मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन के दौरान दर्ज किए गए 1.40 लाख से अधिक मामलों में से मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन करने वाले मामलों को वापस लिया जाएगा.
मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के बाहर सावन के पहले सोमवार के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी थी. मंदिर में घुसने के प्रयास में लोगों में आपस में धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिसके बाद भगदड़ जैसी स्थिति होने पर परिसर का एक बैरिकेड टूट गया और कुछ लोग घायल हो गए.
एक आरटीआई आवेदन में कोविड महामारी के दौरान मास्क के प्रभाव से संबंधित जानकारी मांगी गई थी, जिस पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोई जवाब नहीं दिया. केंद्रीय सूचना आयोग ने इस आवेदन को व्यापक जनहित वाला बताते हुए कहा कि मंत्रालय के अधिकारियों ने इसे एक से दूसरी जगह सिर्फ ट्रांसफर करके पोस्ट ऑफिस वाला काम किया है.
अमूमन कुंभ मेला हर बारह साल पर लगता है, लेकिन इस बार हरिद्वार में हुआ कुंभ पिछली बार हुए आयोजन के ग्यारह साल बाद हुआ क्योंकि केंद्र और राज्य सरकार के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने से कहीं अधिक ज़रूरी ज्योतिषियों को ख़ुश रखना था.
एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड के हरिद्वार शहर में चल रहे कुंभ में शामिल मध्य प्रदेश के निर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर कपिल देव दास की कोविड 19 संक्रमण से बीते 13 अप्रैल को मौत हुई है. कुंभ मेले में कोरोना की बिगड़ती रही स्थिति को देखते हुए 13 अखाड़ों में से निरंजनी और तपो निधि श्री आनंद अखाड़े ने इस आयोजन से हटने का ऐलान किया है.
हरिद्वार में कुंभ मेले में सोमवार को अमावस्या के अवसर पर हुए दूसरे शाही स्नान में 28 लाख के क़रीब श्रद्धालु पहुंचे. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, रविवार सुबह 11.30 बजे से सोमवार की शाम तक 18,169 श्रद्धालुओं का कोविड टेस्ट किया गया, जिनमें से 102 कोरोना पॉज़िटिव पाए गए.
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच उत्तराखंड के हरिद्वार में कुंभ मेला जारी है. रविवार को हरिद्वार में सर्वाधिक 401 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें साधु-संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि सहित जूना अखाड़े के करमा गिरि और जूना अखाड़े के नितिन गिरि भी शामिल हैं.
दिल्ली हाईकोर्ट ने वकीलों की उन चार याचिकाओं को ख़ारिज करते हुए ये टिप्पणी की, जिनमें अकेले निजी वाहन चलाते हुए मास्क न पहनने के लिए चालान काटने को चुनौती दी गई थी. अदालत ने चालान काटने के दिल्ली सरकार के फैसले में हस्तक्षेप से इनकार करते हुए कहा कि अगर किसी वाहन में केवल एक व्यक्ति है तो उसे भी सार्वजनिक स्थान माना जाएगा.
गुजरात हाईकोर्ट ने दो दिसंबर को मास्क नहीं पहनने वालों को कोविड-19 केयर सेंटर पर अनिवार्य सामुदायिक सेवा का आदेश देते हुए इस संबंध में राज्य सरकार को एक अधिसूचना जारी करने के लिए निर्देश दिया था.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने संबंधी दिशानिर्देशों का लगभग सभी राज्यों में पालन नहीं किया जा रहा. राजनीतिक, धार्मिक सहित समारोहों में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं. नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए उचित तंत्र नहीं है.
सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा है कि दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र और असम में कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण से बाहर हो गया है. पीठ ने स्थिति से निपटने के लिए चारों राज्यों द्वारा उठाए गए कदमों, मरीजों के प्रबंधन और मौजूदा स्थिति पर दो दिन के भीतर स्टेटस रिपोर्ट जमा करने को कहा है.
नौ सितंबर को इंडिगो की चंडीगढ़-मुंबई फ्लाइट में अभिनेत्री कंगना रनौत सवार थीं. इस दौरान मीडियाकर्मियों द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करने के आरोप हैं. इसके बाद डीजीसीए ने विमानन कंपनियों को चेताया है कि अगर आगे ऐसा हुआ तो दो हफ़्तों के लिए फ्लाइट सस्पेंड कर दी जाएगी.
9 सितंबर को इंडिगो की चंडीगढ़-मुंबई फ्लाइट में अभिनेत्री कंगना रनौत सवार थीं. इस दौरान मीडियाकर्मियों द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करने के आरोप हैं. इसके बाद डीजीसीए ने विमानन कंपनियों को चेताया है कि अगर आगे ऐसा हुआ तो दो हफ़्तों के लिए फ्लाइट सस्पेंड कर दी जाएगी.
महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम की बस से राज्य के किसी भी हिस्से में जाने के लिए ई-पास या कोरोना-फ्री सर्टिफिकेट की बाध्यता समाप्त कर दी गई है. राज्य में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के कारण मार्च में बस सेवा बंद कर दी गई थी.
कोरोना वायरस के मद्देनज़र लगभग पांच महीने तक बंद रहने के बाद जम्मू कश्मीर स्थित वैष्णो देवी मंदिर समेत अन्य धार्मिक स्थलों को भी भक्तों के लिए खोल दिया गया है. नए दिशानिर्देशों के मुताबिक, अब प्रतिदिन केवल 2,000 श्रद्धालुओं को ही वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन की अनुमति होगी, जिसमें से केवल 100 श्रद्धालु ही जम्मू कश्मीर से बाहर के होंगे.