यह घटना देवरिया जिले की है, जहां एक व्यक्ति ने शनिवार देर रात जन्माष्टमी समारोह में संगीत बजाने को लेकर आपत्ति जताई, जिसके बाद आरोपियों ने उनके घर में घुसकर उन्हें और उनके बेटे को पीटा. पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को हिरासत में लिया है.
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि छात्र का दो दिन पहले कोचिंग में एक अन्य छात्र से बेंच पर बैठने को लेकर विवाद हुआ था. जिस छात्र से दो दिन पहले विवाद हुआ था, उसने अपने अन्य युवकों के साथ मिल कर छात्र की पिटाई कर दी. इसके बाद अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.
हाल ही में बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर और उत्तर प्रदेश के देवरिया के बालिका आश्रय गृहों में रहने वाली युवतियों के साथ बलात्कार और यौन शोषण के मामले सामने आए हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल सभी राज्यों के बाल आश्रय गृहों के सोशल ऑडिट का आदेश दिया था. बिहार और उत्तर प्रदेश के अलावा हिमाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, केरल, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और दिल्ली भी सोशल ऑडिट का विरोध कर रहे हैं.
प्रतापगढ़ के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में दो महिला आश्रय गृहों के निरीक्षण में सामने आया कि एक आश्रय गृह में 15 में से 12, तो दूसरे में 17 में से 14 महिलाएं गायब पाई गईं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देवरिया की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. इसकी गंभीरता को देखते हुए इसे सीबीआई को भेजने का निर्णय किया गया है.
उत्तर प्रदेश के देवरिया शहर में बीते पांच अगस्त को एक बालिका गृह में कथित तौर पर देह व्यापार होने का खुलासा हुआ था. मान्यता निरस्त होने के बाद भी बंद नहीं किया गया था. शिकायत करने वाली लड़की ने बताया कि एक दीदी को गाड़ी चार बजे ले जाती थी और वह सुबह वापस लौटती थीं.
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि पिछले दो सालों से मैं सांसदों से अनुरोध कर रही हूं कि वे अपने इलाकों के आश्रयगृहों का दौरा करें. हमने एनजीओ से आश्रयगृहों का ऑडिट कराया, उन्होंने कुछ भी असामान्य नहीं होने की बात कही.
देवरिया ज़िले के सलेमपुर क्षेत्र में स्थित प्राथमिक स्कूल नवलपुर का मामला. स्कूल में शुक्रवार को छुट्टी होती थी और रविवार को स्कूल खुलता था.
बनारस और आसपास के ज़िलों के बुनकरों की गाहे-ब-गाहे चर्चा भी हो जाती है, लेकिन गोरखपुर, खलीलाबाद क्षेत्र के बुनकरों पर तो अब चर्चा भी नहीं होती. ऐसा उद्योग जिसमें लाखों लोगों को रोज़गार मिलता था, अब लगभग ख़त्म होने को है.
आगामी चरणों के चुनाव में वोटिंग से पहले भाजपा ने चुनाव आयोग से मांग की कि बुर्क़ानशीं महिलाओं की पहचान के लिए महिला सुरक्षाकर्मी की तैनाती हो. आयोग ने भाजपा की मांग को नकार दिया है.