राजस्थान: दलित युवक के साथ मारपीट कर पेशाब पिलाने का आरोप, केस दर्ज

राजस्थान के चुरू ज़िले की घटना. पुलिस ने बताया कि पीड़ित ने आरोप लगाया कि जाट समुदाय के आठ लोगों ने बीते 26 जनवरी की रात 11 बजे उन्हें घर से अगवा कर लिया था और नज़दीक के खेत में जान से मारने की मंशा से ले गए थे. इस संबंध में दो आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है.

/
(प्रतीकात्मक फोटोः नेविल जावेरी/फ्लिकर)

राजस्थान के चुरू ज़िले की घटना. पुलिस ने बताया कि पीड़ित ने आरोप लगाया कि जाट समुदाय के आठ लोगों ने बीते 26 जनवरी की रात 11 बजे उन्हें घर से अगवा कर लिया था और नज़दीक के खेत में जान से मारने की मंशा से ले गए थे. इस संबंध में दो आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है.

(प्रतीकात्मक फोटोः नेविल जावेरी/फ्लिकर)

जयपुर: राजस्थान के चुरू जिले में पुरानी रंजिश के कारण 25 वर्षीय दलित युवक का अपहरण कर उसके साथ मारपीट करने और उसे जबरदस्ती पेशाब पिलाने का मामला सामने आया है. पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस संबंध में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

रतनगढ़ थाना क्षेत्र के रुखसर गांव निवासी पीड़ित राकेश मेघवाल ने 27 जनवरी को आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.

पुलिस ने बताया कि पीड़ित ने आरोप लगाया कि उमेश जाट ने जाट समुदाय के सात अन्य लोगों- राजेश, राकेश, ताराचंद, बीरबल, अक्षय, बिड़दीचंद और दिनेश के साथ 26 जनवरी की रात 11 बजे उसे घर से अगवा कर लिया और उसे एक वाहन में नजदीक के खेत में जान से मारने की मंशा से ले जाया गया था.

पीड़ित ने आरोप लगाया कि राकेश और राजेश ने उन्हें शराब पीने के लिए मजबूर किया और सभी आरोपियों ने खाली शराब की बोतल में पेशाब करके वह पेशाब उन्हें जबरन पिलाई और फिर गांव छोड़ने से पहले उसकी पिटाई की.

एफआईआर में मेघवाल ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने उन्हें जातिसूचक गालियां दी और दलितों के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करके उन्हें अपमानित करते हुए कहा कि उन्हें (दलितों को) जाट समुदाय के साथ टकराने की हिम्मत दिखाने के लिए सबक सिखाया है.

आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 143, 365 और 382 समेत एससी/एसटी की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने बताया कि पीड़ित मेघवाल की पीठ पर चोट के निशान हैं, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि उन्हें पीटा गया था.

जांच अधिकारी और रतनगढ़ के सर्किल अधिकारी हिमांशु शर्मा ने कहा, ‘इस बात की पुष्टि हो गई है कि पीड़ित को पीटा गया था और इस संबंध में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.’

उन्होंने बताया कि पीड़ित को पेशाब पीने के लिए मजबूर करने के आरोप की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है. दो आरोपियों उमेश और बीरबल को शनिवार शाम को गिरफ्तार कर लिया गया और वाहन को जब्त कर लिया गया है.

उन्होंने बताया कि सभी लोग एक ही गांव के हैं. पीड़ित मेघवाल एक खेतिहर मजदूर हैं और आरोपियों में कुछ छात्र शामिल हैं. उन्होंने बताया कि पीड़ित ने आरोप लगाया है कि पिछले साल होली पर वह एक वाद्ययंत्र बजा रहे थे तो आरोपियों ने उन पर कथित टिप्पणियां की थी, जिस पर विवाद हो गया था.

पत्रिका की खबर के मुताबिक, पीड़ित युवक ने एफआईआर में लिखवाया है कि आरोपियों ने अगवा करने के बाद उनका फोन भी छीन लिया था. बाद में उन्हें काफी देर तक लाठियों से पीटा गया, जिससे वह बेहोश गए.

एफआईआर के मुताबिक, आरोपियों ने जब पीड़ित युवक के भाइयों के आने की आवाज सुनी तो वे उन्हें गाड़ी में डालकर गांव में ही एक जगह मरा समझकर फेंक गए.

चिकित्सीय परीक्षण में पीड़ित के शरीर पर चोटों के निशान पाए गए हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)