झारखंड: कथित तौर पर चोरी के संदेह में युवक की पीट-पीटकर हत्या

झारखंड के रांची ज़िले का मामला. मृतक की पहचान ज़िले के चान्हो प्रखंड के पंडरी गांव के 22 वर्षीय पेंटर वाजिद अंसारी के रूप में हुई है. पुलिस ने इस संबंध में दो एफ़आईआर दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है.

सरकार संचालित मानसिक स्वास्थ्य संस्थानों की हालत अमानवीय और चिंताजनक: मानवाधिकार आयोग

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने देश के 46 मानसिक स्वास्थ्य संस्थानों में मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम के अमल को जांचने के लिए दौरा किया था. इसमें सामने आया कि इन संस्थानों में मरीज़ों को ठीक होने के बाद भी रखा जा रहा था और उनके परिवारों से मिलाने या फिर समाज से जोड़ने का कोई प्रयास नहीं किया गया.

झारखंड: छात्राओं के साथ छेड़खानी करने से रोकने पर युवकों ने प्रोफेसर को पीटा

झारखंड की राजधानी रांची स्थित के डोरंडा कॉलेज का मामला. पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया है.

झारखंड: घरेलू सहायिका को प्रताड़ित करने की आरोपी निलंबित भाजपा नेता सीमा पात्रा गिरफ़्तार

29 वर्षीय घरेलू सहायिका को प्रताड़ित करने का एक वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने बीते मंगलवार को सीमा पात्रा को निलंबित कर दिया था. पात्रा झारखंड भाजपा की महिला विंग की राष्ट्रीय कार्य समिति की सदस्य थीं. उन पर घरेलू सहायिका को बंधक बनाकर रखने, लोहे की रॉड से उनका दांत तोड़ने और उन्हें भूखा रखने का आरोप है.

झारखंड: वाहनों की जांच कर रही महिला पुलिस अधिकारी को मवेशी ले जा रहे वैन ने कुचला, मौत

झारखंड की राजधानी रांची के पास तुपुदाना इलाके में पुलिस सब-इंस्पेक्टर संध्या टोपनो वाहनों की जांच कर रही थीं, तभी तेज़ी से आ रहे मवेशियों से भरे वाहन से उन्हें टक्कर मार दी और चालक गाड़ी लेकर फ़रार हो गया. बीते 19 जुलाई को हरियाणा के नूंह में अवैध खनन की जांच में लगे एक पुलिस उपाधीक्षक सुरेंद्र सिंह को भी ट्रक चालक ने कुचलकर मार डाला था.

रांची हिंसा में मारे गए नाबालिग ने 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 66.6 प्रतिशत अंक हासिल किए

निलंबित भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी के विरोध में बीते 10 जून को झारखंड की राजधानी रांची में हुई हिंसा के दौरान 20 वर्षीय मोहम्मद साहिल और 15 वर्षीय मुदस्सिर आलम की गोली लगने से मौत हो गई थी. 

रांची हिंसा में मारे गए किशोर के परिजन 10 दिनों से एफ़आईआर लिखवाने के लिए भटक रहे हैं

पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ भाजपा नेताओं की टिप्पणी के विरोध में बीते 10 जून को झारखंड की राजधानी रांची में हुई हिंसा के दौरान नाबालिग सहित दो लोगों की मौत हो गई थी. परिजनों ने पुलिस के साथ-साथ एक स्थानीय हिंदुत्ववादी कार्यकर्ता पर गोलीबारी का आरोप लगाया था, लेकिन इस संबंध में पुलिस ने अब तक उनकी एफ़आईआर नहीं लिखी है. अब परिजनों ने हाईकोर्ट में याचिका दाख़िल करने की बात कही है.

झारखंड: ओवैसी के रांची पहुंचने पर पाक समर्थित नारेबाज़ी मामले की जांच का आदेश

एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी मंदार विधानसभा सीट पर उपचुनाव प्रचार के लिए झारखंड आए थे. इस दौरान रांची हवाईअड्डे पर पहुंचने पर कथित तौर पर पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. पार्टी की ओर से कहा गया है कि यह उसकी छवि को ख़राब करने की कोशिश है.

