चुनाव आयोग की ओर से अब तक आए आंकड़ों के अनुसार, झामुमो 12 सीटें जीत चुकी है और 18 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं. भाजपा 10 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है और 16 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. कांग्रेस ने अब तक छह सीटें जीती हैं, जबकि नौ सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.
चुनाव आयोग के अनुसार, शुरुआती रूझानों में झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल का गठबंधन 41 सीटों पर आगे चल रहा है जबकि भाजपा को 28 सीटों पर बढ़त हासिल है. राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी दल या गठबंधन को 41 सीटों की जरूरत होगी.
डायन बताकर महिलाओं की हत्या किए जाने के मामले में झारखंड पिछले कई सालों से लगातार देश में शीर्ष पर है. इसके बावजूद किसी भी राजनीतिक दल की प्राथमिकता में यह मुद्दा नज़र नहीं आता.
झारखंड के गुमिया ज़िले के सिसई में सुरक्षा बलों और ग्रामीणों की झड़प के दौरान गोलीबारी में एक ग्रामीण की मौत हो गई. दूसरे चरण के चुनाव में मुख्यमंत्री रघुबर दास समेत 260 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. जमशेदपुर पूर्वी सीट पर मुख्यमंत्री के ख़िलाफ़ उनकी ही सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सरयू राय चुनाव लड़ रहे हैं.
चुनाव अधिकारियों ने बताया कि कुछ स्थानों पर हिंसा की मामूली वारदात देखने को मिली, हालांकि कुल मिलाकर मतदान शांतिपूर्ण रहा. अभी दूरदराज़ के कई नक्सल प्रभावित इलाकों से अंतिम रिपोर्ट आना बाकी है. वहां की रिपोर्ट आने के बाद मतदान का प्रतिशत और बढ़ने की संभावना है.
बिहार में भाजपा की एक अन्य सहयोगी जदयू ने भी झारखंड चुनाव में अकेले उतरने का ऐलान किया है. वहीं, झारखंड में भाजपा की सहयोगी एजेएसयू ने भी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारने का एकपक्षीय ऐलान कर दिया है.
राज्य में 30 नवंबर को पहले चरण, सात दिसंबर को दूसरे चरण, 12 दिसंबर को तीसरे चरण, 16 दिसंबर को चौथे और 20 दिसंबर को पांचवें एवं आखिरी चरण का मतदान होगा.
राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से राज्य की कल्याणकारी योजनाओं पर लेख लिखने के लिए इच्छुक पत्रकारों से आवेदन मांगे गए. चार लेख लिखने वाले 30 चुनिंदा पत्रकारों को 15,000 रुपये दिए जाएंगे. विभाग ने बताया कि बड़ी संख्या में पत्रकारों से आवेदन मिले हैं.
जदयू पर अपने चुनाव चिह्न ‘तीर’ के साथ चुनाव लड़ने से इसलिए रोक लगाई गई है क्योंकि झारखंड मुक्ति मोर्चा और शिवसेना के चुनाव चिह्न ‘धनुष और तीर’ यह काफी मिलता-जुलता है.
झारखंड में महागठबंधन और जन विरोध के बावजूद भाजपा बड़ी जीत हासिल करने में कामयाब रही. राज्य गठन के बाद हुए लोकसभा चुनावों के वोट शेयर का आकलन किया जाए, तो यह स्पष्ट होता है कि झारखंड लंबे समय से इस परिणाम की ओर बढ़ रहा था. अब सवाल ये है कि क्या वे लोकसभा चुनाव में मिली हार के अनुभव से सीखते हुए चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं.
चुनाव आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य की 14 सीटों में से भाजपा 11, आजसू एक, कांग्रेस एक और झारखंड मुक्ति मोर्चा एक सीट जीती है.
उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ीपुर, चंदौली, डुमरियागंज, मऊ के साथ बिहार के सारण और महाराजगंज में ईवीएम की संदिग्ध आवाजाही का आरोप लगाया गया है. चुनाव आयोग ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि सभी मामलों को सुलझा लिया गया है.
लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण के मतदान में मतदाता उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट से चुनाव लड़ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 918 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे.
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छठे चरण में दिल्ली की सात सीटों के साथ उत्तर प्रदेश की 14, हरियाणा की 10, बिहार, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल की आठ-आठ तथा झारखंड की चार सीटों पर भी मतदान हो रहा है.