ज़िले के छमसिया गांव में ज़मीन की लड़ाई को लेकर महादलितों के पचास से ज़्यादा घरों को आग के हवाले कर दिया गया. इस दौरान कई राउंड फायरिंग भी की गई.
बिहार के खगड़िया जिले के छमसिया गांव में दिवाली की पूर्व संध्या पर महादलितों के पचास से ज्यादा घरों को आग के हवाले कर दिया गया. इस दौरान हवा में कई राउंड गोलियां भी चलाई गईं. इससे इलाके में दहशत का माहौल है.
एनडीटीवी के मुताबिक इस इलाके में जमीन का कब्जा और वर्चस्व को लेकर दो जातियों में पहले से विवाद चला आ रहा था. दिवाली की पूर्व संध्या पर महादलित परिवारों को डराने और दहशत फैलाने के उद्देश्य से घटना को अंजाम दिया गया.
दैनिक जागरण के मुताबिक घटना के बाद पीड़ित परिवारों के घर के बच्चे भूख से तड़प रहे हैं, क्योंकि घर में अन्न का एक भी दाना नहीं है. हालांकि घटना के बाद जिला प्रशासन ने कुछ राहत सामग्री वितरित की है. लेकिन अपना सर्वस्व आग में स्वाहा देखकर उनके आंखों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं.
वहीं न्यूज 18 से बातचीत में खगड़िया की एसपी मीनू कुमारी का कहना है कि जिन भी लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है, उन सभी को चिन्हित कर मामला दर्ज किया जा रहा है. अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
डेली हंट के अनुसार छमसिया वार्ड नंबर- दो के वार्ड सदस्य संजीत राम ने बताया कि 70 घरों को जलाया गया है. इसके चलते लाखों की संपत्ति जलकर राख हो गई. कई मवेशी भी जले हैं. स्थानीय सरपंच ने भी 70 घरों को जलाने की बात कही है.
वहीं, गांव के ही रहने वाले 50 वर्षीय अर्जुन सदा ने बताया कि घर में जितना समान था जल गया. उनके अनुसार करीब 50 की संख्या में लोग गोली चलाते आए और एक तरफ से घरों में आग लगाना शुरू किया. इससे घर में रखा सारा समान जल गया. दो बकरियां भी जल गई. उनके अनुसार गांव के ही रहने वाले चंद्रशेखर सदा का दो वर्षीय बेटा लापता है.