त्रिपुरा सरकार द्वारा मोटर वाहन ड्राइविंग नियमन पर नारा लिखने की प्रतियोगिता में कोलकाता के सियालदह फ्लाईओवर को एक पोस्टर पर स्थान देने के बाद विवाद हुआ. विपक्षी माकपा और टीएमसी ने बिप्लव कुमार देब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार दूसरे राज्यों के विकास कार्यों का ‘श्रेय’ ले रही है.
अगरतला: त्रिपुरा सरकार के अधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक तस्वीर पोस्ट किए जाने को लेकर विवाद छिड़ गया है. दरअसल सरकार ने एक फ्लाईओवर की तस्वीर सोशल साइट पर साझा की थी, जिस पर विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि यह कोलकाता का है.
विपक्षी माकपा और टीएमसी ने शनिवार को त्रिपुरा की बिप्लव कुमार देब सरकार पर करारा प्रहार किया. विपक्षी दलों ने दावा किया कि राज्य सरकार दूसरे राज्यों के विकास कार्यों का ‘श्रेय’ ले रही है. मोटर वाहन ड्राइविंग नियमन पर नारा लिखने की प्रतियोगिता में कोलकाता के सियालदह फ्लाईओवर को एक पोस्टर पर स्थान देने के बाद विवाद हुआ.
विपक्ष के हमले के बीच त्रिपुरा सरकार के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किए गए पोस्टर को हटा लिया गया.
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की राज्य संचालन समिति के समन्वयक सुबल भौमिक ने कहा, ‘त्रिपुरा की भाजपा नीत सरकार द्वारा यह काफी शर्मनाक कृत्य है जिसने बिप्लव कुमार देब की सरकार की सफलता को दर्शाने के लिए पश्चिम बंगाल के फ्लाईओवर को दिखाया. यह भाजपा सरकार द्वारा श्रेय लेने के अभियान की तरह दिखता है.’
टीएमसी नेता त्रिणांकुर भट्टाचार्य ने ट्वीट कर कहा, ‘त्रिपुरा के विकास को प्रोजेक्ट करने के लिए कोलकाता के प्रसिद्ध सियालदह फ्लाईओवर की तस्वीरों का उपयोग करना, विकास में बंगाल की सफलता की मान्यता के अलावा और कुछ नहीं है. पहले यूपी, अब त्रिपुरा, इंतजार कर रहे हैं कि केंद्र सरकार हमें झूठा दावा करके दिखाए! बंगाल मॉडल है.’
Using pictures of Kolkata's famous Sealdah flyover to project the development of Tripura, is nothing but a recognition of Bengal's success in development.
First UP, now Tripura, waiting for the central government to showcase us falsely claiming as them! Bengal is the model. pic.twitter.com/8SitZjf8bQ— Trinankur Bhattacharjee (@TrinankurWBTMCP) December 11, 2021
वहीं, माकपा ने भी भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए दावा किया कि विकास कार्यों को दर्शाने के लिए उसे कोलकाता के फ्लाईओवर का इस्तेमाल करना पड़ा.
इस पर पलटवार करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा ने कहा कि विपक्षी दलों की टिप्पणियां दिखाती हैं कि उनमें कितनी नकारात्मकता भरी हुई है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सत्तारूढ़ भाजपा ने पोस्टर का बचाव करते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता से संबंधित है और पार्टी को लगता है कि देश में सभी राज्य शामिल हैं.
त्रिपुरा भाजपा के मुख्य प्रवक्ता सुब्रत चक्रवर्ती ने विपक्ष पर नकारात्मकता दिखाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पोस्टर का उद्देश्य लोगों को भीड़ वाली सड़कों के बारे में जागरूक करना था.
चक्रवर्ती ने कहा, ‘ट्वीट एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के संबंध में था, राज्यों की परवाह किए बिना एक भीड़भाड़ वाली सड़क को दिखाना था. इसका उद्देश्य भीड़भाड़ वाली सड़कों के बारे में लोगों को जागरूक करना था. भाजपा को लगता है कि राष्ट्र में सभी राज्य शामिल हैं.’
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए, राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पोस्टर उनके द्वारा डिजाइन किया गया था. इसमें इस्तेमाल की गई तस्वीर को प्रतियोगिता के रूप में चुना गया था, क्योंकि यह एक अखिल भारतीय प्रतियोगिता थी, केवल त्रिपुरा से संबंधित नहीं थी.
मालूम हो कि यह पहली बार नहीं हुआ है जब भाजपा शासित सरकारों को दूसरे राज्यों के काम को अपना दिखाने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है. कोलकात्ता के ‘मा फ्लाईओवर’ की तस्वीर को सितंबर में उत्तर प्रदेश सरकार के विज्ञापन में दिखाया गया था, जिसमें योगी आदित्यनाथ सरकार के विकास कार्यों का जिक्र था.
तृणमूल कांग्रेस ने इस विज्ञापन में कोलकाता के एक फ्लाईओवर की कथित तस्वीर का इस्तेमाल किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई थी.
इसी तरह केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ने पिछले महीने पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर हवाईअड्डे को उत्तराखंड का हवाई अड्डा बताया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)