हरिद्वार धर्म संसद में मुस्लिमों के ख़िलाफ़ हिंसा का आह्वान करने के मामले में ज़मानत पर रिहा हुए कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद ने कहा कि गणितीय गणना कहती है कि 2029 तक एक ग़ैर-हिंदू प्रधानमंत्री बन जाएगा. बीते दिनों बुराड़ी हिंदू महापंचायत कार्यक्रम के दौरान मुस्लिमों के ख़िलाफ़ नफ़रती भाषण देने के आरोप में उन पर केस दर्ज किया गया है.
मथुरा: कट्टरपंथी हिंदुत्वादी नेता और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने हिन्दुओं से अधिक संतानोत्पत्ति की अपील की ताकि भारत को आने वाले दशकों में ‘हिन्दू विहीन’ राष्ट्र बनने से रोका जा सके.
हरिद्वार धर्म संसद में मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा का आह्वान करने के मामले में जमानत पर रिहा हुए विवादित महंत ने बृहस्पतिवार (सात अप्रैल) को मथुरा जिले के गोवर्धन में कहा, ‘गणितीय गणना कहती है कि 2029 तक एक गैर-हिंदू प्रधानमंत्री बन जाएगा.’
उन्होंने कहा, ‘अगर एक बार कोई गैर-हिंदू प्रधानमंत्री बन गया तो 20 साल में यह देश ‘हिंदू विहीन’ बन जाएगा.’
उन्होंने कहा कि हिंदुत्व को जगाने के लिए श्रीकृष्ण की भूमि पर 12 से 14 अगस्त तक ‘धर्म संसद’ का आयोजन किया जाएगा.
नरसिंहानंद बृहस्पतिवार को गोवर्धन पहुंचे और गिरिराज तलहटी में गिरिराज जी की पूजा-अर्चना की. इसके बाद रमणरेती आश्रम में संतों के साथ अगस्त में होने वाली धर्म संसद को लेकर चर्चा की.
मालूम हो कि उत्तर दिल्ली के बुराड़ी में बीते तीन अप्रैल को आयोजित ‘हिंदू महापंचायत’ कार्यक्रम में नरसिंहानंद ने एक बार फिर मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा का आह्वान करते पाए गए हैं. इस संबंध में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
धर्म संसद मामले में गिरफ्तारी के बाद जमानत पर रिहा हुए नरसिंहानंद ने जमानत शर्तों का उल्लंघन करते हुए मुस्लिमों पर निशाना साधते हुए नफरती भाषण दिए हैं.
इस मामले में अदालत की जमानत शर्तों का उल्लंघन करने के लिए नरसिंहानंद और अन्य वक्ताओं के खिलाफ मुखर्जी नगर पुलिस थाने में नफरती भाषण देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है.
बीते साल दिसंबर में उत्तराखंड के हरिद्वार शहर में आयोजित ‘धर्म संसद’ में मुसलमान एवं अल्पसंख्यकों के खिलाफ खुलकर नफरत भरे भाषण देने के साथ उनके नरसंहार का आह्वान भी किया गया था.
कट्टर हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद इस धर्म संसद के आयोजकों में से एक थे. उन्होंने भड़काऊ बयानबाजी करते हुए कहा था कि वह ‘हिंदू प्रभाकरण’ बनने वाले व्यक्ति को एक करोड़ रुपये देंगे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)