तमिलनाडु विधानसभा में तोड़-फोड़ और जोरदार हंगामे के बीच विपक्षी विधायकों को सदन से बाहर करने के बाद मुख्यमंत्री इदापडी के. पलानीसामी ने बहुमत साबित किया.
सदन में विश्वासमत के दौरान पलानीसामी को 122 विधायकों का समर्थन हासिल हुआ. जबकि 11 विधायकों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ वोट किया है.
गौरतलब है कि 234 सदस्यों वाली विधानसभा में पलानीसामी को 117 विधायकों के समर्थन की ज़रूरत थी. हालांकि विश्वासमत परीक्षण के दौरान विधानसभा में विपक्ष पूरी तरह से ग़ायब रहा. तमिलनाडु में 29 सालों बाद बहुमत परीक्षण हुआ.
इससे पहले विपक्षी डीएमके, कांग्रेस और पन्नीरसेल्वम खेमे ने विश्वास मत में गोपनीय वोटिंग की मांग की थी. विधानसभा अध्यक्ष ने इस मांग को ख़ारिज कर दिया था. इसके बाद विधानसभा में जमकर तोड़-फोड़ हुई थी.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि झड़प में उनकी शर्ट फट गई. हालांकि डीएमके नेता एमके स्टालिन ने दावा किया है कि स्पीकर ने अपनी शर्ट ख़ुद से ही फाड़ ली. मतदान के दौरान ब्रीफिंग रूम के बाहर लगे टीवी और स्पीकर बंद कर दिए गए थे. इसके अलावा मीडिया को भी विधानसभा कार्यवाही की जानकारी देने से मना कर दिया गया.
इस बीच डीएमके नेता स्टालिन ने प्रक्रिया को गलत बताया और राज्यपाल से मिलने राज भवन गए हैं.
Chennai: DMK Working President MK Stalin met Governor C.Vidyasagar Rao after #floortest in Tamil Nadu Assembly pic.twitter.com/XH00xT6FOv
— ANI (@ANI) February 18, 2017
तमिलनाडु की 234 सदस्यीय विधानसभा में अन्नाद्रमुक के 134, विपक्षी पार्टी द्रमुक के 89 और कांग्रेस के आठ विधायक हैं. जयललिता के निधन की वजह से एक सीट खाली है.