पुलिस ने बताया कि हनुमान मंदिर के पास हुए पथराव और हिंसक संघर्ष में रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डेली मार्केट के थानेदार समेत दर्जन भर पुलिसकर्मी एवं अन्य लोग घायल हो गए. पुलिस को हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और हवा में गोलियां चलानी पड़ी.
रांची: झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद असामाजिक तत्वों ने पैगंबर मोहम्मद के संबंध में टिप्पणी करने वाली भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मुख्य सड़क पर जमकर बवाल किया और हनुमान मंदिर तक भारी पथराव और हिंसक संघर्ष किया.
घटना के बाद रांची में तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया गया है.
पुलिस ने बताया कि हनुमान मंदिर पर हुए पथराव और हिंसक संघर्ष में रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, स्थानीय डेली मार्केट के थानेदार समेत दर्जन भर पुलिसकर्मी एवं अन्य लोग घायल हो गए.
पुलिस को हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और हवा में गोलियां चलानी पड़ी. घटना के बाद हालात को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त छविरंजन ने रांची शहर में तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया है.
रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार झा ने बताया, ‘आज शहर के मेन रोड इलाके में जुमे की नमाज के बाद एकरा मस्जिद और आसपास के इलाकों से भारी संख्या में जमा उपद्रवियों ने पथराव किया और कुछ स्थानों पर गोलीबारी भी की. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और हवा में गोलियां चलायीं. स्थिति को नियंत्रित करने में पुलिस प्रशासन को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा.’
उन्होंने बताया, ‘सैकड़ों की संख्या में पथराव कर रहे उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा लेकिन इससे भी जब बात नहीं बनी तो पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ी.’
मौके पर पहुंचे रांची के उपायुक्त छविरंजन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रभाव से रांची शहर में कर्फ्यू लगा दिया है. गौरतलब है कि कर्फ्यू के आदेश के बाद पुलिस लोगों से घर के भीतर रहने की चेतावनी और बिना इमरजेंसी के बाहर नहीं निकलने की सलाह दे रही है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि उपद्रवियों की गोलीबारी और पथराव में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तथा डेली मॉर्केट के थानाध्यक्ष समेत अनेक पुलिसकर्मी एवं दर्जन भर आम लोग भी घायल हो हुए हैं. घायलों में से कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है.
इस बीच डेली मॉर्केट के व्यापारिक संघ के अध्यक्ष मोहम्मद हासिम ने बताया कि मुसलमानों ने पैगंबर साहब के खिलाफ टिप्पणी करने वाले भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी की मांग के साथ जुलूस निकालने की अनुमति मांगी लेकिन उन्हें जुलूस नहीं निकालने दिया गया जिसके बाद स्थिति बिगड़ गई.
इस बीच मेन रोड पर स्थित हनुमान मंदिर के व्यवस्थापकों एवं आसपास के प्रसाद विक्रेता दूकानदारों ने आरोप लगाया है कि प्रदर्शनकारियों ने मंदिर के द्वार, झंडे आदि को भी नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया, प्रसाद की दुकानों पर रखे प्रसाद को नीचे गिरा दिया.
उन्होंने बताया कि मंदिर के निकट हिंदू संगठनों के विरोध के बाद और पुलिस के पहुंचने पर उपद्रवी वहां से पीछे हटे.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक झा ने बताया कि पूरे शहर में और विशेष रूप से मेन रोड इलाके में भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है और अन्य इलाकों से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और बलों की टुकड़ियां वहां भेजी गयी हैं.
इस बीच उपद्रवियों के सड़क से शाम लगभग पांच बजे पीछे हट जाने के बाद मेन रोड और आसपास की गलियों में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया और लोगों से घरों से बाहर न निकलने की लाउडस्पीकर पर चेतावनी दी.
उपद्रवी भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा एवं दिल्ली के मीडिया प्रमुख नवीन जिंदल के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे.
मालूम हो कि पैगंबर मोहम्मद को लेकर टिप्पणी के लिए भाजपा ने बीते पांच जून को अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को निलंबित कर दिया और दिल्ली इकाई के प्रवक्ता नवीन जिंदल को निष्कासित कर दिया था. पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणियों का कई देशों ने विरोध किया है.
इससे पहले कतर, ईरान और कुवैत ने पैगंबर मोहम्मद के बारे में भाजपा नेता की विवादित टिप्पणियों को लेकर बीते पांच जून को भारतीय राजदूतों को तलब किया था. खाड़ी क्षेत्र के महत्वपूर्ण देशों ने इन टिप्पणियों की निंदा करते हुए कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी.
इस बीच बीते बृहस्पतिवार को दिल्ली पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व प्रवक्ताओं- नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी संत यति नरसिंहानंद समेत 31 लोगों के खिलाफ सोशल मीडिया पर कथित तौर पर सार्वजनिक शांति भंग करने और लोगों को भड़काने वाले संदेश पोस्ट तथा साझा करने के लिए एफआईआर (एफआईआर) दर्ज की हैं.
इन आरोपियों के सोशल मीडिया एकाउंट का विश्लेषण करने के बाद कथित तौर पर सार्वजनिक शांति भंग करने और लोगों को भड़काने वाले संदेश पोस्ट तथा साझा करने के संबंध में दो एफआईआर (एफआईआर) दर्ज की हैं.
पहली एफआईआर में आठ लोगों को आरोपी बनाया गया है. जिनमें दिल्ली भाजपा इकाई के निष्कासित किए गए मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल, पत्रकार सबा नकवी, हिंदू महासभा की पदाधिकारी पूजा शकुन पांडे, राजस्थान से मौलाना मुफ्ती नदीम और पीस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता शादाब चौहान शामिल हैं.
एफआईआर में दर्ज अन्य नाम अब्दुर रहमान, गुलजार अंसारी और अनिल कुमार मीणा हैं.
दूसरी एफआईआर में भी समान धाराएं लगाई गई हैं, जिनमें भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा और अन्य सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को आरोपी बनाया गया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)