त्रिपुराः भाजपा समर्थकों ने किया वरिष्ठ पत्रकार के घर पर हमला

2018 में राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से त्रिपुरा के वरिष्ठ पत्रकार समीर धर के आवास पर हुआ यह इस तरह का तीसरा हमला है. आरोप है कि पिछले साल सितंबर में मुख्यमंत्री बिप्लब देव द्वारा सार्वजनिक बैठक में मीडिया को धमकाने के बाद से पत्रकारों पर इस तरह के हमले तेज़ हुए हैं.

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त्रिपुरा के पत्रकार समीर धार (फोटो साभारः यूट्यूब)

2018 में राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से त्रिपुरा के वरिष्ठ पत्रकार समीर धर के आवास पर हुआ यह इस तरह का तीसरा हमला है. आरोप है कि पिछले साल सितंबर में मुख्यमंत्री बिप्लब देव द्वारा सार्वजनिक बैठक में मीडिया को धमकाने के बाद से पत्रकारों पर इस तरह के हमले तेज़ हुए हैं.

त्रिपुरा के पत्रकार समीर धार (फोटो साभारः यूट्यूब)
त्रिपुरा के पत्रकार समीर धर (फोटो साभारः यूट्यूब)

अगरतलाः भाजपा समर्थकों के एक समूह ने 29 मई को त्रिपुरा के एक वरिष्ठ पत्रकार और असेंबली ऑफ जर्नलिस्ट्स (एओजे) के उपाध्यक्ष समीर धर के आवास पर हमला किया.

2018 में राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से धर के आवास पर हुआ यह इस तरह का तीसरा हमला है. राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से पत्रकारों पर नियमित तौर पर हमले हो रहे हैं.

त्रिपुरा में पत्रकारों के सबसे बड़े फोरम एओजी ने जारी बयान में कहा, ‘सत्तारूढ़ भाजपा पार्टी के समर्थक माने जाने वाले शरारती तत्व तेजधर हथियार के साथ 29 मई को रात लगभग नौ बजे पत्रकार के घर में घुसे और हमला किया. उन्होंने धर के आवास की चारदीवारी नष्ट कर दी और उनके लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और खामियाजा भुगतने की धमकी दी.’

धर पश्चिम बंगाल के एक क्षेत्रीय समाचार पत्र ‘आजकल’ के त्रिपुरा संवाददाता हैं और वह त्रिपुरा लेफ्ट फ्रंट के संयोजक बिजन धर के छोटे भाई भी हैं.

राज्य में पत्रकारों और मीडिया संगठनों पर लगातार हो रहे हमलों पर रोष जताते हुए एओजे ने हमलावरों की त्वरित गिरफ्तारी की मांग की.

30 मई को महासचिव शानित देबराय औऱ उपाध्यक्ष अरुण नाथ सहित जयंत देबनाथ, अनल रॉय चौधरी सहित एओजे के सदस्यों ने घटना की जांच के लिए धर के घर का दौरा किया था.

उन्होंने कहा कि अमातली पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज की गई है. हालांकि, 24 घंटे से अधिक बीतने पर भी इस संबंध में अब तक गिरफ्तारी की कोई सूचना नहीं मिली है.

एओजे का कहना है, ‘एओजे की ओर से राज्य पुलिस प्रमुख के संज्ञान में मामला लाया गया है. यह हमला पूर्वनियोजित था और एक तरह की साजिश का हिस्सा था.’

एओजे का आरोप है कि पिछले साल 11 सितंबर को मुख्यमंत्री बिप्लब देव द्वारा सार्वजनिक बैठक में मीडिया को धमकाने के बाद से इस तरह के हमले तेज हुए हैं.

बयान में कहा हया, ‘यह संज्ञान में लाया गया है कि मुख्यमंत्री के अपने बयान पर अड़े रहने की वजह से हमला हो रहा है. राज्य में पत्रकारों के सबसे बड़े फोरम एओजे इस तरह के व्यवहार पर गहरी चिंता जता रहा है.’

द वायर  से बातचीत में धर ने कहा कि शरारती तत्वों ने शनिवारआधी रात को उनके और उनके पड़ोसियों के घर पर हमला किया.

धर ने कहा, ‘2018 के बाद से तीसरी बार मेरे घर पर हमला किया गया है. शरारती तत्व मेरे घर के भीतर नहीं घुस सके लेकिन उन्होंने बॉउंड्री तोड़ दी, मुझे धमकी दी और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. सिर्फ मेरे ही नहीं उन्होंने मेरे पड़ोसियों के घर पर भी हमला  किया.’

उन्होंने कहा कि शरारती तत्वों ने सीपीआई समर्थकों पर भी हमले किए हैं. धर ने बताया, ‘मैंने इस संबंध में एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस घर पर आई और कहा कि उन्होंने मामले में जांच शुरू कर दी है.’

अमताली पुलिस थाने के ऑन ड्यूटी पुलिस अधिकारी ने कहा कि रविवार को धर के आवास पर हमले के लिए कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)