बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने कहा था कि नाम लेबल होते हैं. लेबल से आप वस्तु के बारे में जान सकते हैं, इसीलिए सभी विज्ञापनबाज़ एक अच्छे नाम की खोज में रहते हैं. अगर नाम आकर्षक नहीं है तो जनता आपके माल को पूछेगी भी नहीं.
विशेष रिपोर्ट: पिछले उपचुनाव में गोरखपुर से मिली हार के चलते पूरे देश में भाजपा के लिए सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली सीट अब पार्टी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए सबसे अधिक चिंता की सीट बन गई है.
76 वर्षीय लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने एक विज्ञप्ति जारी कर मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट से भाजपा द्वारा अब तक टिकट की घोषणा न करने पर सवाल उठाए हैं. भाजपा ने इस बार 91 वर्षीय लाल कृष्ण आडवाणी और 85 वर्षीय मुरली मनोहर जोशी को भी टिकट नहीं दिया है.
अगर नरेंद्र मोदी वापस सत्ता में आते हैं, तो अगले पांच सालों की तस्वीर ज़्यादा क्रूर और निर्मम होगी.
एक समाचार चैनल ने अपने स्टिंग ऑपरेशन में दावा किया है कि गोरखपुर से सांसद प्रवीण निषाद ने लोकसभा चुनाव में काला धन ख़र्च करने की बात स्वीकार की और इस चुनाव में भी काले धन के इस्तेमाल से उन्हें कोई ऐतराज़ नहीं था.
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में आठ सीटों पर चुनाव होने हैं, इनमें से सात सीटों पर भाजपा का क़ब्ज़ा है. इन सीटों को बचाकर रखना उसके लिए चुनौतीपूर्ण नज़र आ रहा है, क्योंकि सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस प्रत्याशियों की वजह से मुक़ाबला त्रिकोणीय हो गया है.
आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर क्या सोच रहे हैं उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर के मुस्लिम उम्मीदवार. बता रही हैं आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.
आयोग ने चुनाव आचार संहिता लागू होने के दौरान आदेशों के अनुपालन में ढुलमुल रवैये पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई करने का फैसला किया है.
असाधारण दिखना तानाशाह की मजबूरी होती है- यही बात उसकी सत्ता को वैधता देती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी असाधारण हो जाना चाहते हैं. पिछले पांच सालों में वह अनगिनत बार ख़ुद को असाधारण साबित करने की कोशिश करते रहे हैं.
आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के अध्यक्ष अजीत सिंह से आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
चुनावी बातें: नेताओं की बदज़ुबानी के लिए उन्हें सबक सिखाने में मतदाताओं की उदासीनता भी ज़िम्मेदार है, लेकिन एक वो समय था जब 1962 में उत्तर प्रदेश की बलरामपुर लोकसभा सीट के मतदाताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी जैसे वाकपटु नेता की अभद्र टिप्पणी के चलते उनकी जीती हुई बाज़ी पलटकर हार का मज़ा चखा दिया था.
पिछले पांच साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस न करने और ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान पर चर्चा कर रही हैं आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.
चुनाव आयोग से की गई शिकायत में आम आदमी पार्टी ने पूछा है कि आचार संहिता लागू होने के बाद क्या किसी दल को उसका अपना टीवी चैनल शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है?
वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष मिश्रा बता रहे हैं कि ओडिशा में मुख्य मुक़ाबले से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दूर नज़र आ रहे हैं. गांवों में भी लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की संभावनाओं की चर्चा कर रहे हैं.
वरिष्ठ पत्रकार मार्क टली बता रहे हैं कि विपक्ष इस चुनाव का पहला राउंड हार चुका है. उसके लिए भाजपा को अंतिम राउंड में जीतने से रोकना बहुत कठिन है.