जाने-माने कार्टूनिस्ट मंगेश तेंदुलकर का निधन

मंगेश दिवंगत नाटककार विजय तेंदुलकर के छोटे भाई थे. उन्होंने अपने कार्टूनों के माध्यम से यातायात संबंधी मामलों पर जागरूकता पैदा की थी.

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मंगेश दिवंगत नाटककार विजय तेंदुलकर के छोटे भाई थे. उन्होंने अपने कार्टूनों के माध्यम से यातायात संबंधी मामलों पर जागरूकता पैदा की थी.

Mangesh Tendulkar ANI
मंगेश तेंदुलकर. (फोटो साभार: एएनआई)

पुणे: जाने-माने कार्टूनिस्ट और लेखक मंगेश तेंदुलकर का पुणे के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया.तेंदुलकर के पारिवारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि उनका सोमवार रात निधन हो गया. वह 82 वर्ष के थे और पिछले कुछ दिनों से बीमार थे.

अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि तेंदुलकर को दर्द की शिकायत के बाद रविवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह मूत्राशय संबंधी बीमारी से पीड़ित थे और उनका ऑपरेशन हुआ था.

उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को होगा.

तेंदुलकर अपने अंतिम दिनों तक सक्रिय रहे. उनके चयनित कार्टूनों की एक प्रदर्शनी पिछले महीने पुणे में आयोजित की गई थी. वह दिवंगत नाटककार विजय तेंदुलकर के छोटे भाई थे.

1980 में राष्ट्रपति मेडल, 1993 में मराठी नाट्य परिषद पुरस्कार और 2003 में पुलोत्सव पुरस्कार से मंगेश तेंदुलकर को नवाज़ा जा चुका है. इसके अलावा उन्हें कई अन्य सम्मान भी मिल चुके हैं.

तेंदुलकर ने अपने कार्टूनों के माध्यम से दैनिक जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया. वह पिछले कई वर्षों से सामाजिक रूप से काफी सक्रिय थे और उन्होंने अपने कार्टूनों के माध्यम से यातायात संबंधी मामलों पर जागरूकता पैदा की थी. उनके कुछ कार्टूनों का प्रयोग यहां यातायात विभाग ने भी किया था.

वह ट्रैफिक सिग्नलों पर अक्सर खड़े होकर पर्चे बांटा करते थे जिनमें वे यात्रियों को यातायात नियमों के पालन का संदेश देते थे.

तेंदुलकर ने भुईचक्र, संडे मूड और कुणी पंपतो अजून कालोख समेत कई पुस्तकें लिखीं. वह विभिन्न पत्रिकाओं और समाचार पत्रों में नियमित रूप से लिखा करते थे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)