यूपी: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के गवाह किसान नेता पर हमला, गोलियां चलाई गईं

भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के ज़िला अध्यक्ष और लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में गवाह दिलबाग सिंह की गाड़ी पर दो हमलावरों ने तब गोलियां चलाईं जब वे गोला कोतवाली क्षेत्र में अलीगंज-मुडा रोड से घर लौट रहे थे. सिंह को इस हमले में कोई चोट नहीं आई. इस मामले से जुड़े दो अन्य गवाहों पर भी पूर्व में हमले हो चुके हैं.

यूपी: मेरठ के थाने के बाहर पोस्टर लगाने के मामले में छह भाजपा कार्यकर्ता गिरफ़्तार

मेरठ के मेडिकल थाने पर 'भाजपा कार्यकर्ताओं का आना मना है' पोस्टर लगाने के मामले में पुलिस ने छह स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार किया है. पुलिस ने बताया कि एक संपत्ति विवाद के सिलसिले में भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाना प्रभारी पर अनुचित पक्ष लेने का दबाव बनाया था, जिससे इनकार के बाद उन्होंने हंगामा किया और थाना प्रभारी का नाम लिखते हुए यह पोस्टर लगा दिया.

पुलिस दबिश के दौरान महिलाओं की मौत के मामले में यूपी सरकार को एनएचआरसी का नोटिस

बागपत ज़िले के छपरौली थाना क्षेत्र में पुलिस की दबिश के दौरान ज़हर खाने वाली मां और दो बेटियों की मौत के मामले में आरोपी दारोगा को निलंबित कर दिया गया है. वहीं, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेज चार हफ्ते के अंदर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है.

यूपी: बिकरू कांड में विकास दुबे को पुलिस छापे की सूचना देने वाले दो पुलिसकर्मी बर्ख़ास्त

जुलाई 2020 में कानपुर स्थित बिकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों ने पुलिस दल पर हमला कर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की थी. पुलिस की विभागीय जांच में सामने आया है कि दुबे को पुलिस की छापेमारी की सूचना तत्कालीन चौबेपुर थाना प्रभारी और उप-निरीक्षक ने दी थी.

यूपी: पुलिस दबिश के दौरान ज़हर खाने वाली बागपत की मां-बेटी की भी मौत

घटना बागपत ज़िले के छपरौली थाना क्षेत्र की है, जहां पुलिस की दबिश के दौरान आरोपी की मां और दो बहनों ने ज़हर खा लिया था. छपरौली थाने के दारोगा समेत छह लोगों के ख़िलाफ़ उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है. इस महीने यूपी पुलिस की दबिश के दौरान महिलाओं की मौत की यह चौथी घटना है.

यूपी: पेपर लीक केस में गिरफ़्तार हुए पत्रकार बोले- दोषी अफसरों पर कार्रवाई तक लड़ाई जारी रहेगी

बीते 30 मार्च को यूपी बोर्ड की 12वीं की अंग्रेज़ी परीक्षा का पेपर लीक हो गया था. इस संबंध में ख़बर लिखने के कारण बलिया के तीनों पत्रकारों को गिरफ़्तार किया गया था. इनमें से दो पत्रकारों- अजित ओझा और दिग्विजय सिंह ने कहा कि अधिकारियों ने ख़ुद को बचाने के लिए पत्रकारों को फंसाया था.

यूपी: कोर्ट ने किसान प्रदर्शन संबंधी रिपोर्ट पर द वायर, इसके संपादक के ख़िलाफ़ दर्ज केस रद्द किया

26 जनवरी 2021 को नई दिल्ली में कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे एक प्रदर्शनकारी की मौत संबंधी रिपोर्ट के सिलसिले में यूपी पुलिस द्वारा द वायर, इसके संपादक सिद्धार्थ वरदराजन और रिपोर्टर इस्मत आरा पर दर्ज एफआईआर ख़ारिज करते हुए अदालत ने कहा कि ख़बर में किसी तरह का कोई उकसावा नहीं था.

यूपी पुलिस की दबिश के दौरान आरोपी की मां और दो बहनों ने खाया ज़हर, एक की मौत

उत्तर प्रदेश के बागपत ज़िले के छपरौली थाना क्षेत्र का मामला. पुलिस ने बताया कि प्राप्त जानकारी के मुताबिक आरोपी की मां और दोनों बहनों को डर था कि आरोपी के नहीं पकड़े जाने पर पुलिस उनको हिरासत में ले सकती है. इस महीने ये चौथी घटना है, जब यूपी पुलिस की दबिश के दौरान कथित तौर पर चार महिलाओं की मौत हो चुकी है.

