लोकसभा में एक सवाल के जवाब में विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने राज्यसभा में बताया कि सऊदी अरब की जेलों में सर्वाधिक 1,599 भारतीय क़ैदी हैं, वहीं संयुक्त अरब अमीरात की जेलों में 898 और नेपाल की जेलों में 886 भारतीय बंद हैं.
नई दिल्ली: सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि दूसरे देशों की जेलों में कुल 7,139 भारतीय कैदी बंद हैं और इनमें से कुछ विचाराधीन कैदी भी हैं.
विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि सऊदी अरब की जेलों में सर्वाधिक 1,599 भारतीय कैदी हैं, संयुक्त अरब अमीरात की जेलों में 898, नेपाल की जेलों में 886 भारतीय कैदी बंद हैं.
मुरलीधरन ने बताया ‘विदेश मंत्रालय के पास उपलब्ध सूचना के अनुसार, 31 दिसंबर 2020 की स्थिति के मुताबिक दूसरे देशों की जेलों में कुल 7,139 भारतीय कैदी बंद हैं और इनमें से कुछ विचाराधीन कैदी भी हैं.’
उन्होंने बताया कि कुछ देशों में कड़े निजता कानून लागू हैं और इस वजह से स्थानीय प्रशासन तब तक कैदियों के बारे में जानकारी साझा नहीं करते जब तक संबंद्ध व्यक्ति ऐसे ब्यौरों के खुलासे के लिए सहमति न दे.
उन्होंने कहा ‘यहां तक कि कई देश भी अपनी जेलों में बंद विदेशी नागिरकों के बारे में विस्तृत जानकारी आम तौर पर नहीं देते, भले ही वे सूचना साझा करते हैं.’
उनके अनुसार, मलेशिया की जेलों में 548 भारतीय कैदी हैं वहीं कुवैत की जेलों में बंद भारतीय कैदियों की संख्या 536 है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक मुरलीधरन ने कहा कि विदेशों में भारतीय मिशन स्थानीय कानूनों के कथित उल्लंघन के लिए भारतीय नागरिकों को जेलों में डालने की घटनाओं पर कड़ी निगरानी रखते हैं.
उन्होंने कहा, ‘मिशन और पोस्ट वकीलों का एक स्थानीय पैनल भी बनाए रखते हैं, जहां भारतीय समुदाय काफी संख्या में हैं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)