आॅस्कर जाएगी ‘न्यूटन’

फिल्म एक सरकारी क्लर्क न्यूटन कुमार की कहानी है जिसे छत्तीसगढ़ के हिंसा प्रभावित क्षेत्र में चुनावी ड्यूटी पर लगा दिया जाता है.

फिल्म एक सरकारी क्लर्क न्यूटन कुमार की कहानी है जिसे छत्तीसगढ़ के हिंसा प्रभावित क्षेत्र में चुनावी ड्यूटी पर लगा दिया जाता है.

Newton Movie Facebook
(फोटो साभार: फेसबुक)

वोट के अधिकार पर आधारित फिल्म न्यूटन 2018 में होने वाले आॅस्कर पुरस्कारों के लिए विदेशी भाषा की श्रेणी में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी. भारतीय फिल्म संघ ने इसकी पुष्टि की है.

तेलुगू निर्माता सीवी रेड्डी की अगुवाई में भारतीय फिल्म संघ (एफएफआई) की चयन समिति ने सर्वसम्मति से हिंदी फिल्म का चयन किया. एफएफआई महासचिव सुप्रण सेन ने बताया, ‘ऑस्कर के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के तौर पर न्यूटन को चुना गया है. इस साल की 26 फिल्मों में से इस फिल्म को सर्वसम्मति से चुना गया.’

फिल्म न्यूटन में मुख्य भूमिका निभा रहे राजकुमार राव ने भी इसकी जानकारी अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर दी है.

फिल्म 22 सितंबर को रिलीज़ हुई है. राजकुमार राव के अलावा अभिनेता पंकज त्रिपाठी, अभिनेत्री अंजलि पाटिल मुख्य भूमिकाओं में हैं. फिल्म में संजय मिश्रा, दानिश हुसैन और रघुवीर यादव भी नज़र आएंगे.

फिल्म एक राजनीतिक व्यंग्य है. यह फिल्म एक ईमानदार सरकारी क्लर्क न्यूटन कुमार की कहानी है जिसे छत्तीसगढ़ के हिंसा प्रभावित क्षेत्र में चुनावी ड्यूटी पर लगा दिया जाता है. न्यूटन की ज़िम्मेदारी उस क्षेत्र के आदिवासियों से मुक्त और निष्पक्ष वोट कराने की होती है.

इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में राजकुमार राव ने कहा, ‘मैं बहुत रोमांचित हूं. फिल्म को जिस तरह की प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं वह बेहद अच्छी है. मैं भारत का प्रतिनिधित्व करने को लेकर बहुत खुश हू. उम्मीद है कि हमारी फिल्म आॅस्कर में सफल होगी.’

फिल्म में एक सैन्य अधिकारी की भूमिका निभाने वाले पंकज त्रिपाठी भी इस चयन से काफी खुश हैं. उन्होंने कहा, अच्छा काम हमेशा चमकने का रास्ता तलाश ही लेता है. मैं खुश हूं कि हमारी प्रतिभा को आख़िरकार पहचाना गया. यह वास्तव में हमारे देश में स्वतंत्र सिनेमा की जीत है.

फिल्म के आॅस्कर के लिए चुने जाने पर निर्देशक अमित वी. मसूरकर ने कहा, ‘यह हमारे लिए सम्मान की बात भारत की ओर हमारी फिल्म आॅस्कर में प्रतिनिधित्व करेगी. मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म देश में लोकतंत्र को मजबूत करने की ज़रूरत पर लोगों का ध्यान खीचेगी.’

मसूरकर की यह दूसरी फिल्म है. इससे पहले वर्ष 2014 वह सुलेमानी कीड़ा नाम की फिल्म बना चुके हैं. दृश्यम फिल्म्स के संस्थापक और फिल्म के प्रोड्यूसर मनीष मुंद्रा ने कहा, न्यूटन एक महत्वपूर्ण फिल्म है. हम फिल्म फेडरेशन आॅफ इंडिया की जूरी के शुक्रगुज़ार हैं.

सर्वोत्तम विदेशी फिल्म श्रेणी में अंतिम पांच में जगह बनाने वाली अंतिम भारतीय फिल्म आशुतोष गोविरकर की वर्ष 2001 में आई लगान थी. इसके अलावा मदर इंडिया (1958) और सलाम बॉम्बे (1989) शीर्ष पांच में जगह बनाने वाली अन्य दो भारतीय फिल्में हैं. तमिल फिल्म विसारनाई को पिछले वर्ष आधिकारिक रूप से ऑस्कर के लिए भेजा गया था.

मसूरकर की इस फिल्म को ऑस्कर के लिए एंजेलिना जोली की कंबोडियाई वार ड्रामा फर्स्ट दे किल्ड माई फादर, पाकिस्तान की सावन, स्वीडन की द स्क्वायर, जर्मनी की इन द फेड और चिली की अ फैंटास्टिक वुमन से प्रतियोगिता का सामना करना होगा.

90वां एकेडमी या आॅस्कर अवॉर्ड समारोह लॉस एंजिल्स में चार मार्च 2018 को आयोजित होगा.