एक जीवंत लोकतंत्र में 60 से ज़्यादा बच्चों की मौत किसी राजनेता का करिअर ख़त्म कर सकता था, लेकिन भारत में ऐसा नहीं होता.
सपा अध्यक्ष ने कहा, जिन्हें पार्टी छोड़कर जाना हैं वे बिना कोई बहाना बनाए जा सकते हैं ताकि पता चले कि बुरे वक़्त में कौन साथ है.
शिया नेता बुक्कल नवाब व यशवंत सिंह ने समाजवादी पार्टी और ठाकुर जयवीर सिंह ने बसपा छोड़ी. इनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें हैं.
विपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी ने कहा कि मार डालेंगे, काट डालेंगे से लेकर डंडा चलेगा जैसे शब्द जब सदन के नेता ही इस्तेमाल करें तो सत्ताधारी दल के बाकी नेताओं से क्या उम्मीद कर सकते हैं.
उत्तर प्रदेश सरकार ने सदन में बताया, 15 मार्च से नौ मई के बीच प्रदेश में लूट की 799, अपहरण की 2682 और डकैती की 60 वारदातें हुईं.
योग दिवस के कार्यक्रम में 51 हज़ार लोगों को जुटाने की योजना थी, जिसके लिए पूरे परिवहन विभाग को ड्यूटी पर लगा दिया गया.
नियमित अंतराल पर ऐसी तस्वीरें मीडिया में देखने को मिल जाती हैं जब किसी राष्ट्रीय या क्षेत्रीय पार्टी का पुरुष या महिला नेता तलवार, धनुष-बाण या गदा हाथ में लेकर इसका सार्वजनिक प्रदर्शन करता है.
सहारनपुर के शब्बीरपुर में हुई जातीय हिंसा पर यहां के दलित और राजपूत समुदाय के लोगों से बातचीत.
सहारनपुर में पिछले कुछ दिनों से जातीय हिंसा की घटनाएं लगातार सामने आई हैं. इस हिंसा पर रविदास हॉस्टल में रहने वाले छात्रों से बातचीत.
जन की बात की 26वीं कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) विधेयक और उत्तर प्रदेश में बने एंटी रोमियो स्क्वाड पर चर्चा कर रहे हैं.
जन की बात की 24वीं कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अवैध स्लॉटर हाउसों पर रोक और वित्त विधेयक पर चर्चा कर रहे हैं.
सांप्रदायिकता और जातिवाद के ख़िलाफ़ शुरू होने वाले गोरखनाथ पीठ से कभी बड़ी संख्या में मुसलमान और अछूत मानी जाने वाली जातियां जुड़ी थीं.
अमीर मुसलमानों से हज सब्सिडी छोड़ने की अपील करते हुए उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मोहसिन रज़ा ने कहा कि इससे गरीब और ज़रूरतमंदों को हज करने का मौका मिल सकेगा.
भाजपा ने उत्तर प्रदेश में भले ही किसी मुसलमान को टिकट नहीं दिया था लेकिन योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में एकमात्र मुसलमान मोहसिन रज़ा को जगह मिली है.
सवाल यह है कि अजय सिंह बिष्ट उपनाम योगी आदित्यनाथ की ताजपोशी को कैसे देखा जाए? आरंभ में आपको अटपटा लग सकता है लेकिन थोड़ा धैर्य से सोचेंगे तो पाएंगे कि संन्यासी का राजनीति से एक नाभि-नाल का संबंध रहा है.