कोविड-19: बिहार में आंकड़ों के पुनर्मिलान के बाद देश में एक दिन में मौत के 2,796 मामले आए

भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 8,895 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,46,33,255 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मौत के 2,796 मामलों में बिहार के 2,426 मामले जोड़े गए हैं, जिन्हें रविवार के आंकड़ों में शामिल किया गया. केरल में भी मृत्यु के पिछले 263 मामले शामिल किए गए हैं. इस वजह से देश में संक्रमण से लोगों के दम तोड़ने का आंकड़ा बढ़ गया है.

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(फोटो: पीटीआई)

भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 8,895 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,46,33,255 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मौत के 2,796 मामलों में बिहार के 2,426 मामले जोड़े गए हैं, जिन्हें रविवार के आंकड़ों में शामिल किया गया. केरल में भी मृत्यु के पिछले 263 मामले शामिल किए गए हैं. इस वजह से देश में संक्रमण से लोगों के दम तोड़ने का आंकड़ा बढ़ गया है.

(फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 8,895 नए मामले सामने आने से जहां संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,46,33,255 हो गई, वहीं बिहार में आंकड़ों का पुनर्मिलान किए जाने के बाद देश में एक दिन में संक्रमण से मृत्यु के 2,796 मामले सामने आए और इसके साथ ही इस महामारी से मरने वालों की कुल संख्या 4,73,326 हो गई है.

अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इस बीच पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 26,53,88,145 हो गए हैं और अब तक 52,48,747 लोगों की जान जा चुकी है.

भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह आठ बजे अद्यतन आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई.

इससे पहले 21 जुलाई को भारत में एक दिन में संक्रमण से मृत्यु के 3,998 मामले सामने आए थे. तब महाराष्ट्र राज्य ने अपने कोविड आंकड़ों का 14वीं बार पुनर्मिलान किया था.

मंत्रालय ने बताया कि मृत्यु के 2,796 मामलों में बिहार के 2,426 मामले जोड़े गए हैं, जिन्हें रविवार के आंकड़ों में शामिल किया गया. केरल में भी मृत्यु के पिछले 263 मामले शामिल किए गए हैं. इस वजह से देशभर में संक्रमितों की मृत्यु का आंकड़ा बढ़ गया है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, लगातार 161 दिन से देश में कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 50,000 से कम बनी हुई है. इस समय देश में महामारी के 99,155 मरीज उपचाराधीन हैं. यह संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.29 प्रतिशत है और पिछले साल मार्च के बाद सबसे कम है. संक्रमण से उबरने की राष्ट्रीय दर 98.35 प्रतिशत है.

मंत्रालय ने कहा कि 24 घंटे की अवधि में कोविड-19 के उपचाराधीन रोगियों की संख्या में 819 की कमी आई है. दैनिक संक्रमण दर 0.73 प्रतिशत रही जो पिछले 62 दिन से दो प्रतिशत से कम बनी हुई है.

साप्ताहिक संक्रमण दर 0.80 फीसद रही. मंत्रालय के अनुसार, यह पिछले 21 दिन से एक प्रतिशत से कम बनी हुई है. कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक 3,40,60,774 रोगी उबर चुके हैं, वहीं संक्रमण से मृत्यु दर बढ़कर 1.37 प्रतिशत हो गई है.

देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीकों की 127.61 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं.

कोविड-19 के कारण जिन 2,796 लोगों की मौत हुई है, उनमें से 2,426 बिहार से, 315 केरल से और 14 महाराष्ट्र से हैं. केरल में बीते कुछ दिन से मौत के आंकड़ों का पुनर्मिलान किया जा रहा है, इसलिए यहां मरने वालों की संख्या अधिक बनी हुई है.

आंकड़ों के अनुसार, देश में अब तक संक्रमण से 4,73,326 लोगों की मौत हुई है, जिनमें महाराष्ट्र के 1,41,163 लोग, केरल से 41,439, कर्नाटक से 38,224, तमिलनाडु से 36,519, दिल्ली से 25,098 लोग, उत्तर प्रदेश से 22,911 और पश्चिम बंगाल के 19,554 लोग शामिल हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं.

आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.

भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.

वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.

इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया. चार मई के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे.

मई रहा अब तक का सबसे घातक महीना

भारत में अकेले मई में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.

सात मई को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.

रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.

वायरस के मामले और मौतें

दिसंबर महीने में एक दिन या 24 घंटे के दौरान सामने आए संक्रमण के मामलों की बात करें तो बीते चार दिसंबर को 8,603, तीन दिसंबर को 9,216, दो दिसंबर को 9,765 और एक दिसंबर को 8,954 नए मामले आए थे.

इसी तरह पिछले 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो चार दिसंबर को 415, तीन दिसंबर को 391, दो दिसंबर को 477 और एक दिसंबर को 267 लोगों की मौत हुई थी.

नवंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 13,091 मामले 11 नवंबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 621 लोगों की मौत 28 नवंबर को हुई थी.

अक्टूबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 26,727 नए मामले एक अक्टूबर को और केरल में आंकड़ों के पुन:मिलान के बाद सर्वाधिक 805 लोगों की मौत 29 अक्टूबर को हुई थी.

सितंबर महीने में बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 47,092 मामले दो सितंबर को सामने आए, जबकि दो सितंबर को ही सर्वाधिक 509 लोगों की जान गई थी.

अगस्त महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 46,759 मामले 28 अगस्त को दर्ज किए गए और इस अवधि में सर्वाधिक 648 लोगों की मौत 25 अगस्त को दर्ज की गई थी.

जुलाई महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 48,786 मामले एक जुलाई को सामने आए और एक दिन में मौत के सर्वाधिक 3,998 मामले (महाराष्ट्र द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 21 जुलाई को दर्ज किए गए थे.

जून महीने में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक मामले तीन जून को 1,34,154 आए थे और इस अवधि में मौत के सर्वाधिक 6,148 मामले (बिहार द्वारा आंकड़ों में संशोधन किए जाने के बाद) 10 जून को सामने आए थे.
अप्रैल महीने में बीते 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 3,86,452 नए मामले 30 तरीख को दर्ज किए गए थे, जबकि सबसे अधिक 3,645 लोगों की मौत 29 तारीख को हुई थी.

मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.

फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16,738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.

जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.

पिछले साल छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.

इसी तरह पिछले साल 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)