उत्तर प्रदेश: हाथरस ज़िले में हिरासत में मौत के संबंध में दो और गिरफ़्तार

बीते 16 मई को हिंदू जागरण मंच के एक कार्यकर्ता की कथित तौर पर हिरासत में मौत हो गई थी. हाथरस ज़िले के चांदपा थाने में दर्ज मौत के मामले में पांच पुलिसकर्मियों समेत कुल 17 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जबकि पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, इनमें से दो के ख़िलाफ़ हत्या की एफ़आईआर दर्ज की गई है.

यूपी: बदायूं एसएसपी ऑफिस के सामने ख़ुद को आग लगाने वाले किसान की मौत, पांच पुलिसकर्मी निलंबित

उत्तर प्रदेश में बदायूं के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र का मामला. आरोप है कि बीते 23 अप्रैल को कुछ लोगों द्वारा गेहूं की फसल को आग लगाने के बाद पुलिस द्वारा उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई न किए जाने से परेशान होकर 52 वर्षीय किसान ने एएसपी कार्यालय के गेट के पास बीते बुधवार को ख़ुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली थी. बरेली में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

दबिश के दौरान यूपी पुलिस ने कथित तौर पर महिला को गोली मारी, पूरे थाने पर हत्या का मुक़दमा

पूर्वी उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर ज़िले की घटना. पुलिस का कहना है वह इस्लामनगर गांव में गोकशी के एक मामले में अब्दुल नाम के व्यक्ति को गिरफ़्तार करने के लिए दबिश देने गई थी. इस बीच ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हल्ला बोल दिया और पत्थरबाज़ी के साथ-साथ गोली भी चलाई, जिसमें महिला की मौत हो गई. इस महीने यह तीसरी घटना है, जिसमें दबिश के दौरान तीन महिलाओं की जान जा चुकी है.

कोर्ट ने कहा, केंद्रीय मंत्री किसानों को चेतावनी वाला बयान न देते तो शायद लखीमपुर हिंसा न होती

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने लखीमपुर खीरी हिंसा के चार आरोपियों की ज़मानत याचिका ख़ारिज करते हुए कहा कि राजनीतिक व्यक्तियों को ग़ैर-ज़िम्मेदाराना बयान नहीं देना चाहिए, क्योंकि उन्हें अपनी स्थिति और उच्च पद की गरिमा के अनुरूप आचरण करने की आवश्यकता होती है. हिंसा से पहले कृषि क़ानूनों को ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे किसानों को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ ने दो मिनट में ठीक कर देने की चेतावनी दी थी.

अयोध्या में दंगे भड़काने का प्रयास: इस ‘तमस’ की कोई सुबह नहीं…

भीष्म साहनी के उपन्यास ‘तमस’ ने बंटवारे के दौरान हिंदू मुस्लिम दंगों के निर्माण की परिघटना पर नज़र डालते हुए दूसरे के प्रार्थना स्थल पर निषिद्ध मांस फेंककर दंगा फैलाने की योजना को उजागर किया गया था. अस्सी साल का वक्फ़ा बीतने को है, लेकिन दंगा फैलाने की इस रणनीति में कोई गुणात्मक परिवर्तन नहीं आया है.

यूपी पुलिस की पूछताछ के दौरान वृद्धा की संदिग्ध स्थितियों में मौत, परिजनों का मारपीट का आरोप

उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद ज़िले के पचोखरा क्षेत्र में कथित रूप से पुलिस द्वारा ज़ोर से धक्का दिए जाने से गिरी एक 60 वर्षीय वृद्ध महिला की मौत हो गई है. इसी तरह की एक घटना चंदौली ज़िले में बीते एक मई को हुई थी, जहां एक पुलिस दल ने छापेमारी के दौरान एक रेत व्यापारी की दो बेटियों के साथ कथित तौर पर मारपीट की थी, जिसमें एक की मौत हो गई थी.

उत्तर प्रदेश: गैंगरेप की शिकायत करने थाने गई लड़की से कथित तौर पर थानाध्यक्ष ने किया बलात्कार

उत्तर प्रदेश के ललितपुर ज़िले के पाली थाने का मामला. पाली के थानाध्यक्ष को निलंबित करने के साथ-साथ थाने के अन्य सभी पुलिसकर्मियों को लाइनहाज़िर कर दिया गया है. इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है, जबकि आरोपी थानाध्यक्ष तथा अन्य अभियुक्तों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस के छह दल गठित कर उनकी तलाश की जा रही है.

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