सोमवार को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में भड़की भीड़ की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मृत्यु हो गई थी. इंस्पेक्टर दादरी के अख़लाक़ लिंचिंग मामले में जांच अधिकारी थे
बुलंदशहर के स्याना गांव में कथित गोकशी के बाद हुई हिंसा में पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह की मौत हो गई थी. सुबोध दादरी में गोमांस के शक में पीट-पीट कर मार दिए गए अख़लाक मामले के जांच अधिकारी रहे थे.
गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर पथराव करने के साथ बुलंदशहर के चिंगरावठी पुलिस चौकी और पुलिस के कई वाहनों में आग लगा दी. मामले की एसआईटी जांच के आदेश. इस संबंध में एक मामला गोकशी का दर्ज किया गया है जिसमें सात लोग नामज़द हैं.
बीते 27 नवंबर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक कथित फ़र्ज़ी मुठभेड़ में मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले के 20 वर्षीय युवक इरशाद अहमद की गोली मार कर हत्या कर दी थी. बीते 26 नवंबर को शामली में राजेंद्र नामक युवक की पुलिस वैन से खींचकर हत्या कर दी गई थी.
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में चल रहे 'धर्म संसद' में सोमवार को साधुओं ने कहा कि ये भगवान का अपमान है. ईश्वर की पूजा की जानी चाहिए, मूर्ति बनाकर प्रदर्शन नहीं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि अगस्त महीने में 100-150 बच्चों की मौत होती थी, जो इस बार घटकर छह पर पहुंच चुकी है.
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में पक्षकार रहे हाशिम अंसारी के बेटे इक़बाल अंसारी ने अयोध्या में धर्म सभा के नाम पर भीड़ जुटाने की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन लोगों को विधान भवन या संसद का घेराव करना चाहिए और अयोध्या के लोगों को सुकून से रहने देना चाहिए.
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल की 185 मीटर ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू आॅफ यूनिटी’ का अनावरण किया. राम की प्रस्तावित मूर्ति ‘स्टैच्यू आॅफ यूनिटी’ से बड़ी होगी.
अयोध्या में 1990-92 में प्रिंट मीडिया का प्रभुत्व था, अब इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने उसे पीछे धकेलकर सांप्रदायिक पत्रकारिता का परचम उससे छीन लिया है और ख़ुद को राम मंदिर आंदोलन का अघोषित प्रवक्ता बना लिया है.
धार्मिक पर्यटन बढ़ाने के नाम पर दिव्य दीपावली समेत कई सरकारी आयोजनों में भावनाओं के दोहन के लिए भारी-भरकम योजनाओं के बड़े-बड़े ऐलानों द्वारा लगातार ऐसा प्रचारित किया जा रहा है जैसे अयोध्या में स्वर्ग उतारकर हर किसी के लिए लाल गलीचे बिछा दिए गए हैं, लेकिन ज़मीनी सच्चाई इसके एकदम उलट है.
यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा, 'कुंभ के जरिये लोकसभा चुनाव के लिए ब्रांडिंग की जा रही है. कुंभ में हज़ारों करोड़ ख़र्च किया जा रहा है, जबकि राज्य सरकार के पास दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के लिए बजट नहीं है.'
इन लोगों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस के लिए सोशल मीडिया पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने का आरोप है.
उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि भारत गंगा जमुना तहज़ीब पर बना है. जितना ख़र्च नाम बदलने में हो रहा है, उतना ख़र्च करके शिक्षा,रोजगार,स्वास्थ्य,गरीबों के कल्याण में तेज़ी लाई जाती तो देश का नक्शा कुछ और होता.
प्रख्यात इतिहासकार प्रो. इरफ़ान हबीब ने कहा कि ‘गुजरात’ शब्द भी फ़ारसी मूल का है. पहले इसे ‘गुजरात्र’ के नाम से जाना जाता था. इसका भी नाम बदला जाना चाहिए.
शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में भगवान राम की मूर्ति बनाने की योगी आदित्यनाथ की घोषणा की की निंदा की. पार्टी ने कहा कि सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है इसलिए लोगों को गुमराह करने के लिए अयोध्या कार्ड खेल रही है.