कलकत्ता हाईकोर्ट ने पांच लाख लोगों के ओबीसी प्रमाणपत्र रद्द किए, ममता बोलीं- आदेश अस्वीकार

कलकत्ता हाईकोर्ट ने 2010 से बंगाल में कई समुदायों को दिए गए अन्य पिछड़ा वर्ग का दर्जा रद्द करते हुए कहा कि ओबीसी न केवल इसलिए घोषित किया जाता है क्योंकि वह वैज्ञानिक और पहचान योग्य आंकड़ों के आधार पर पिछड़ा है, बल्कि इस आधार पर भी घोषित किया जाता है कि ऐसे वर्ग का राज्य की अधीनस्थ सेवाओं में अपर्याप्त प्रतिनिधित्व है.

मेटा ने भारत में चुनाव के दौरान एआई से छेड़छाड़ कर बनाए राजनीतिक विज्ञापनों को मंज़ूरी दी: रिपोर्ट

द गार्डियन की एक रिपोर्ट बताती है कि फेसबुक और इंस्टाग्राम के मालिक मेटा ने भारत के चुनाव के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से हेरफेर कर बनाए गए ऐसे राजनीतिक विज्ञापनों को मंज़ूरी दी, जो ग़लत सूचना फैलाते थे और धार्मिक हिंसा भड़काने वाले थे.

मध्य प्रदेश: कथित ऊंची जाति के लोगों ने दलित दूल्हे को बग्घी से खींचकर पीटा, फायरिंग की

मामला ग्वालियर ज़िले के करहिया गांव का है. पुलिस का कहना है कि दूल्हे नरेश जाटव के परिवार ने आरोप लगाया है कि कथित ऊंची जाति के लोगों ने बारात के उनके इलाके से गुज़रने पर आपत्ति जताई थी.

मतदान के अंतिम आंकड़ों का खु़लासा करने का कोई क़ानूनी प्रावधान नहीं है: चुनाव आयोग

चुनाव आयोग द्वारा अंतिम मतदान प्रतिशत के आंकड़े जारी करने में देरी पर सुप्रीम कोर्ट में जारी सुनवाई के दौरान एक हलफ़नामा पेश करते हुए भारतीय निर्वाचन आयोग ने कहा है कि डेटा को सार्वजनिक करने से उसका दुरुपयोग हो सकता है, जिससे जनता के बीच चुनावी प्रक्रिया पर अविश्वास पैदा हो सकता है.

संघ और भाजपा: कितने दूर, कितने पास?

क्या स्वयंसेवक उस सामाजिक स्वीकार्यता की अनदेखी कर पाएंगे जो मोदी सरकार के कारण उन्हें मिली है? क्या नाराज़ स्वयंसेवक अपने प्रचारक प्रधानमंत्री से दूरी बना पाएंगे? या वे आख़िरकार सामंजस्य कर लेंगे, यह सोचकर कि 2025 के अपने शताब्दी वर्ष में सत्ता से बाहर रहने का जोखिम उठाना बुद्धिमानी नहीं?

दिल्ली 2024: ‘जीबी रोड’ पर चुनावी हलचल

जीबी रोड की ज़्यादातर सेक्स वर्कर्स के लिए लोकसभा चुनाव और उसके नतीज़े के कोई मायने नहीं है. उनका कहना है कि सरकार ने उनके लिए सालों से कुछ नहीं किया, इसलिए अब उम्मीद भी नहीं है. यह इलाका चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र में आता है, जहां इस बार मुक़ाबला 'इंडिया' गठबंधन से उतरे कांग्रेस के जेपी अग्रवाल और भाजपा के प्रवीण खंडेलवाल के बीच है.

उत्तर प्रदेश: भाजपा समर्थक रहा सैंथवार मल्ल समाज अपना रास्ता क्यों बदल रहा है?

