छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल पर आरोप है कि उन्होंने हाल ही में उत्तर प्रदेश में एक कार्यक्रम में ब्राह्मणों को विदेशी बताकर उनका बहिष्कार करने की अपील की थी. अधिकारियों ने बताया कि बघेल को अदालत में पेश करने के बाद 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
रायपुर: छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले की पुलिस ने एक समुदाय के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल को गिरफ्तार कर लिया है.
रायपुर जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तारकेश्वर पटेल ने मंगलवार को बताया कि पुलिस ने नंद कुमार बघेल (86) को गिरफ्तार कर लिया है तथा उन्हें नई दिल्ली से रायपुर लाया गया है.
पटेल ने बताया कि बघेल को आज प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी जनक कुमार हिडको की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 15 दिनों के न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नंद कुमार बघेल ने अदालत में जमानत की अर्जी पेश नहीं की थी.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नंद कुमार के वकील गजेंद्र सोनकर ने बताया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल को रायपुर की एक अदालत ने ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
He (Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel’s father Nand Kumar Baghel) has been sent to judicial custody. He will be presented before the court again on September 21. As per his instructions, I didn't file application for his bail today: Nand Kumar's lawyer Gajendra Sonkar in Raipur pic.twitter.com/SbwHMJ4IdM
— ANI (@ANI) September 7, 2021
उन्होंने कहा कि सीएम भूपेश बघेल के पिता को न्यायिक रिमांड पर केंद्रीय कारागार में रखा गया है. 21 सितंबर की आगामी तारीख दी गई है.
उल्लेखनीय है कि रायपुर शहर के डीडी नगर थाने की पुलिस ने बीते शनिवार को सर्व ब्राह्मण समाज की शिकायत पर नंद कुमार बघेल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था.
सर्व ब्राह्मण समाज ने अपनी शिकायत में कहा था कि मुख्यमंत्री के पिता ने ब्राह्मणों को विदेशी बताकर उनका बहिष्कार करने तथा उन्हें अपने गांवों में प्रवेश नहीं करने देने के लिए कहा था.
सर्व ब्राह्मण समाज ने आरोप लगाया था कि बघेल ने लोगों से कहा था कि वे ब्राह्मणों को देश के बाहर निकालें. समाज के मुताबिक मुख्यमंत्री के पिता ने पूर्व में भगवान राम के संबंध में भी अपमान जनक टिप्पणी की थी.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक नंद कुमार बघेल ने हाल ही में उत्तर प्रदेश में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कथित रूप से यह टिप्पणी की थी.
अपने पिता की कथित टिप्पणियों पर विवाद शुरू होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि इस तरह की टिप्पणियों से वह आहत हैं और उनकी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है. पुलिस मामले में उचित कार्रवाई करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘एक पुत्र के रूप में मैं अपने पिता जी का सम्मान करता हूं लेकिन एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी किसी भी ऐसी गलती को अनदेखा नहीं किया जा सकता जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाली हो. हमारी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है फिर चाहे वह मुख्यमंत्री के पिता ही क्यों न हों.’
नंद कुमार बघेल किसी राजनीतिक दल से जुड़े हुए नहीं हैं. वह खुद को ओबीसी समाज के नेता के रूप में देखते हैं. वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खुद को देश के किसान वर्ग और ओबीसी का नेता बताते हैं.
दैनिक भास्कर के मुताबिक, नंद कुमार बघेल ने 20 साल पहले ‘ब्राह्मण कुमार रावण को मत मार’ शीर्षक से एक किताब लिखी थी. उनका कहना था कि किताब मनुस्मृति, वाल्मिकीय रामायण, रामचरितमानस और पेरियार की सच्ची रामायण की नए नजरिये से व्याख्या है. इस किताब के सामने आते ही विवाद शुरू हाे गया था.
2001 में छत्तीसगढ़ की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इस किताब को प्रतिबंधित कर दिया था. बघेल 17 साल तक इसके खिलाफ केस लड़ते रहे. 2017 में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने प्रतिबंध लगाने के खिलाफ की गई उनकी याचिका को खारिज कर दिया.
सरकार का कहना था कि इस किताब में हिंदू धर्म की मान्यताओं के विपरीत और समाज पर नकारात्मक असर डालने वाली सामग्री है.
इसी बीच, सोशल मीडिया में नंद कुमार बघेल की ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें मेज पर खाना खाते हुए दिखाई दे रहे हैं, जिस पर नया विवाद खड़ा हो गया है.
सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर में नंद कुमार बघेल कुर्सी पर बैठकर टेबल पर खाना रखकर आराम से खाते दिख रहे हैं. दावा किया जा है कि यह तस्वीर उनकी गिरफ्तारी के बाद की है, जब उन्हें थाने लया गया था.
केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने इस तस्वीर को लेकर भूपेश बघेल पर निशाना साधा और कहा पिता कानून से ऊपर नहीं कहकर लोगों के सामने दिखावा करते हो और तस्वीर कुछ और ही बयान कर रही है.
वाह वाह रे भूपेश तोर खेल
कुर्सी के ख़ातिर बाबू ला भेजेस जेलथाना इंचार्ज के टेबल पर भोजन, घी लगी रोटियां, सब्जी-पापड़…वाह मुख्यमंत्री जी वाह इतना बढ़िया व्यवस्था जेल की… पिता कानून से ऊपर नहीं है कहकर लोगों के सामने दिखावा कर रहे हो पर तस्वीर कुछ और बयान कर रही है। pic.twitter.com/JsHufyi64W
— Renuukaa Sinngh (@renukasinghbjp) September 7, 2021
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘वाह वाह रे भूपेश तोर खेल कुर्सी के ख़ातिर बाबू ला भेजेस जेल, थाना इंचार्ज के टेबल पर भोजन, घी लगी रोटियां, सब्जी-पापड़…वाह मुख्यमंत्री जी वाह इतना बढ़िया व्यवस्था जेल की… पिता कानून से ऊपर नहीं है कहकर लोगों के सामने दिखावा कर रहे हो पर तस्वीर कुछ और बयान कर रही है.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)