भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 5,903,932 मामले सामने आ चुके हैं और मृतक संख्या बढ़कर 93,379 हो गई है. सर्वाधिक प्रभावित देश अमेरिका में संक्रमण के कुल मामले 70 लाख से अधिक हुए. विश्व में संक्रमण से अब तक 9.89 लाख से अधिक लोगों की जान गई.
नई दिल्ली: भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 85,362 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 59 लाख का आंकड़ा पार कर 5,903,932 हो गई है. वहीं पिछले 24 घंटे में 1,089 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 93,379 हो गई.
आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि दो सितंबर से यह लगातार 25वां दिन है, जब 24 घंटे में मरने वालों की संख्या एक हजार से अधिक रही है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते 24 घंटे में 93,420 लोगों के संक्रमणमुक्त होने के बाद अब तक कुल 4,849,584 लोग स्वस्थ हो चुके है.
देश में लोगों के संक्रमण मुक्त होने की दर 82.14 प्रतिशत हो गई है, जबकि कोविड-19 से रोगियों की मृत्यु दर 1.58 प्रतिशत है. मंत्रालय के अनुसार, देश में अभी 960,969 मरीजों का इलाज जारी है, जो कुल मामलों का 16.28 प्रतिशत हैं.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 25 सितम्बर तक कुल 70,269,975 नमूनों की जांच की गई, इनमें से 1,341,535 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई.
भारत में कोविड-19 मरीजों की संख्या सात अगस्त को 20 लाख को पार कर गई थी, जबकि 23 अगस्त को 30 लाख के पार और पांच सितंबर को 40 लाख के पार पहुंच गई थी. 16 सितंबर को यह आंकड़ा 50 लाख के पार चला गया.
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है. वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे.
देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
बीते 24 घंटे या एक दिन में संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो बीते 25 सितंबर को 86,052, 24 सितंबर को 86,508, 23 सितंबर को 83,347, 22 सितंबर को 75,083, 21 सितंबर को 86,961, 20 सितंबर को 92,605, 19 सितंबर को 93,337, 18 सितंबर को 96,424, 17 सितंबर को 97,894 मामले दर्ज किए गए थे, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है.
इसके अलावा 16 सितंबर को 90,123, 15 सितंबर को 83,809, 14 सितंबर को 92,071, 13 सितंबर को 94,372, 12 सितंबर को 97,570, 11 सितंबर को 96,551, 10 सितंबर को 95,735, नौ सितंबर को 89,706, आठ सितंबर को 75,809 और सात सितंबर को 90,802 नए मामले दर्ज किए गए थे.
छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
एक दिन या 24 घंटे के दौरान मरने वालों संख्या की बात करें तो बीते 25 सितंबर को 1,141, 24 सितंबर को 1,129, 23 सितंबर को 1,085, 22 सितंबर को 1,053, 21 सितंबर को 1,130, 20 सितंबर को 1,133, 19 सितंबर को 1,247, 18 सितंबर को 1,174, 17 सितंबर को 1,132, 16 सितंबर को 1,290 लोगों की मौत हुई, जो अब तक की सर्वाधिक संख्या है.
15 सितंबर को 1,054, 14 सितंबर को 1,136, 13 सितंबर को 1,114, 12 सितंबर को 1,201, 11 सितंबर को 1,209, 10 सितंबर को 1,172, नौ सितंबर को 1,115 और आठ सितंबर को 1,133, सात सितंबर को 1,016, छह सितंबर को 1,065, पांच अगस्त को 1,089, चार सितंबर को 1,096, तीन सितंबर को 1,043, दो सितंबर को 1,045, एक सितंबर को 819 लोगों की मौत हुई.
10 अगस्त से 31 अगस्त तक बीते 24 घंटे या एक दिन में मरने वालों की संख्या 1007 से अधिकतम 1,092 (19 अगस्त का आंकड़ा) के बीच रही. 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच एक दिन या 24 घंटे में मौत का आंकड़ा 700 से लेकर 933 (आठ अगस्त का आंकड़ा) के बीच रहा है. एक जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह आंकड़ा 507 से 1,129 के बीच रहा.
11 जून से 30 जून के बीच मरने वालों की संख्या 300 से 500 के अंदर रही है. 22 जून को एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार 400 से अधिक रही थी. और 11 जून को पहली बार मरने वालों की संख्या 300 के आंकड़े को पार कर गई थी.
महाराष्ट्र में सबसे अधिक लोगों की मौत
शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से महाराष्ट्र में 416, कर्नाटक में 86, उत्तर प्रदेश में 84, तमिलनाडु में 72, पंजाब में 68, पश्चिम बंगाल में 59, आंध्र प्रदेश में 48, मध्य प्रदेश में 30, छत्तीसगढ़ में 25 और दिल्ली में 24 लोगों की मौत हुई.
देश में संक्रमण से अब तक कुल 93,379 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से महाराष्ट्र में 34,761, तमिलनाडु में 9,148, कर्नाटक में 8,417, आंध्र प्रदेश में 5,606, उत्तर प्रदेश में 5,450, दिल्ली में 5,147, पश्चिम बंगाल में 4,665, गुजरात में 3,393, पंजाब में 3,134 और मध्य प्रदेश से 2,152 लोगों की मौत हुई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि संक्रमण से मरने वाले 70 प्रतिशत से अधिक मरीज दूसरी बीमारियों से भी पीड़ित थे.
दुनियाभर में मामले 3.25 करोड़ से ज़्यादा, 9.89 लाख से अधिक की मौत
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 32,589,992 हो गए हैं और अब तक 989,432 लोगों की जान जा चुकी है.
दुनियाभर में कोरोना से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 7,034,433 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 203,789 हो चुकी है.
भारत संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित दूसरा देश है. भारत के बाद तीसरे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्राजील में संक्रमण के अब तक 4,689,613 मामले मिले हैं और 140,537 लोग दम तोड़ चुके हैं.
ब्राजील के बाद रूस चौथे स्थान पर है, जहां संक्रमण के 1,138,509 मामले मिले हैं और 20,140 लोगों की जान जा चुकी है.
रूस के बाद संक्रमण से पांचवें सर्वाधिक प्रभावित देश कोलंबिया में 798,317 मामले आए हैं, जबकि 25,103 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
कोलंबिया के बाद छठे सर्वाधिक प्रभावित देश पेरू में संक्रमण के 794,584 मामले हैं और 32,037 लोगों ने जान गंवा दी है. पेरू के बाद सातवें प्रभावित देश मैक्सिको में 720,858 मामले सामने आए हैं और 75,844 मौतें हुई हैं.
मैक्सिको के बाद आठवें प्रभावित देश स्पेन में संक्रमण के 716,481 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि 31,232 मौतें हुई हैं. स्पेन के बाद दक्षिण अफ्रीका को पछाड़कर अर्जेंटीना नौवां सर्वाधिक प्रभावित देश बन गया है. यहां संक्रमण के 691,235 मामले सामने आए हैं और 15,206 मौतें हुई हैं.
अर्जेंटीना के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश दक्षिण अफ्रीका में संक्रमण के 668,529 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 16,312 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)