नर्मदा सेवा यात्रा पर मध्य प्रदेश सरकार ने 40 करोड़ रुपये ख़र्च किए

मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान राज्य सरकार ने नेता प्रतिपक्ष के सवाल के जवाब में दी जानकारी.

नर्मदा सेवा यात्रा समापन समारोह में शिरकत करते प्रधानमंत्री मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान. (फोटो: पीआईबी)

मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान राज्य सरकार ने नेता प्रतिपक्ष के सवाल के जवाब में दी जानकारी.

नर्मदा सेवा यात्रा समापन समारोह में शिरकत करते प्रधानमंत्री मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान. (फोटो: पीआईबी)
नर्मदा सेवा यात्रा समापन समारोह में शिरकत करते प्रधानमंत्री मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान. (फोटो: पीआईबी)

भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार ने विधानसभा में बताया है कि राज्य सरकार ने नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा पर तकरीबन 21 करोड़ रुपये के विज्ञापन देने सहित लगभग 40 करोड़ रुपये ख़र्च किए हैं.

नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह द्वारा पूछे गए दो अलग-अलग सवालों का जवाब देते हुए राज्य सरकार ने ये जानकारी विधानसभा के मानसून सत्र में दी.

मानसून सत्र के चौथे दिन बृहस्पतिवार को नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के सवाल का जवाब देते हुए सरकार ने बताया कि मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद ने इस यात्रा के दौरान विभिन्न कार्यों पर अब तक 19 करोड़ रुपये ख़र्च किए हैं, जिनमें से 9,42,158 रुपये अतिथियों के भाग लेने में और 9.88 करोड़ रुपये इस यात्रा के समापन समारोह में ख़र्च करना शामिल है. इस कार्यक्रम के समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे.

वहीं, इससे पहले मानसून सत्र के पहले दिन 17 जुलाई को कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह के सवाल का जवाब देते हुए राज्य सरकार ने सदन को बताया था कि मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग ने इस यात्रा के बारे में प्रचार-प्रसार हेतु अखबारों और टीवी चैनलों सहित विज्ञापन देने के लिए 21 करोड़ 58 लाख 40 हज़ार 344 रुपये ख़र्च किए हैं, जिनमें से प्रिंट मीडिया पर 10.77 करोड़ रुपये और एक करोड़ 74 लाख रुपये इलेक्ट्रानिक मीडिया और 48.71 लाख रुपये प्रचार मटेरियल के प्रिंटिंग वर्क पर ख़र्च शामिल हैं.

नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा को प्रदेश सरकार ने मध्य प्रदेश की जीवनदायिनी नदी नर्मदा के संरक्षण और संवर्धन के लिए चलाई थी. यह यात्रा पिछले साल 11 दिसंबर से शुरू हुई थी और इसका समापन 15 मई को हुआ था.

कार्यक्रम के समापन पर हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में भीड़ जुटाने के लिए ‘स्वच्छता अभियान’ का पैसा लगाने का आरोप मध्य प्रदेश सरकार पर लगा था. कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि अमरकंटक में आयोजित नर्मदा सेवा यात्रा के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने सरकारी ख़जाना लुटाकर प्रधानमंत्री की सभा के लिए भीड़ बटोरी.

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री की अमरकंटक यात्रा और उनके कार्यक्रम पर 100 करोड़ रुपयों से ज़्यादा ख़र्च कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया. उनके मुताबिक, मध्य प्रदेश सरकार ने पूरी ‘नर्मदा सेवा यात्रा’ पर 1500 करोड़ रुपये ख़र्च किए.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)