाय का आरक्षण नहीं छीना जाएगा.

एनडीए के सहयोगी दल समर्थन के बदले क्या चाहते हैं?

2014 और 2019 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने के लिए क्षेत्रीय दलों की ज़रूरत नहीं थी. लेकिन इस बार है. ऐसे में भाजपा नहीं चाहेगी कि गठबंधन के प्रमुख घटक दलों, ख़ासकर तेदेपा और जदयू में से कोई नाराज़ हो.

केंद्रीय एजेंसियों की जांच की आंच से भागकर भाजपा में गए नेताओं को जनता ने नकारा

लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा के करीब एक चौथाई उम्मीदवार दूसरे दलों से आयात किए हुए थे. भाजपा की इस रणनीति से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कई कार्यकर्ता नाराज़ थे.

भाजपा के शुभचिंतक उत्तर प्रदेश के मतदाताओं के निर्णय को स्वीकार क्यों नहीं पा रहे हैं

जहां भाजपा सपा (और कांग्रेस) द्वारा उत्तर प्रदेश में उसे दी गई गहरी चोट को ठीक से सहला तक नहीं पा रही, उसके शुभचिंतक बुद्धिजीवी और विश्लेषक ‘मुद्दई सुस्त, गवाह चुस्त’ की तर्ज पर इस चोट को साधारण क़रार देने के लिए एक के बाद एक कुतर्क गढ़ रहे हैं.

एनडीए सरकार बनाने के लिए जोड़तोड़ शुरू, चंद्रबाबू नायडू ने शिक्षा और वित्त सहित नौ मंत्रालय मांगे

लोकसभा में बहुमत से बहुत दूर रही भाजपा के लिए तेलुगू देशम पार्टी का साथ महत्वपूर्ण है. एन. चंद्रबाबू नायडू भाजपा के साथ बातचीत के लिए पूरी तरह तैयार बताए जा रहे हैं और उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष पद के साथ वित्त, कृषि जैसे विभिन्न मंत्रालयों की भी मांग की है.

लोकसभा चुनाव: तमिलनाडु में डीएमके को स्पष्ट जीत, भाजपा को एक सीट भी नहीं मिली

राज्य की कुल 39 लोकसभा सीटों से द्रमुक ने 22 सीटों पर जीत दर्ज की है, वहीं कांग्रेस को नौ सीटें मिली हैं. 'इंडिया' गठबंधन की इसकी सहयोगी पार्टी वीसीके, भाकपा, माकपा को दो-दो सीटों पर और आईयूएमएल को एक सीट पर जीत हासिल हुई है.

परिणाम ने एग्जिट पोल को नकारा, अकेले पूर्ण बहुमत भी नहीं जुटा पाई भाजपा

उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में भाजपा की सरकार है, लेकिन तीनों ही राज्यों में विपक्षी 'इंडिया गठबंधन' ने कड़ी टक्कर दी है.

बिहार: एनडीए ने स्पष्ट जीत दर्ज की, पूर्णिया से पप्पू यादव को मिली सफलता

निर्वाचन आयोग के नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि बिहार की 40 सीटों पर एनडीए गठबंधन ने बढ़त बना रखी है. 'इंडिया' गठबंधन की ओर से आरजेडी 4, कांग्रेस 1 एवं वामदल दो सीटों पर आगे हैं.

लोकसभा चुनाव: कितने भरोसेमंद हैं एक्ज़िट पोल्स

एग्ज़िट पोल चुनाव के परिणाम नहीं बल्कि अनुमान होते हैं, जो सर्वे के दौरान मतदाताओं के पूछे गए सवालों के जवाब के आधार पर तैयार किए जाते हैं. हालांकि, पिछले सालों के अनुमान देखें, तो इनके आकलन को सटीक नहीं कहा जा सकता.

नरेंद्र मोदी ने नफ़रती भाषण देकर प्रधानमंत्री पद की गरिमा को कम किया है: डॉ. मनमोहन सिंह

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान से पहले जारी एक पत्र में कहा कि नरेंद्र मोदी पहले पीएम हैं जिन्होंने सार्वजनिक चर्चा की गरिमा को कम किया है. इससे पहले किसी प्रधानमंत्री ने किसी ख़ास वर्ग या विपक्ष को निशाना बनाने के लिए इतने नफ़रत भरे और असभ्य शब्द नहीं कहे.

इंदौर में भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या की है, जनता के मत देने के अधिकार को लूटा है: जीतू पटवारी

गुजरात की सूरत लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार के निर्विरोध चुने जाने के कुछ दिनों बाद मध्य प्रदेश के इंदौर में कांग्रेस उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया और कुछ ही घंटों में भाजपा में शामिल हो गए. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का कहना है कि भाजपा के राजनीतिक माफिया ने इंदौर के 20 लाख मतदाताओं को वोट देने के अधिकार से वंचित कर लोकतंत्र की हत्या की है.

केरल की लड़ाई: बिखरे विपक्षी गठबंधन के सामने क्या भाजपा राज्य में अपनी पहली जीत दर्ज करा पाएगी?

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में केरल में होने जा रहा मुक़ाबला न केवल भाजपा, बल्कि विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन के लिए भी महत्वपूर्ण है. भाजपा ने आज तक राज्य में कोई संसदीय सीट नहीं जीती है, वहीं केंद्र में भाजपा की विभाजनकारी राजनीति को 'इंडिया' गठबंधन के बैनर तले चुनौती देने की बात करने वाले विपक्षी दल केरल में एलडीएफ और यूडीएफ में बंटकर एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.

‘एनडीए अब गठबंधन नहीं भाजपा के वर्चस्व वाला जमावड़ा है, जिसमें अधिकतर घटक दल मजबूरी में हैं’

साक्षात्कार: डाॅ. रामबहादुर वर्मा जाने-माने राजनीति विज्ञानी, लेखक व स्तंभकार हैं, जो राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय राजनीति के दो टूक विश्लेषण के लिए जाने जाते हैं. 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र उनसे बातचीत.