असम: बाढ़ से 11 ज़िलों में क़रीब तीन लाख लोग प्रभावित, एक की मौत

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक गोआलपाड़ा बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित ज़िला है, जहां से दो लाख से अधिक लोगों को विस्थापित किया गया है. दीमा हजाओ ज़िले में तीन गांवों में भूस्खलन ने 18 घर नष्ट हुए हैं, अन्य जगहों पर तीन पुल बह गए और करीब 240 किमी सड़कें क्षतिग्रस्त, अवरुद्ध या जलमग्न हैं.

/
Goalpara: Villagers use a country boat to shift from a flooded locality following heavy rainfall at Bolbola in Goalapra district of Assam, Monday, May 25, 2020. Heavy rainfall caused flooding in hundreds of villages in Lower Assam. (PTI Photo) (PTI25-05-2020_000292B)

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक गोआलपाड़ा बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित ज़िला है, जहां से दो लाख से अधिक लोगों को विस्थापित किया गया है. दीमा हजाओ ज़िले में तीन गांवों में भूस्खलन ने 18 घर नष्ट हुए हैं, अन्य जगहों पर तीन पुल बह गए और करीब 240 किमी सड़कें क्षतिग्रस्त, अवरुद्ध या जलमग्न हैं.

Nagaon: Villagers watch a washed away road after flooding by Borpani River due to incessant rainfall for the past two days, at Madhab Para near Kampur in Nagaon district of Assam, Friday, May 22, 2020. (PTI Photo) (PTI22-05-2020 000084B)
नगांव में बाढ़ में बही एक सड़क. (फोटो: पीटीआई)

गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति बुधवार को और खराब हो गई, जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई और 11 जिलों 321 गांवों में लगभग तीन लाख लोग प्रभावित हुए.

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, गोआलपाड़ा जिले के रोंगजुली में एक व्यक्ति की मौत हो गई.

वर्तमान में धेमाजी, लखीमपुर, नगांव, होजई, दर्रांग, बारपेटा, नलबाड़ी, गोआलपाड़ा, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिलों में बाढ़ के कारण लगभग 2.72 लाख लोग प्रभावित हुए हैं.

गोआलपाड़ा सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला जिला है, जिसमें 2.15 लाख लोग प्रभावित हुए हैं जिसके बाद नलबाड़ी में 22,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और नगांव में लगभग 11,000 लोग प्रभावित हुए हैं.

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने गोआलपाड़ा में पिछले 24 घंटों में नौ लोगों को बचाया है, जबकि प्रभावित लोगों के बीच 172.53 क्विंटल चावल, दाल, नमक और 804.42 लीटर सरसों के तेल के साथ तिरपाल और अन्य आवश्यक वस्तुओं को वितरित किया गया है.

वर्तमान में, ब्रह्मपुत्र जोरहाट में निमटीघाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. एएसडीएमए ने कहा कि वर्तमान में, 321 गांव जलमग्न हैं और 2,678 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है.

अधिकारी पांच जिलों में 57 राहत शिविर और वितरण केंद्र चला रहे हैं, जहां 16,720 लोग शरण लिए हुए हैं.

गोलाघाट, बारपेटा, नलबाड़ी, धेमाजी, माजुली, होजई, सोनितपुर, चिरांग, करीमगंज, नगांव, बोंगईगांव, दिमा हसाओ, बक्सा और लखीमपुर में विभिन्न स्थानों पर तटबंध, सड़क, पुल, पुलिया और कई अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है.

द हिंदू के मुताबिक असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अधिकारियों ने बताया, ‘ज्यादातर नदियां उफान पर हैं, लेकिन ब्रह्मपुत्र, जिया भराली और पुथिमारी जोरहाट, सोनितपुर और कामरूप जिलों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. तीन जिलों में 162,020 लोगों को  51 राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है.’

Goalpara: Villagers use a country boat to shift from a flooded locality following heavy rainfall at Bolbola in Goalapra district of Assam, Monday, May 25, 2020. Heavy rainfall caused flooding in hundreds of villages in Lower Assam. (PTI Photo) (PTI25-05-2020_000292B)
(फोटो: पीटीआई)

उन्होंने बताया कि 2.15 लाख लोगों के विस्थापित होने के साथ गोआलपाड़ा जिला सबसे बुरी तरह प्रभावित है. नलबाड़ी में 22,332 लोग प्रभावित हैं जिनमें जिला जेल के कैदी भी शामिल हैं.

एएसडीएमए अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ ने अब तक 2,678 हेक्टेयर में फसल को नुकसान पहुंचाया है और 44,331 पालतू जानवरों के अलावा  9,350 पालतू पक्षी प्रभावित हुए हैं.

मध्य असम के दीमा हजाओ जिले में तीन गांवों में भूस्खलन ने 18 घर नष्ट हुए हैं, जिसमें 72 लोग प्रभावित हैं. अन्य जगहों पर तीन पुल बह गए और करीब 240 किमी सड़कें क्षतिग्रस्त, अवरुद्ध या जलमग्न हो गईं हैं.

असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बुधवार को राज्यपाल जगदीश मुखी से मिलकर कोविड-19 और बाढ़ से निपटने की दोहरी चुनौती से उत्पन्न स्थिति के बारे में अवगत कराया.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)