अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल ने पिछले साल आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या से पहले उन्होंने 60 पेज का एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें संवैधानिक पदों पर बैठे कई लोगों पर बेहद गंभीर आरोप लगाए थे.
कालिखो पुल ने अपने सुसाइड नोट में कई जजों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया था. शुक्रवार को राजधानी नई दिल्ली में हुई एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उनकी पत्नी ने जजों पर भ्रष्टाचार के आरोप की सीबीआई जांच कराने की मांग सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की.
पत्नी दांगविम्साई पुल ने कहा, ‘उनके सुसाइड नोट में शामिल आरोपों के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करनी ज़रूरी है और मामले की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए क्योंकि प्राथमिक आरोप सर्वोच्च स्तर पर न्यायाधीशों के भ्रष्टाचार से जुड़े हैं.’
दांगविम्साई ने आरोप लगाया कि उनके परिवार को अरुणाचल प्रदेश सरकार से धमकियां मिल रही हैं और उन्हें वह संवाददाता सम्मेलन ना करने की सलाह दी गई थी जिसमें उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री का सुसाइड नोट सार्वजनिक किया था. उन्होंने दावा किया, जब से सुसाइड नोट मीडिया के सामने आया है, मुझे, मेरे बच्चों और परिजनों सहित मेरे पूरे परिवार को अलग-अलग हलकों से धमकियां मिल रही हैं.
पुल ने पिछले साल अगस्त में आत्महत्या कर ली थी और उनका शव यहां मुख्यमंत्री के आधिकारिक घर पर लटका हुआ पाया गया था जिसे वह खाली करने वाले थे.
महीनों के तेज राजनीतिक घटनाक्रमों के बाद पुल ने 19 फरवरी, 2016 को संक्षिप्त अवधि के लिए अरुणाचल प्रदेश की कमान संभाली थी लेकिन जुलाई में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें पद छोड़ना पड़ा था.
दांगविम्साई ने कहा, हम मामले की स्वतंत्र व निष्पक्ष जांच और भ्रष्टाचार के दोषी लोगों के खिलाफ कानून के अनुरूप कार्रवाई चाहते हैं.
खुदकुशी करने के एक दिन पहले कालिखो पुल ने 60 पेज का एक सुसाइड नोट लिखा जिसमें उन्होंने संवैधानिक पदों पर बैठे विभिन्न लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इसमें वर्तमान मुख्यमंत्री पेमा खांडू, उपमुख्यमंत्री चोवना मेन समेत प्रदेश के प्रमुख नेता भी शामिल हैं. पुल का यह सुसाइड नोट उनके शव के पास मिला था. इस नोट को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया और इसमें क्या लिखा था वो एक रहस्य बनकर ही रह गया.
इसके बारे में पहली ख़बर बीते साल अक्टूबर महीने में अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल ज्योति प्रसाद राजखोवा के जरिये मीडिया तक पहुंची. हालांकि इसमें क्या लिखा था, इस पर आज तक बस अटकलें ही लगाई जा रही थीं.
कालिखो पुल के 60 पेज के सुसाइड नोट को बीते आठ फरवरी को ‘द वायर’ ने सबसे पहले प्रकाशित किया था.
इस पत्र में भाजपा और कांग्रेस के नेताओं सहित कई लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं. पुल खुद एक कांग्रेसी नेता थे, जो 2015 में कांग्रेस के ही नबाम तुकी की सरकार के खिलाफ बगावत करके मुख्यमंत्री बने थे.
कालिखो करीब साढ़े चार महीनों तक अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व की नबाम तुकी की सरकार की बर्खास्तगी को असंवैधानिक करार दे दिया गया.
पुल ने 13 जुलाई, 2016 को कोर्ट का फैसला आने के बाद इस्तीफा दे दिया. और फिर लगभग महीने भर के भीतर आत्महत्या कर ली.
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(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)