प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक कहीं कवरेज की भूख मिटाने का प्रयोजन तो नहीं है

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक हुई है. इस सवाल को रैली में कितने लोग आए, कितने नहीं आए इसे लेकर ज़्यादा बहस की ज़रूरत नहीं. सुरक्षा इंतज़ामों में पंजाब सरकार की भूमिका हो सकती है लेकिन यह एसपीजी के अधीन होती है. प्रधानमंत्री कहां जाएंगे और उनके बगल में कौन बैठेगा यह सब एसपीजी तय करती है. इसलिए सबसे पहले कार्रवाई केंद्र सरकार की तरफ से होनी चाहिए.

एनआईए द्वारा गिरफ़्तार युवक के परिजन बोले- 12वीं का छात्र आतंकी संगठन में भर्ती कैसे कर सकता है

एनआईए अधिकारियों के मुताबिक़, 18 साल के अर्सलान को जम्मू कश्मीर में हिंसक गतिविधियों के लिए सूबे के युवाओं को कट्टरपंथी बनाने, उकसाने और भर्ती करने के लिए रची गई साज़िश संबंधित मामले में 30 दिसंबर को गिरफ़्तार किया गया था. परिवार ने एजेंसी के दावों का खंडन किया है.

यूपी: हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब के ख़िलाफ़ महिला के बालों पर थूकने के आरोप में केस दर्ज

उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर का मामला. राष्ट्रीय महिला आयोग ने यूपी पुलिस से उस कथित वीडियो की सत्यता की जांच करने को कहा है, जिसमें वे ऐसा करते नज़र आ रहे हैं. हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब ने कहा कि ये पेशेवर कार्यशालाएं लंबी होती हैं तो हमें उन्हें हास-परिहास वाला बनाना पड़ता है. अगर आपको ठेस पहुंची है तो मैं दिल से माफ़ी मांगता हूं.

डॉक्टरों को राहत, सुप्रीम कोर्ट ने ‘नीट-पीजी 2021-22’ के लिए काउंसलिंग शुरू करने की अनुमति दी

पिछले कई हफ़्तों से डॉक्टर काम का अधिक बोझ होने के विरोध में नीट-पीजी काउंसिलिंग शुरू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. केंद्र सरकार के आश्वासन के बाद बीते दिनों उन्होंने अपना प्रदर्शन वापस ले लिया था. इस आदेश से उन अनेक डॉक्टरों को राहत मिलेगी, जो पोस्ट ग्रेजुएट चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए इंतज़ार कर रहे हैं.

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले उम्मीदवारों के लिए चुनावी ख़र्च की सीमा बढ़ाई गई

चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों के लिए चुनावी खर्च की सीमा 70 लाख रुपये से बढ़ाकर 95 लाख रुपये कर दी है. वहीं, विधानसभा चुनाव में यह सीमा 28 लाख रुपये के स्थान पर 40 लाख रुपये होगी. आयोग ने क़ानून मंत्रालय की अधिसूचना का हवाला देते हुए यह जानकारी दी.

टेक फॉग ऐप राष्ट्रीय सुरक्षा को ख़तरे में डाल सकता हैः डेरेक ओ ब्रायन

द वायर ने दो वर्षों की पड़ताल के बाद स्रोतों की मदद से एक गोपनीय ऐप टेक फॉग का ख़ुलासा किया, जिसका इस्तेमाल सत्ताधारी दल से संबद्ध लोगों द्वारा कृत्रिम रूप से पार्टी की लोकप्रियता बढ़ाने, इसके आलोचकों को प्रताड़ित करने और प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बड़े पैमाने पर जनधारणाओं को एक ओर मोड़ने के लिए किया जाता है.

अदालत ने ज़मानत पर चल रहीं सुधा भारद्वाज को मुंबई के बजाय ठाणे में रहने की अनुमति दी

एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में क़रीब तीन साल बाद ज़मानत पर रिहा हुईं, अधिवक्ता और कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज ने अर्ज़ी देकर ठाणे स्थित मित्र के घर में रहने की अनुमति मांगी थी और कहा था कि मुंबई में घर पाना महंगा है. अदालत ने इसे स्वीकार करते हुए उन्हें हर हफ़्ते ठाणे के वर्तक नगर पुलिस थाने में हाज़िरी देने का निर्देश दिया है.

