कांग्रेस ने मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आर्थिक विकास दर के 4.7 फीसदी रहने को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि आंकड़ों से स्पष्ट है कि ‘करो-ना’ वायरस ने इस सरकार को पंगु बना दिया है.
नई दिल्ली: देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में धीमी पड़कर 4.7 प्रतिशत रही.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के शुक्रवार को जारी आंकड़े के अनुसार इससे पूर्व वित्त वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 5.6 प्रतिशत रही थी.
चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों (अप्रैल-दिसंबर) में आर्थिक वृद्धि दर 5.1 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 6.3 प्रतिशत थी.
एनएसओ ने 2019-20 की पहली तिमाही के लिये जीडीपी वृद्धि दर को संशोधित कर 5.6 प्रतिशत तथा दूसरी तिमाही के लिये 5.1 प्रतिशत कर दिया है.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने पिछले महीने अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में 2019-20 में आर्थिक वृद्धि दर 5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था.
वहीं रिजर्व बैंक ने भी चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 5 प्रतिशत रहने की संभावना जतायी है.
चीन की आर्थिक वृद्धि दर अक्टूबर-दिसंबर 2019 में 6 प्रतिशत रही जो 27 साल से अधिक समय का न्यूनतम स्तर है. वहीं कैलेंडर वर्ष 2019 में चीन की वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रही जो तीन दशक में सबसे कम है.
वहीं, वित्त मंत्रालय ने दिसंबर तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के आंकड़े जारी होने के बाद शुक्रवार को कहा कि आर्थिक वृद्धि दर अपने निचले स्तर से उबरने लगी है.
आर्थिक मामलों के सचिव अतनु चक्रवर्ती ने एनएसओ के आंकड़े जारी होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘हम पहले ही वृद्धि दर के निचले स्तर से उबर चुके हैं.’
एनएसओ ने पूरे वित्त वर्ष 2019- 20 के दौरान वृद्धि दर पांच प्रतिशत रहने का अग्रिम अनुमान व्यक्त किया है.
चक्रवर्ती ने कहा कि प्रमुख उद्योगों में दिसंबर और जनवरी महीने में वृद्धि देखने को मिली है. यह चालू वित्त वर्ष की मार्च तिमाही के दौरान विनिर्माण क्षेत्र के लिये समर्थन प्रदान करेगा.
वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस के संक्रमण के असर के बारे में उन्होंने कहा, ‘इसकी तस्वीर अभी पूरी तरह साफ नहीं हुई है.’
‘करो-ना’ वायरस ने सरकार को पंगु बना दिया: कांग्रेस
कांग्रेस ने मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आर्थिक विकास दर के 4.7 फीसदी रहने को लेकर शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि आंकड़ों से स्पष्ट है कि ‘करो-ना’ वायरस ने इस सरकार को पंगु बना दिया है.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान जारी कर यह आरोप भी लगाया कि सरकार इन आंकड़ों के खतरनाक संकेतों को लगातार नजरअंदाज कर रही है.
उन्होंने कहा, ‘जीडीपी के आंकड़ों से पता चलता है कि ‘करो-ना’ वायरस से इस सरकार की कार्य प्रणाली पंगु हो चकी है. अर्थव्यवस्था का हर सूचकांक विपरीत दिशा में जा रहा है. इसके बावजूद यह सच्चाई से मुंह छिपा रही है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)