जन गण मन की बात की 105वीं कड़ी में विनोद दुआ हालिया रेल हादसों और देश के विभिन्न राज्यों में बाढ़ की स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं.
नीतीश को अध्यक्ष बनाने का सुझाव देते हुए गुहा ने बताया कि वे ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कांग्रेस बगैर नेता वाली पार्टी है और नीतीश बगैर पार्टी वाले नेता हैं.
किसी व्यक्ति या संस्थान के व्यक्तित्व को कुछ शब्दों में परिभाषित किया जा सकता है. ‘वंशवाद’ शब्द से सीधे कांग्रेस हमारे दिमाग मे आती है. भ्रष्टाचार शब्द से यूपीए हमारे दिमाग में आता है. वहीं फेक या फ़र्जी शब्द अब भाजपा की मिल्कियत बनता जा रहा है.
पश्चिम बंगाल सीआईडी ने आसनसोल के हीरापुर से गिरफ्तार किया. बीते दिनों राज्य में हुई सांप्रदायिक हिंसा की फर्ज़ी तस्वीरें-वीडियो साझा करने का आरोप.
आज के नव उग्र-राष्ट्रवादी समय में यह याद करना फ़ायदेमंद होगा कि परिपक्व राष्ट्र युद्ध के समय भी साधारण व्यक्तियों या सुपरस्टारों को भी आधिकारिक ‘लकीर’ से अलग चलने की आज़ादी देता है.
पश्चिम बंगाल सरकार और केंद्र के बीच कलह को लेकर नाखुशी ज़ाहिर करते हुए पीठ ने कहा, हालात तभी सुधर सकते हैं जब दोनों पक्ष साथ बैठें और मतभेद सुलझाएं.
ममता न तो अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के आरोपों-अफवाहों पर लगाम कस पा रही हैं और न ही बहुसंख्यक उग्रता पर. आखिर सांप्रदायिकता को रोकने में बहुसंख्यक वोटों की सरकारों की तरह अल्पसंख्यक वोटों की सरकारें भी क्यों लाचार नज़र आती हैं?
जन गण मन की बात की 78वीं कड़ी में विनोद दुआ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इज़रायल दौरे और राज्यपालों की भूमिका पर चर्चा कर रहे हैं.
जिस पैगम्बर के व्यवहार ने उनपर रोज़ कूड़ा फेंकने वाली औरत को बदलने पर मजबूर कर दिया, उन्हीं के कुछ अनुयायी एक फेसबुक पोस्ट मात्र पर हिंसक हो जाते हैं.
जन गण मन की बात की 77वीं कड़ी में विनोद दुआ पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक तनाव और असम में बाढ़ पर चर्चा कर रहे हैं.
पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर ज़िले के एक गांव में ग्रामीणों को कुछ लोगों पर गाय चोर होने का संदेह हुआ तो पकड़कर उनकी पिटाई की जिससे उनकी मौत हो गई.
सीएम पवन चामलिंग ने गृह मंत्री को लिखा पत्र. कहा- पिछले 30 सालों से गोरखालैंड की मांग के चलते राज्य की एकमात्र लाइफलाइन राष्ट्रीय राजमार्ग-10 के बार-बार बंद होने की वजह से सिक्किम को काफी नुकसान उठाना पड़ा है.
अस्सी के दशक में अशांति से निपटने के लिए ज्योति बसु सरकार ने दार्जिलिंग की पहाड़ियों को अर्धसैनिक बलों से पाट दिया था. सेना ने सिर्फ दहशत फैलाने का काम किया.
बिमल गुरूंग के परिसर पर छापे के बाद भड़के पृथक गोरखालैंड के समर्थक. पिछले दो दिनों से स्कूल, बाज़ार और एटीएम बंद होने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित.
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख बिमल गुरूंग ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के तौर पर ममता बनर्जी ताकत दिखाने की कोशिश कर रही हैं लेकिन मैं भी पर्वतीय क्षेत्र का मुख्यमंत्री हूं.’