भारत ने पैंगोंग झील के पास चीन के पुल बनाने पर कहा, इलाका 60 वर्षों से चीन के अवैध क़ब्ज़े में

एक रिपोर्ट से हवाले से पता चला था कि चीन द्वारा एलएसी पर पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के पास पुल का निर्माण किया जा रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि पुल उन क्षेत्रों में बनाया जा रहा है, जो लगभग 60 वर्ष से चीन के अवैध क़ब्ज़े में हैं और भारत ने इस तरह के अवैध क़ब्ज़े को कभी स्वीकार नहीं किया है. भारत ने चीनी दूतावास द्वारा सांसदों को पत्र लिखे जाने की

‘बुली बाई’ ऐप विवाद: दिल्ली पुलिस ने कहा- मुख्य साज़िशकर्ता की गिरफ़्तारी के साथ मामला सुलझ गया

‘बुली बाई’ ऐप पर नीलामी के लिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की छेड़छाड़ की गईं तस्वीरों को उनकी अनुमति के बिना अपलोड कर दिया गया था. पुलिस ने बताया कि असम के जोरहाट से गिरफ़्तार 21 वर्षीय नीरज बिश्नोई इस मामले का मुख्य साज़िशकर्ता है और उसने ऐप बनाने की बात स्वीकार कर ली है. पुलिस ने इस मामले में नीरज समेत चार लोगों को गिरफ़्तार किया है.

टेक फॉग: भाजपा का मददगार ऐप, जिसने साइबर फ़ौज को नफ़रत फैलाने व ट्रेंड्स से छेड़छाड़ की ताक़त दी है

एक्सक्लूसिव: द वायर ने उन दावों की पड़ताल की है, जिसमें कहा गया है कि ऑनलाइन कार्यकर्ताओं द्वारा प्रमुख सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग प्लेटफॉर्म को हाईजैक करने और घरेलू उपयोगकर्ताओं के बीच दक्षिणपंथी प्रोपगैंडा को बढ़ावा देने के लिए एक बेहद परिष्कृत ऐप 'टेक फॉग' का इस्तेमाल किया जा रहा है.

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों को मिली एसएसजी सुरक्षा हटेगी

विशेष सुरक्षा समूह (एसएसजी) जम्मू और कश्मीर में एक विशेष सुरक्षा इकाई है जिसे पूर्व राज्य में मुख्यमंत्रियों और पूर्व मुख्यमंत्रियों की सुरक्षा के लिए बनाया गया था. इस निर्णय से फ़ारूक़ अब्दुल्ला, ग़ुलाम नबी आज़ाद और दो अन्य पूर्व मुख्यमंत्रियों- उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ़्ती की सुरक्षा ऐसे समय में हट जाएगी, जब श्रीनगर में कई आतंकी घटनाएं हुई हैं. आज़ाद के अलावा सभी पूर्व मुख्यमंत्री श्रीनगर में रहते हैं. 

‘बुली बाई’ मामला: असम से इंजीनियरिंग छात्र गिरफ़्तार, अब तक चार लोग पकड़े गए

‘बुली बाई’ इस ऐप पर नीलामी के लिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की छेड़छाड़ की गईं तस्वीरों को उनकी अनुमति के बिना अपलोड करने के मामले में गिरफ़्तार चौथे व्यक्ति की पहचान 21 वर्षीय नीरज विश्नोई के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि बिश्नोई ने ही गिटहब प्लेटफॉर्म पर ‘बुली बाई’ ऐप का निर्माण किया था और वह ट्विटर पर ‘बुली बाई’ का मुख्य अकाउंट होल्डर भी है.

उत्तराखंड हाईकोर्ट ने निर्वाचन आयोग से पूछा, क्या डिजिटल रैलियां/ऑनलाइन मतदान संभव है

एक जनहित याचिका में उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रॉन के कारण इसके बढ़ते मामलों के मद्देनज़र स्थगित करने का अनुरोध किया गया है, जिसके बाद हाईकोर्ट ने निर्वाचन आयोग से डिजिटल रैलियों जैसे वैकल्पिक तरीकों के बारे में सोचने के लिए कहा है.

सीडीएस हेलीकॉप्टर दुर्घटना: जांच रिपोर्ट में तकनीकी ख़राबी या साज़िश से इनकार

8 दिसंबर को हुए इस हादसे के जांचकर्ताओं ने रूस में निर्मित दो इंजन वाले एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के पीछे किसी तकनीकी गड़बड़ी या षड्यंत्र की आशंका से इनकार किया है. ख़राब मौसम के कारण कंट्रोल्ड फ्लाइट इनटू टेरेन (सीएफआईटी) की स्थिति को घटना का मुख्य वजह माना गया है.

बुली बाई ऐप मामला: मुंबई पुलिस ने कहा- गुमराह करने के लिए सिख नामों का इस्तेमाल किया गया

मुंबई पुलिस ने बताया कि सिख समुदाय से संबंधित नामों का इस्तेमाल यह दिखाने के लिए किया गया कि ये ट्विटर हैंडल उस समुदाय के लोगों द्वारा बनाए गए हैं. ‘बुली बाई’ ऐप के ज़रिये जिन महिलाओं को निशाना बनाया गया, वे मुस्लिम थीं, इसलिए ऐसी संभावना थी कि इससे दो समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा हो सकती थी और सार्वजनिक शांति भंग हो सकती थी.