बाबा रामदेव ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि यह शर्मनाक बात है कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन दुराचार का आरोप लगाते हुए देश के पहलवान धरने पर बैठे हैं. ऐसे व्यक्ति को तुरंत गिरफ़्तार कर सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए. दिसंबर 2022 में सिंह ने रामदेव को ‘मिलावट का राजा’ क़रार दिया था.
रविवार को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे तो भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे पहलवान इसके सामने एक महिला महापंचायत का आयोजन करेंगे. खाप नेताओं ने चेतावनी दी है अगर महापंचायत को रोका गया तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.
वीडियो: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए देश के कई पदक विजेता पहलवानों ने 23 अप्रैल को दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन शुरू किया था. तीस दिनों के बाद भी पहलवानों की सिंह की गिरफ़्तारी की मांग पर पुलिस या सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई होनी बाकी है.
28 मई को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करने वाले हैं. भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए पहलवान लगभग एक महीने से दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
वीडियो: जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों के समर्थन में दिल्ली के दस महिला संगठन सामने आए, जहां हज़ार से अधिक महिलाओं ने एक मार्च निकालते हुए सिंह की गिरफ़्तारी के साथ अन्य मांगें सामने रखीं.
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि सरकार एक तरफ बेटी पढ़ाओ और महिला उत्थान की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ देश के लिए ओलंपिक पदक लाने वाली लड़कियां राष्ट्रीय राजधानी में न्याय पाने के लिए संघर्ष कर रही हैं. उसे आरोपी व्यक्ति के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, जो भाजपा का नेता भी है.
वीडियो: यौन शोषण के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्मी महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन को लगभग एक महीने हो चुके हैं. हाल ही में एक मार्च निकाला गया था, इसमें शामिल लोगों से बातचीत.
वीडियो: दिल्ली के जंतर मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ पहलवानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. उनका कहना है कि न्याय मिलने में देरी भी अन्याय के समान है.
बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए सरकार द्वारा नियुक्त निगरानी समिति के सामने गवाही देने वाली पहलवानों ने कहा है कि समिति की कार्यवाही निष्पक्ष नहीं थी. उनके अनुसार, समिति के एक सदस्य ने एक शिकायतकर्ता से कहा कि 'सिंह पिता समान हैं और उन्होंने जो किया वो निर्दोष भावना से किया होगा, जिसे महिलाओं ने ग़लत समझ लिया.'
असम जातीय परिषद नामक राजनीतिक दल ने राज्य के गुवाहाटी शहर में प्रदर्शन के दौरान ‘चैंपियन पहलवानों की दुर्दशा पर केंद्र सरकार की दयनीय उदासीनता’ के ख़िलाफ़ नारे लगाए. उन्होंने कहा कि पहलवानों को न्याय सुनिश्चित करने में केंद्र की हिचकिचाहट से भारतीय खिलाड़ियों के मनोबल पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा.
द इकोनॉमिक टाइम्स ने एक रिपोर्ट में पहलवानों की ओर से दर्ज एफ़आईआर के हवाले से बताया है कि उन्हें कथित तौर पर यह जानकर ‘झटका’ लगा है कि निगरानी समिति ने ‘आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के कृत्यों को सही ठहराने’ की कोशिश की है. समिति ने पिछले महीने अपनी रिपोर्ट केंद्र को सौंपी थी. तब से इसे सार्वजनिक नहीं किया गया है.
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ सात महिला पहलवानों ने शिकायत दर्ज कराई है. इनमें से दो महिलाओं की शिकायत में कहा गया है कि सिंह टूर्नामेंट, वॉर्म-अप सेशन और दिल्ली में महासंघ के दफ्तर में बहाने से महिला पहलवानों को अनुचित तरह से छूने और दबोचने का प्रयास करता था.
वीडियो: भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने आरोप लगाया है कि बुधवार रात नशे में धुत दिल्ली पुलिस के कर्मियों ने उनके साथ मारपीट और गाली-गलौज की.
वीडियो: नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर महिला खिलाड़ियों के यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच को लेकर प्रदर्शन कर रहे पदक विजेता पहलवानों के समर्थन में पहुंचे लोगों से बातचीत.
भारतीय ओलंपिक संघ के दस सदस्यीय एथलीट आयोग के कुछ सदस्यों ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के समर्थन में एक बयान तैयार किया था, लेकिन एक वरिष्ठ सदस्य द्वारा रोके जाने के बाद इसे जारी नहीं किया गया. इस आयोग की अध्यक्ष पूर्व ओलंपियन और बॉक्सर मैरी कॉम हैं.