कवयित्री मधुमिता शुक्ला की हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सज़ा काट रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि को समय से पहले रिहा कर दिया है. इस आदेश को मधुमिता के बहन निधि शुक्ला ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि यूपी सरकार ने गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों को ‘नज़रअंदाज़’ करते हुए उन्हें रिहा करने का आदेश दिया.
बसपा ने महराजगंज की नौतनवा सीट से अमनमणि त्रिपाठी को टिकट दिया है. उन पर उनकी पत्नी सारा की हत्या का आरोप है, जिसमें वे ज़मानत पर बाहर हैं. अमनमणि के माता-पिता साल 2003 के बहुचर्चित मधुमिता हत्याकांड में आजीवन कारावास की सज़ा काट रहे हैं. सारा की मां सीमा और मधुमिता की बहन निधि अमनमणि को टिकट देने का विरोध कर रही हैं.