रांची हिंसा: राज्य सरकार ने आरोपियों के पोस्टर जारी करने पर एसएसपी से जवाब तलब किया

रांची में पुलिस ने मंगलवार को 10 जून की हिंसा में वांछित लोगों के पोस्टर जारी किए थे. बाद में तकनीकी त्रुटि का हवाला देते हुए इन्हें सुधार कर दोबारा जारी करने की बात कही गई. सत्तारूढ़ झामुमो और कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा इसके विरोध के बीच गृह सचिव ने रांची एसएसपी से इस पर स्पष्टीकरण मांगा है.  

झारखंड: राज्यपाल ने कहा- प्रदर्शनकारियों के नाम-पते सार्वजनिक करें, फोटो के होर्डिंग लगाएं

भाजपा प्रवक्ताओं के पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए बयानों के ख़िलाफ़ रांची में हुए प्रदर्शनों में हुई हिंसा के मद्देनज़र राज्यपाल रमेश बैस ने डीजीपी नीरज सिन्हा समेत वरिष्ठ अधिकारियों को तलब किया था.

पैगंबर ​टिप्पणी: पर्सनल लॉ बोर्ड और ज़मीयत ने प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कार्रवाई की निंदा की

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से कहा गया है कि पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर जो लोग शांतिपूर्वक विरोध जता रहे थे, उनके ख़िलाफ़ मामले दर्ज किए जा रहे हैं, लाठीचार्ज किया जा रहा है और उनके घर तोड़े जा रहे हैं. जब तक कि किसी व्यक्ति को अदालत में दोषी नहीं पाया जाता, वह केवल आरोपी होता है. वहीं जमीयत ने कहा है कि पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल के किशोरों से दुश्मनों जैसा व्यवहार किया. यह

रांची हिंसा: नाबालिग बेटे को खोने वाले पिता ने पुलिस और उपद्रवियों के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई

पुलिस में दर्ज कराई शिकायत में मुदस्सिर के पिता ने दावा किया है कि उनके बेटे पर पास के एक मंदिर की छत से कुछ लोगों ने गोली चलाई थी. पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी के विरोध में 10 जून को रांची में हुई हिंसा के दौरान 15 वर्षीय मुदस्सिर आलम और 20 वर्षीय मोहम्मद साहिल की मौत गोली लगने से हो गई थी. दोनों के परिवारों का दावा है कि वे प्रदर्शन का हिस्सा नहीं थे. साहिल के परिवार

पैगंबर पर टिप्पणी: जमीयत ने गिरफ़्तारियों, बुलडोज़र का इस्तेमाल और पुलिस गोलीबारी की निंदा की

जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से कहा गया है कि पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी का विरोध करना मु​सलमानों का संवैधानिक अधिकार है. पुलिस गोलीबारी, बुलडोज़र का इस्तेमाल और ‘अंधाधुंध तरीके से लोगों को गिरफ़्तार करके’ इस अधिकार का हनन करना किसी भी लोकतांत्रिक सरकार के लिए ‘शर्म की बात’ है.

झारखंड: रांची में ‘जय श्री राम’ का नारा लगाती भीड़ ने दो मुस्लिम युवकों को बुरी तरह से पीटा

बीते 10 जून की रात आठ बजे ज़ीशान और फ़ैज़ान झारखंड की राजधानी रांची के सुजाता चौक के पास पिज़्ज़ा लेने गए थे. आरोप है कि उसी समय करीब 30-40 हथियारबंद लोग ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए आए और उन्हें घेरकर पीटना शुरू कर दिया. इसी दिन पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ निलंबित भाजपा नेताओं की टिप्पणी को लेकर ​हुए विरोध प्रदर्शन के हिंसक हो जाने के बाद दो अन्य मुस्लिम युवकों की मौत हो गई थी.

रांची हिंसा: गोली से मरने वालों में एक 10वीं का छात्र तथा दूसरे ने 12वीं तक पढ़ाई की थी

पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ निलंबित भाजपा नेताओं की टिप्पणी के विरोध में बीते 10 जून को झारखंड की राजधानी रांची में हुई हिंसा के दौरान 20 वर्षीय साहिल और 15 वर्षीय मुदस्सिर आलम की गोली लगने से मौत हो गई थी. उनके परिवारों ने पूछा है कि गोली चलाने का कारण क्या था और क्या पुलिस के पास यही एकमात्र विकल्प था? सरकार को जवाब देना चाहिए और दोषियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया जाना चाहिए.

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