कर्नाटक के उडुपी ज़िले में कुंडापुर स्थित एक सरकारी पीयू कॉलेज के प्राचार्य ने हिजाब पहनकर आईं मुस्लिम छात्राओं से बातचीत की और उन्हें सरकार के यूनिफॉर्म में आने के आदेश के बारे में बताया. हालांकि छात्राओं ने हिजाब पहनने पर ज़ोर दिया तो उन्हें एक अलग कमरे में जाने के लिए कहा गया, जिसकी व्यवस्था विशेष तौर पर उनके लिए ही की गई थी.
नई दिल्ली: कर्नाटक के उडुपी जिले के कुंडापुर स्थित एक सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी (पीयू) कॉलेज ने सोमवार को हिजाब पहनीं छात्राओं को कॉलेज में प्रवेश की अनुमति दे दी, लेकिन उन्हें एक अलग कमरे में बैठने के लिए कहा गया.
बता दें कि उडुपी के कई सरकारी कॉलेज में हिजाब और बुर्का पहनकर आने वाली छात्राओं को प्रवेश करने से रोकने संबंधी घटनाएं सामने आई हैं.
हाल ही में भाजपा सरकार ने एक आदेश पारित किया है, जिसमें कहा गया है कि छात्र केवल यूनिफॉर्म पहनें, जबकि कई मुस्लिम छात्राएं कई सालों से हिजाब पहन रही हैं.
कुंडापुर के सरकारी पीयू कॉलेज में प्राचार्य ने हिजाब पहनकर आईं मुस्लिम छात्राओं से बात की और उन्हें सरकार का आदेश समझाया, लेकिन छात्राओं ने कहा कि वह हिजाब पहने रहेंगी. इसके बाद उन्हें उनके लिए निर्धारित किए गए एक अलग कक्ष में जाने को कहा गया.
रिपोर्ट के मुताबिक, प्राचार्य ने बताया कि ऐसा दरवाजे के पास भीड़ इकट्ठा होने से रोकने के लिए कहा गया था और उन्हें कक्षाओं में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
Karnataka: Students wearing hijab allowed entry into the campus of Government PU College, Kundapura today but they will be seated in separate classrooms. Latest visuals from the campus. pic.twitter.com/rEE8HfVzR1
— ANI (@ANI) February 7, 2022
बता दें कि उडुपी जिले के कुंडापुर के कई जूनियर कॉलेज में ‘हिजाब-भगवा शॉल’ विवाद सोमवार को भी जारी रहा. हिजाब पहनने वाली मुस्लिम छात्राओं के विरोध में हिंदू छात्र भगवा शॉल पहन रहे हैं.
कुंडापुर के वेंकटरमण कॉलेज के छात्रों का एक समूह सोमवार को भगवा शॉल पहने जुलूस निकालते हुए परिसर पहुंचा. कॉलेज के प्राचार्य और वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया.
छात्रों ने कहा कि यदि छात्राओं को हिजाब पहनकर कक्षाओं में आने की अनुमति दी जाएगी, तो वे भी शॉल पहनेंगे. प्राचार्य ने उन्हें भरोसा दिलाया कि हिजाब पहने किसी छात्रा को कॉलेज में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी, जिसके बाद छात्र शॉल हटाकर कॉलेज में जाने पर सहमत हुए.
एनडीटीवी की एक खबर के मुताबिक, इस बीच कुंडापुर के कलवारा वरदराज एम शेट्टी गवर्नमेंट फर्स्ट ग्रेड कॉलेज में हिजाब पहनी छात्राओं को वापस घर भेज दिया गया.
टीवी चैनल ने बताया है कि मंगलवार को मुद्दे पर कर्नाटक हाईकोर्ट सुनवाई करेगा, तब तक दो कॉलेज ने सोमवार को अपने यहां अवकाश घोषित कर दिया. उडुपी के सरकारी पीयू कॉलेज की पांच छात्राओं ने इस संबंध में कोर्ट में याचिका दाखिल कर हिजाब पर पाबंदियों को चुनौती दी है.
बता दें कि मामला पिछले महीने उडुपी जिले के एक सरकारी महिला पीयू कॉलेज से शुरू हुआ था, जब हिजाब पहनने के चलते छह छात्राओं को कक्षा में प्रवेश करने से रोक दिया गया था. क्षेत्र के दक्षिणपंथी समूह लंबे से समय से स्कूल में हिजाब पहनकर आने का विरोध करते रहे हैं.
कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमला करते हुए कहा है कि वे हिजाब को मुद्दा बनाकर सांप्रदायिक तनाव बढ़ा रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘संविधान धार्मिक स्वतंत्रता की बात करता है, कोई भी अपने धर्म के मुताबिक कुछ भी कपड़े पहन सकता है. हिजाब पहनकर आने वाली छात्राओं को स्कूल में दाखिल होने से रोकना मौलिक अधिकारों का हनन है.’
हिजाब पर विरोध प्रदर्शन के दौरान चाकू दिखाने के आरोप में दो गिरफ्तार
इस बीच कुंडापुर में छात्रों द्वारा हिजाब और भगवा शॉल प्रदर्शन के दौरान चाकू दिखाने के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सूचना मिली थी कि सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के उद्देश्य से घटनास्थल पर पांच लोग पहुंचे हैं, जिसके आधार पर सरकारी कॉलेज के पास आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों की पहचान अब्दुल मजीद (32) और रजब (41) के रूप में की गई है, जो कुंडापुर तालुका के गंगोली निवासी हैं. पुलिस इस मामले में अन्य तीन संदिग्धों की तलाश कर रही है.
मजीद सात आपराधिक मामलों में आरोपी है, जबकि रजब के विरुद्ध गंगोली पुलिस थाने में एक मामला लंबित है. सूत्रों ने बताया कि उनके विरुद्ध कुंडापुर पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)