पश्चिम बंगाल के जादवपुर विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष के छात्र की कथित तौर पर रैगिंग के कारण मौत के बाद प्रशासन ने छात्रावास में रहने वाले छात्रों के लिए नियम सख़्त कर दिए हैं. पूर्व छात्रों सहित बाहरी लोगों की मुक्त आवाजाही रोकने के लिए सभी छात्रावासों के प्रवेश द्वार प्रतिदिन रात 10 बजे बंद कर दिए जाएंगे और अगले दिन सुबह 6 बजे ही खोले जाएंगे. छात्रों को अपना पहचान-पत्र हमेशा अपने साथ रखना होगा.
पश्चिम बंगाल के जादवपुर विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष के छात्र की कथित तौर पर रैगिंग के कारण मौत के बाद परिसर में ऐसी घटनाओं की जांच के लिए संस्थान द्वारा गठित एक समिति ने पाया कि लड़कों के छात्रावास में रहने वाले प्रथम वर्ष के छात्रों को कथित तौर पर अपने अंडरगार्मेंट उतारने, दीवार पर अपना चेहरा रगड़ने, मेंढक की तरह कूदने के लिए मजबूर किया जाता है.
बीते 9 अगस्त को कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी के प्रथम वर्ष के एक छात्र की परिसर के पास लड़कों के हॉस्टल की दूसरी मंज़िल से कथित तौर पर गिरने के बाद मौत हो गई थी. कोलकाता पुलिस की प्रारंभिक जांच कहती है कि घटना से पहले छात्र को नग्नावस्था में घुमाया गया और उसका यौन उत्पीड़न किया गया था.
शिष्या ने दाती महाराज पर दो साल पहले बलात्कार करने का आरोप लगाया. अपनी शिकायत में शिष्या ने कहा है कि दाती महाराज ने उन्हें चुप रहने की धमकी दी थी.