उत्तर प्रदेश में राजनीतिक ताक़त हासिल करने के आकांक्षी जाति समूहों में अब एक नया नाम सैंथवार समुदाय का जुड़ गया है. सियासी भागीदारी को लेकर गोरखपुर मंडल में सक्रिय यह समुदाय भाजपा का समर्थक माना जाता था, लेकिन टिकट न मिलने पर अब असंतुष्ट है.

मोदी का नाम लिए बिना चुनाव आयोग ने भाजपा के स्टार प्रचारकों से भड़काऊ भाषण न देने को कहा

चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेने से परहेज़ करते हुए पार्टी अध्यक्ष के रूप में जेपी नड्डा को निर्देश दिया है कि वे अपने सभी स्टार प्रचारकों से 'धार्मिक/सांप्रदायिक आधार पर किसी भी प्रचार के तरीकों/बयानों से दूर रहने के लिए कहें.

एमपी: नर्सिंग घोटाले की जांच कर रहे दो सीबीआई अधिकारी गिरफ़्तार, रिश्वत लेकर दे रहे थे क्लीन चिट

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने राज्य के नर्सिंग कॉलेजों में कथित अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंपी थी, जिसके बाद बीते फरवरी में एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में 169 नर्सिंग कॉलेज को क्लीन चिट दी थी. अब ख़ुद एजेंसी ने कहा है कि उसके अधिकारी निरीक्षण के बाद अनुकूल रिपोर्ट देने के लिए हर संस्थान से रिश्वत ले रहे थे.

कर्नाटक: रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में एनआईए ने दो इंजीनियर को अवैध हिरासत में लिया

हिरासत में लिए गए दोनों इंजीनियर रिश्ते में भाई हैं. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 41ए के तहत अनिवार्य गिरफ़्तारी का नोटिस दिए बगैर ही उन्हें हिरासत में लिया है.

झारखंड: राहुल गांधी को 2018 में अमित शाह के ख़िलाफ़ टिप्पणी करने के मामले में अदालत ने समन भेजा

केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बारे में वर्ष 2018 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कथित तौर पर टिप्पणी की थी कि ‘भाजपा एक हत्यारोपी को अपनी पार्टी के अध्यक्ष के रूप में स्वीकार कर सकती है, लेकिन कांग्रेस में ऐसा कभी नहीं हो सकता.’

केरल विश्वविद्यालय के सीनेट में राज्यपाल की तरफ से की गईं नियुक्तियों को हाईकोर्ट ने रद्द किया

यह फैसला केरल विश्वविद्यालय के चार छात्रों द्वारा दायर की गई याचिकाओं पर आया है. सीपीआई (एम) और उसकी छात्र शाखा का कहना था कि राज्यपाल ने सीनेट में जिन चार छात्रों को नामांकित किया था, वे एबीवीपी कार्यकर्ता हैं और उनकी सिफारिश संघ परिवार ने की थी.

दलितों का वोट है लेकिन राज उनका नहीं है

जनतंत्र में दलितों की भागीदारी क्या मात्र संख्या है या वे इस जनतंत्र की शक्ल भी तय कर सकते हैं? मतदान का जो समान अधिकार दलितों को मिला या उन्होंने लिया, वह भी ऐसे जनतंत्र का संसाधन बन गया जो पारंपरिक वर्चस्व को और मज़बूत करता है. कविता में जनतंत्र स्तंभ की बीसवीं क़िस्त.

लोकसभा चुनाव: 2020 दंगों के बाद पहले चुनाव में किसे चुनेंगे उत्तर पूर्वी दिल्ली के मतदाता?

ग्राउंड रिपोर्ट: 2020 में दंगों की चपेट में रहे उत्तर पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र के मतदाता बंटे हुए हैं. जहां एक तबका भाजपा का परंपरागत मतदाता है, वहीं कई लोग सांप्रदायिक राजनीति से इतर स्थानीय मुद्दों पर बात कर रहे हैं. यहां भाजपा के मनोज तिवारी और 'इंडिया' गठबंधन के कन्हैया कुमार के बीच मुक़ाबला है.