लॉकडाउन: राष्ट्रीय महिला आयोग को अप्रैल में घरेलू हिंसा की 315 शिकायतें मिलीं

राष्ट्रीय महिला आयोग के आंकड़ों के अनुसार, महिलाओं के ख़िलाफ़ विभिन्न अपराधों की कुल 800 शिकायतें मिली हैं. इनमें घरेलू हिंसा की शिकायतें लगभग 40 प्रतिशत हैं. इसके अलावा 54 साइबर शिकायतें ऑनलाइन प्राप्त हुई हैं.

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(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

राष्ट्रीय महिला आयोग के आंकड़ों के अनुसार, महिलाओं के ख़िलाफ़ विभिन्न अपराधों की कुल 800 शिकायतें मिली हैं. इनमें घरेलू हिंसा की शिकायतें लगभग 40 प्रतिशत हैं. इसके अलावा 54 साइबर शिकायतें ऑनलाइन प्राप्त हुई हैं.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)
(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

नई दिल्ली: राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) को कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए देश में लगाए गए लॉकडाउन के दौरान अप्रैल में घरेलू हिंसा की 315 शिकायतें मिली हैं.

इन शिकायतों में एक लड़की को शादी करने के लिए शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने और एक व्यक्ति द्वारा ससुराल में उत्पीड़न की शिकार अपनी बहन को सुरक्षा दिए जाने की मांग करना शामिल हैं.

आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 315 शिकायतें ऑनलाइन और वॉट्सऐप पर प्राप्त हुई हैं. पिछले महीने डाक द्वारा कोई शिकायत नहीं मिली थी. इसके बावजूद पिछले वर्ष अगस्त से शिकायतों की संख्या अधिक है. पिछले महीनों के दौरान इन शिकायतों में ऑनलाइन और डाक से मिली शिकायतें शामिल थीं.

आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बताया कि घरेलू हिंसा की अधिक शिकायतों के लिए 25 मार्च से लगाए गए लॉकडाउन को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है.

आयोग ने घरेलू हिंसा के मामलों की जानकारी देने के लिए एक वॉट्सऐप नंबर (7217735372) जारी किया है. आयोग ने लॉकडाउन अवधि के दौरान उन्हें प्राप्त होने वाली घरेलू हिंसा की शिकायतों के कुछ मामलों को साझा किया.

इन मामलों में से एक में एक लड़की ने शिकायत की कि शादी करने का दबाव बनाते हुए उसके अभिभावकों ने उसकी पिटाई की. आयोग ने इस शिकायत के बाद पुलिस से संपर्क किया और उसे आश्रय गृह पहुंचाया.

एक अन्य मामले में त्रिपुरा के एक व्यक्ति ने शिकायत की कि उसकी बहन को उसकी ससुराल वालों ने प्रताड़ित किया है और लॉकडाउन के कारण वह वहां से नहीं निकल पा रही है. आयोग की एक सदस्य ने कहा, ‘हमने पुलिस से संपर्क किया और उसे बचाया.’

आयोग के आंकड़े के अनुसार, महिलाओं के खिलाफ विभिन्न अपराधों की कुल 800 शिकायतें मिली हैं. इनमें घरेलू हिंसा की शिकायतें लगभग 40 प्रतिशत हैं. अप्रैल के महीने में एक अन्य अपराध जिसके मामलों की संख्या में वृद्धि देखी गई, वह साइबर अपराध है.

आयोग के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में 54 साइबर शिकायतें (ऑनलाइन) प्राप्त हुई हैं, जबकि मार्च में इन शिकायतों की संख्या 37 (ऑनलाइन और डाक द्वारा) थीं, जबकि फरवरी में 21 (ऑनलाइन और डाक द्वारा) शिकायतें मिली थीं.

बता दें कि अप्रैल की शुरुआत में राष्ट्रीय महिला आयोग ने लॉकडाउन के चलते बढ़ी घरेलू हिंसा की घटनाओं पर चिंता जताई थी. मार्च के पहले सप्ताह में एनसीडब्ल्यू को देशभर में महिलाओं के खिलाफ अपराध की 116 शिकायतें मिली थीं. लेकिन लॉकडाउन के दौरान 23 से 31 मार्च के दौरान घरेलू हिंसा की शिकायतें बढ़कर 257 हो गई थीं.

इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र ने भी दुनिया भर में लॉकाडाउन के दौरान बढ़े घरेलू हिंसा के मामलों पर चिंता व्यक्त की थी. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इन हालात में महिलाओं व लड़कियों के प्रति घरेलू हिंसा के मामलों में ‘भयावह बढ़ोत्तरी’ दर्ज किए जाने पर चिंता जताते हुए सरकारों से ठोस कार्रवाई का आह्वान किया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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