यूपी, गुजरात, त्रिपुरा में तानाशाही हावी, ममता बनर्जी सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्रीः भाजपा विधायक

त्रिपुरा के भाजपा विधायक आशीष दास ने कहा कि ममता बनर्जी 2024 लोकसभा चुनावों के लिए विपक्ष का चेहरा बन गई हैं. उन्होंने कहा कि एक समय था जब प्रधानमंत्री ने कहा था ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा, देश नहीं बिकने दूंगा’, लेकिन आज देश के लोग देख रहे हैं कि कैसे सभी राष्ट्रीय संस्थानों को निजी कंपनियों को बेचा जा रहा है. 

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आशीष दास. (फोटो साभार: फेसबुक)

त्रिपुरा के भाजपा विधायक आशीष दास ने कहा कि ममता बनर्जी 2024 लोकसभा चुनावों के लिए विपक्ष का चेहरा बन गई हैं. उन्होंने कहा कि एक समय था जब प्रधानमंत्री ने कहा था ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा, देश नहीं बिकने दूंगा’, लेकिन आज देश के लोग देख रहे हैं कि कैसे सभी राष्ट्रीय संस्थानों को निजी कंपनियों को बेचा जा रहा है.

आशीष दास. (फोटो साभार: फेसबुक)

अगरतलाः त्रिपुरा के भाजपा विधायक आशीष दास ने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय संपत्तियों को निजी कंपनियों को बेचा जा रहा है और त्रिपुरा, गुजरात, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्यों में तानाशाही हावी है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, विधायक ने यह भी कहा कि भवानीपुर उपचुनाव में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जीत उन्हें 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले विपक्ष का चेहरा बनने की दिशा में अग्रसर करेगी.

पश्चिम बंगाल में सोमवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए दास ने बनर्जी की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस प्रमुख देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों में से एक बनकर उभरी हैं. मातृ शक्ति सभी बुरी ताकतों को नष्ट कर देगी.’

बंगाल के दो दिन के दौरे पर पहुंचे दास ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का आह्वान किया, लेकिन उनकी सरकार ने राष्ट्रीय संपत्तियों को निजी कंपनियों को बेच दिया.

भाजपा विधायक ने कहा, ‘एक समय था जब प्रधानमंत्री ने कहा था ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा, देश नहीं बिकने दूंगा’ लेकिन आज देश के लोग देख रहे हैं कि कैसे सभी राष्ट्रीय संस्थानों को निजी कंपनियों को बेचा जा रहा है. गुजरात, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और त्रिपुरा जैसे भाजपा शासित राज्यों में तानाशाही हावी है. ममता बनर्जी 2024 लोकसभा चुनावों के लिए विपक्ष का चेहरा बन गई हैं.’

यह पूछने पर कि वह भाजपा विधायक होने के बावजूद बनर्जी का समर्थन क्यों कर रहे हैं, दास ने कहा, ‘आज पूरा देश एक चेहरे की तलाश में हैं. मैं गौरवान्वित बंगाली हूं. हमें यह याद रखना चाहिए कि ब्रिटिश शासकों के खिलाफ लड़ाई में बंगालियों की बड़ी भूमिका रही है, लेकिन उन्हें वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार हैं. ऐसे कई लोग हैं, जो ममता बनर्जी को एक दिन प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं.’

पश्चिम बंगाल की अपनी यात्रा के उद्देश्यों के अनुमानों के संबंध में दास ने कहा, ‘मुझे कालीघाट में कुछ अनुष्ठानों में शामिल होना है. समय आने पर चीजें साफ होंगी. मैं फिलहाल इस पर ज्यादा कुछ नहीं कह सकता.’

उनके बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए त्रिपुरा भाजपा के मुख्य प्रवक्ता सुब्रत चक्रबर्ती ने कहा, ‘हमारे पास दास के तृणमूल कांग्रेस में जाने को लेकर कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने खुद सब कुछ स्पष्ट कर दिया है. हमें इस पर और कुछ कहने की जरूरत नहीं है.’

चक्रबर्ती ने कहा, ‘बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा को देखने के बाद आज बंगाल के लोगों को लगता है कि उनसे बड़ी गलती हुई है. मुझे लगता है कि दास थोड़े भ्रमित हैं. उनके पास कोई कारण नहीं है कि उन्हें ममता बनर्जी की प्रशंसा क्यों करनी चाहिए.’

उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा अपने सभी पार्टी नेताओं की गतिविधियों पर निगाह रखती है. जब जरूरत पड़ेगी हम कार्रवाई करेंगे.