घटना सुरेंद्रनगर ज़िले की है, जहां एक अवैध कोयला खदान में दम घुटने से तीन मजदूरों की मौत हो गई. पुलिस ने चार लोगों के ख़िलाफ़ ग़ैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है, जिनमें सत्तारूढ़ भाजपा के तालुका पंचायत सदस्य शामिल हैं.
घटना हैलाकांडी ज़िले के अलगापुर राजस्व परिक्षेत्र के बकरीहावर पार्ट-1 की है, जहां एक कुएं की सफाई कर रहा मज़दूर ग़लती से उसके अंदर गिर गया. उन्हें बचाने के प्रयास में तीन और श्रमिक कुएं में गिर गए. पुलिस ने बताया है कि घटना में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साईं जिले में गुरुवार सुबह कुछ मज़दूर ऑटो में भर कर एक खेत पर काम करने जा रहे थे, रास्ते में हाईटेंशन बिजली की तार टूट कर ऑटो पर गिर गई. दो घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
दिल्ली हाईकोर्ट की पीठ उस जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें सफाईकर्मियों की लंबित तनख़्वाह जारी करने, उन्हें चिकित्सा सुविधा के साथ-साथ निजी सुरक्षा उपकरण भी उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है. याचिका में आरोप लगाया गया है कि इन सफाई कर्मचारियों और उनके परिवारों के इलाज और देखभाल के साथ-साथ चिकित्सा बीमा की कोई सुविधा प्रतिवादियों- केंद्र, दिल्ली सरकार और सफाई कर्मचारी आयोगों द्वारा उपलब्ध नहीं कराई गई है.
तमिलनाडु के विरुधुनगर ज़िले में सत्तूर के पास एक गांव में स्थिति पटाखा कारखाने में शुक्रवार दोपहर बाद हुए हादसे में तकरीबन 20 लोगों के घायल होने की सूचना है. घायलों को शिवकाशी और सत्तूर के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
गुजरात के अहमदाबाद शहर का मामला. पुलिस ने बताया कि दोनों श्रमिकों को रसायन टैंक की सफाई से पहले सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराए गए थे.
जिला प्रशासन ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान गुजरात के वापी शहर से अपने गांव लौटे इस श्रमिक को आने के बाद खांसी, ज़ुकाम और बुखार हुआ था. मंगलवार को सांस लेने में परेशानी होने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई.
गन्ने के खेत में काम करने वाले चालीस साल के पिंटू पंवार मार्च में लॉकडाउन लागू होने के समय पुणे में अपने माता-पिता से मिलने गए हुए थे. लॉकडाउन लगातार बढ़ने पर वे वहां से पैदल अपने गांव की ओर निकल गए, सोमवार को रास्ते के एक गांव के पास उनका शव मिला है.
पहला हादसा उत्तर प्रदेश के मैनपुरी ज़िले में, जबकि दूसरा हादसा कानपुर ज़िले में हुआ है. कानपुर में हुए हादसे में 12 लोग घायल भी हुए हैं.
दक्षिण पूवी दिल्ली का मामला. ज़हरीली गैस की चपेट में आने से हुई मौत. पुलिस ने केस दर्ज किया. पुलिस ने बताया कि मृतक ने सुरक्षा संबंधी उपकरण नहीं पहने हुए थे.