सीएए विरोधी प्रदर्शनों से जुड़े एक मामले में पुलिस ने दिल्ली की एक अदालत में दायर आरोपपत्र में पुलिस ने जेएनयू छात्र शरजील इमाम को राजद्रोह सहित अन्य मामलों में आरोपी बनाया है. गुवाहाटी जेल में बंद इमाम बीते दिनों कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र शरजील इमाम को दिल्ली की एक अदालत में राजद्रोह के मामले में आरोपित किया है.
उन पर लोगों को कथित तौर पर ऐसी गतिविधियों में शामिल करने के लिए भड़काने का आरोप है जो देश की संप्रभुता एवं एकता के खिलाफ हैं.
पुलिस ने इस वर्ष की शुरुआत में सीएए विरोधी प्रदर्शनों से जुड़े एक मामले में अदालत में पेश आरोपपत्र में ये आरोप लगाए हैं.
एजेंसी ने अंतिम रिपोर्ट दायर की जिसमें आईपीसी की विभिन्न धाराएं शामिल हैं जैसे 124-ए (राजद्रोह), 153 (ए) (शत्रुता को बढ़ावा देना), 153-ए (शत्रुता को बढ़ावा देना, समुदायों के बीच घृणा फैलाना), 153-बी (राष्ट्रीय एकता के खिलाफ वक्तव्य) और 505 (अफवाह फैलाना).
उन पर अवैध गतिविधियां (निवारण) कानून (यूएपीए) के तहत भी मामला दर्ज किया गया है.
आरोपपत्र में कहा गया है, ‘उन पर देश के खिलाफ भाषण देने और एक विशेष समुदाय को अवैध गतिविधियों में शामिल होने के लिए भड़काने का आरोप है, जो राष्ट्र की संप्रभुता और एकता के खिलाफ हैं.’
इसमें कहा गया है, ‘संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध की आड़ में उसने एक विशेष समुदाय के लोगों को राजमार्ग बाधित करने के लिए उकसाया और ‘चक्का जाम’ कराया जिससे सामान्य जनजीवन बाधित हुआ.’
इसमें आरोप लगाया गया है कि इमाम ने खुलेआम संविधान का उल्लंघन किया और इसे ‘फासीवादी’ दस्तावेज बताया.
इसमें बताया गया है, ‘सीएए के विरोध के नाम पर उसने खुलेआम दुष्प्रचार किया कि ‘चिकेन नेक’ को जाम किया जाए जो पूर्वोत्तर को शेष भारत से जोड़ता है. उसने प्रदर्शन के लोकतांत्रित तरीकों का भी अपमान किया.’
अदालत मामले में 27 जुलाई को सुनवाई कर सकती है.
इमाम पर जामिया मिलिया इस्लामिया में 13 दिसंबर और इसके बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 16 जनवरी को कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने की जांच चल रही है, जहां उन्होंने कथित तौर पर धमकी दी कि असम और शेष पूर्वोत्तर राज्यों को भारत से ‘अलग कर दिया जाए.’
पुलिस ने इससे पहले अदालत को बताया था कि 13 दिसंबर के उनके भाषण के बाद दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर आगजनी और हिंसा हुई और 16 जनवरी के उनके भाषण के बाद कई जगह प्रदर्शन शुरू हो गए.
वर्तमान में वह गुवाहाटी जेल में बंद हैं और कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. बीते मंगलवार को उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी.
गुवाहाटी जेल के महानिरीक्षक (जेल) दशरथ दास ने कहा था कि राजद्रोह मामले के आरोपी शरजील इमाम को पहले दिल्ली ले जाया जाना था, लेकिन अब उन्हें यहां एक अस्पताल में भेज दिया जाएगा.
सेना और आरएसएस पर सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने पर जेएनयू छात्र पर मामला दर्ज
दिल्ली पुलिस ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के एक छात्र के खिलाफ शिकायत दर्ज की जांच शुरू कर दी है.
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए एक छात्र साजिद बिन सयेद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है.
तजिंदर यादव नाम के व्यक्ति ने आठ जुलाई को कापसहेड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जिसमें दावा किया गया है कि जेएनयू के छात्र ने ट्विटर पर पोस्ट किया कि कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ सेना का अभियान ‘गलत और देश के खिलाफ’ है.
हालांकि छात्र का कहना है कि उन्हें इस बारे में जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स के जरिये मिली है.
The constitutional rights of Kashmiris have been denied for many years and it's escalated since the abrogation of article 370 in August 2019. Speaking for the rights of Kashmiris is not a crime to book under 154 and 504. (2)
— MS Sajid (@SajidbinSayed) July 25, 2020
देर रात ट्विटर पर उन्होंने लिखा कि ‘यह असहमति की आवाज दबाने का प्रयास है और वो पहले व्यक्ति नहीं हैं, जिसे सरकार की आलोचना करने पर निशाना बनाया गया है.’
शिकायत दर्ज करवाने वाले तजिंदर यादव ने दावा किया कि वह भाजपा युवा मोर्चा की महरौली इकाई से जुड़े हुए हैं.
साजिद के खिलाफ आईपीसी की धारा 504 और धारा 153 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हमें लिखित शिकायत मिली है और आईपीसी की धारा 153 और 504 के तहत मामला दर्ज किया गया है.’