उत्तर प्रदेश के मंत्री और पूर्व बल्लेबाज़ चेतन चौहान का कोविड-19 से निधन

चेतन चौहान उत्तर प्रदेश के दूसरे मंत्री हैं, जिनका कोरोना वायरस से निधन हुआ है. इससे पहले बीते दो अगस्त को राज्य की तकनीकी शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण का भी निधन इस महामारी के कारण हो गया था. चौहान उत्तर प्रदेश कैबिनेट में सैनिक कल्याण, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा मंत्री थे.

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चेतन चौहान. (फोटो: पीटीआई)

चेतन चौहान उत्तर प्रदेश के दूसरे मंत्री हैं, जिनका कोरोना वायरस से निधन हुआ है. इससे पहले बीते दो अगस्त को राज्य की तकनीकी शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण का भी निधन इस महामारी के कारण हो गया था. चौहान उत्तर प्रदेश कैबिनेट में सैनिक कल्याण, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा मंत्री थे.

चेतन चौहान. (फोटो: पीटीआई)
चेतन चौहान. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज चेतन चौहान का कोविड-19 संबंधित दिक्कतों के कारण रविवार को निधन हो गया. चौहान को करीब 36 घंटे से जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा हुआ था. वह 73 वर्ष के थे.

भारत के लिए 40 टेस्ट खेलने वाले चौहान के परिवार में पत्नी और बेटा विनायक है. विनायक मेलबर्न से शाम तक भारत पहुंचेंगे.

अंतरराष्ट्रीय शतक लगाए बिना भारतीय क्रिकेट के सबसे मशहूर बल्लेबाजों में से एक चौहान उत्तर प्रदेश कैबिनेट में सैनिक कल्याण, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा मंत्री थे.

उनके छोटे भाई पुष्पेंद्र ने पीटीआई से कहा, ‘मेरे बड़े भाई चेतन चौहान बीमारी से लड़ते हुए आज हमें छोड़कर चले गए. मैं उन सभी का शुक्रिया करना चाहूंगा जिन्होंने उनके ठीक होने के लिए प्रार्थना की. उनका बेटा विनायक किसी भी समय पहुंच जाएगा और फिर हम उनका अंतिम संस्कार करेंगे.’

महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर के साथ लंबे समय तक सलामी जोड़ीदार रहे चौहान को कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद 12 जुलाई को लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई में भर्ती कराया गया था.

किडनी संबंधित बीमारियों के कारण उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया, जिससे उन्हें गुड़गांव के मेंदाता अस्पताल में शिफ्ट किया गया था.

14 अगस्त की रात को उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया.

संन्यास लेने के बाद चौहान दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में कई पदों- अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और मुख्य चयनकर्ता आदि पर काबिज रहे. वह 2001 में आस्ट्रेलियाई दौरे पर भारतीय टीम के मैनेजर भी रहे थे.

वह उत्तर प्रदेश के अमरोहा से 1991 और 1998 में दो बार लोकसभा के लिये चुने गए और 1981 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

वह उत्तर प्रदेश के दूसरे मंत्री हैं जिनका कोरोना वायरस से निधन हो गया.

दो अगस्त को राज्य की तकनीकी शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण का भी कोविड-19 पॉजिटिव आने के कुछ दिन बाद निधन हो गया था. 62 वर्षीय कानपुर नगर के घाटमपुर से विधायक कमल रानी इससे पूर्व 11वीं एवं 12वीं लोकसभा की सदस्य रही थीं.

चौहान ने 12 साल के लंबे क्रिकेट करिअर के दौरान 40 टेस्ट खेले, जिसमें उन्होंने 16 अर्धशतक लगाते हुए 2084 रन जुटाए. उनके नाम दो विकेट भी थे. वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शतक नहीं जड़ सके और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 97 रन का रहा.

चेतन चौहान के निधन पर रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दूसरे मंत्रियों ने कैबिनेट मीटिंग के दौरान दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, ‘पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी, मंत्रिमंडल में मेरे सहयोगी, श्री चेतन चौहान जी के असामयिक निधन का व्यथित कर देने वाला समाचार प्राप्त हुआ. प्रभु श्रीराम, श्री चौहान जी के परिजनों को इस अपार दुःख को सहने की शक्ति एवं दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें. ओम शांति.’

गावस्कर के साथ उन्होंने भारत के लिये मजबूत सलामी जोड़ी बनाई और इन दोनों ने मिलकर 3000 से ज्यादा रन जोड़े जिसमें 12 शतकीय भागीदारियां शामिल थीं.

चौहान ने 22 साल की उम्र में मुंबई के खिलाफ प्रथम श्रेणी पदार्पण किया था. सलामी बल्लेबाज के तौर पर उनके करिअर के यादगार क्षण में से एक गावस्कर के साथ 1979 में इंग्लैंड के खिलाफ द ओवल में 213 रन की साझेदारी है जिसमें उन्होंने 80 रन बनाए थे.

मालूम हो कि इस बीच बहुत सारे नेता कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, अस्पताल में उनकी हालत नाजुक बनी हुई है. उन्हें नई दिल्ली स्थित सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल (आर एंड आर) में भर्ती कराया गया है.

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया जो कि कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे, उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है, उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिलने की संभावना है.

देश के गृहमंत्री अमित शाह, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सहित कई नेता कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं. अमित शाह की हालिया रिपोर्ट निगेटिव आई है.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कोरोना संक्रमित थे लेकिन अब इलाज के बाद उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है.

इसके अलावा केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी, संसदीय मामलों के मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी कोविड संक्रमित पाए गए हैं.

बीते 12 अगस्त को पुदुचेरी के पूर्व स्थानीय प्रशासन मंत्री ए. एलुमलाई की कोविड-19 संक्रमण से मौत हो गई थी.

बीते छह अगस्त को माकपा के वरिष्ठ नेता श्यामल चक्रवर्ती का कोविड-19 के चलते कोलकाता के एक अस्पताल में निधन हो गया था. वह 1982 से 1996 तक तीन बार पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री रह चुके थे. साथ ही वह दो बार राज्यसभा सदस्य और ट्रेड यूनियन के नेता भी रहे थे.

वहीं, बिहार में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के सचिव सत्यनारायण सिंह का बीते दिनों कोरोना के चलते निधन हो गया था.

बीते जून महीने में कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आए पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना में फाल्टा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार के विधायक 60 वर्षीय तमोनाश घोष का निधन हो गया था.

जून में ही चेन्नई के चेपॉक से डीएमके विधायक जे. अनबझगन का निधन उनके 62वें जन्मदिन पर हुआ. वह भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)