अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में पहली बार भारतीय महिला क्रिकेट टीम आईसीसी टी-ट्वेंटी विश्वकप के फाइनल में है और इसका श्रेय 16 वर्षीय शेफाली वर्मा की बल्लेबाज़ी को जाता है. महज़ छह महीने पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आई शेफाली अपने शानदार प्रदर्शन के चलते दुनिया के उत्कृष्ट बल्लेबाज़ों की आईसीसी रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुंच गई हैं.
आईसीसी की एकदिवसीय और ट्वेंटी-20 क्रिकेट की विभिन्न श्रेणियों को जोड़कर देखें तो 11 भारतीय महिला क्रिकेटर टॉप 10 रैंकिंग वाली हैं जबकि पुरुष क्रिकेटरों की संख्या महज 6 है. वर्तमान पुरुष क्रिकेटरों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन के बावजूद देश में महिला क्रिकेट को न दर्शकों से समुचित तवज्जो मिलती है न ही मीडिया से.
बीसीसीआई ने धोनी के अलावा दिनेश कार्तिक, ख़लील अहमद और अंबाती रायडु से भी क़रार ख़त्म कर लिया है. वहीं कप्तान विराट कोहली, उप-कप्तान रोहित शर्मा और तेज गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ‘ए प्लस’ ग्रेड में बने हुए हैं, जिन्हें अनुबंध के तहत प्रति वर्ष सात करोड़ रुपये मिलते हैं.
विश्व कप क्रिकेट के फाइनल के सुपर ओवर में मैच टाई रहने पर न्यूजीलैंड के खिलाफ इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया गया था. हालांकि, दुनियाभर के मौजूदा और पूर्व क्रिकेटरों ने चौके छक्के गिनकर विश्व कप विजेता का निर्धारण करने वाले आईसीसी के ‘हास्यास्पद’ नियम की जमकर आलोचना की थी.
दीपा मलिक 49 साल की उम्र में इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाली सबसे उम्रदराज़ एथलीट भी बन गई हैं. दीपा को यह पुरस्कार चौथी बार में मिला क्योंकि पिछले तीन साल उनके नाम की अनदेखी की गई थी.
24 अगस्त को भारतीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मानसी जोशी ने स्विटजरलैंड के बासेल शहर में विश्व पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप के महिला एकल के फाइनल मुकाबले में हमवतन पारुल परमार को हराया था. अलग-अलग प्रतियोगिताओं में भारतीय खिलाड़ियों ने जीते 12 पदक.
विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में सिंधु का यह पांचवां पदक है. सिंधु ने दो कांस्य पदक के साथ टूर्नामेंट के पिछले दो सत्र में दो रजत पदक भी हासिल किया है.
विश्वकप क्रिकेट फाइनल के आखिरी ओवर में फेंके गए ओवरथ्रो पर अंपायर कुमार धर्मसेना ने छह रन दिया था. इस फैसले को पूर्व अंपायर साइमन टफेल समेत कई विशेषज्ञों ने गलत बताया था.
भारतीय महिला धावक हिमा दास ने 400 मीटर दौड़ में ये स्वर्ण पदक जीता है. उन्होंने पिछले 19 दिनों में अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक मीट में शामिल होकर अब तक पांच गोल्ड मेडल अपने नाम किए हैं.
2019 में क्रिकेट के इतिहास में पहली बार बाउंड्री की गणना के आधार पर विश्वकप विजेता की घोषणा की गई, जिसके बाद से आईसीसी के नियमों की आलोचना हो रही है.
बीते 17 जुलाई को चेक रिपब्लिक में टबोर एथलेटिक्स मीट में 200 मीटर की दौड़ 23.25 सेकेंड में पूरा कर हिमा दास शीर्ष स्थान पर रहीं.
विश्वकप क्रिकेट फाइनल में इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड का मैच और सुपरओवर दोनों टाई हो गया था. तब आईआईसी ने नए नियमों के तहत पूरी पारी और सुपरओवर में लगाए गए चौके-छक्के की संख्या के आधार पर इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया. आईसीसी के इस फैसले की भी आलोचना हुई थी.
रविवार को खेले गए क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड के बीच हुई टक्कर में मैच और सुपरओवर दोनों टाई हो गया. आईआईसी ने नए नियम के आधार पर पूरी पारी और सुपरओवर में लगाए गए चौके-छक्के की संख्या के आधार पर इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया.
विश्व कप क्रिकेट के सेमीफाइनल मैच में 240 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 49.3 ओवर में 221 रनों पर ही सिमट गई.
दुती चंद इस प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर इन खेलों में अव्वल रहने वाली पहली भारतीय महिला ट्रैक और फील्ड खिलाड़ी बन गई हैं. इसके अलावा वैश्विक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली हिमा दास के बाद वह दूसरी भारतीय एथलीट हैं.